पारद शिवलिंग की पहचान क्या है? ( How to identify Original Parad Shivling? ) असली पारद शिवलिंग की पहचान ( Original Parad Shivling ki pehchan ) यह है कि जब भी किसी पारद से निर्मित शिवलिंग को पानी में डालकर सूर्य की किरणों में रखा जाता है तो कुछ वक़्त के बाद वह शिवलिंग स्वर्ण के जैसे दिखने लगता है। वैज्ञानिक उपकरणों से यदि Parad Shivling ki pehchan का पता लगाया जाए और उसमें जस्ता, कलई और सिक्का जैसी धातुएं सम्मिलित हों तो वह शिवलिंग नकली है। इसके पीछे की वजह यह है कि पारद शिवलिंग को बनाते समय उसमें…
Author: Prabhu Bhakti
देवी सरस्वती की उत्पत्ति कैसे हुई? | Devi Saraswati ki utpati kaise huiहिन्दू धर्म में हर वर्ष वसंत पंचमी का त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन का संबंध सरस्वती देवी की उत्पत्ति से है ऋतुओं का राजा कहे जाने वाले वसंत में ही सरस्वती माता ( Saraswati Mata ) का जन्म हुआ था। दरअसल भगवान विष्णु ने ब्रह्मा जी को सृष्टि के निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी थी।सृष्टि के निर्माण की इस प्रक्रिया में ब्रह्मा जी ने जीव जंतुओं, पेड़ पौधों, और मनुष्य को जन्म दे तो दिया परन्तु वे अपने ही द्वारा बनाई गई सृष्टि से संतुष्ट…
नर्मदा नदी का हिन्दू धर्म में महत्वभारतीय समाज में नदियों को पूजे जाने की प्रथा सदियों से चली आ रही है। हम पूजा किये जाने का आधार धार्मिक मानें या वैज्ञानिक पर सच तो यही है कि हिन्दू परम्परा में नदियों को पूजने का अत्यधिक महत्व है। भारत जैसे देशों में वैज्ञानिक से ज्यादा धार्मिक आधार मान्य है। हम इसी धार्मिक आधार पर नर्मदा नदी से जुड़े कुछ रहस्यों को उजागर करेंगे।मध्य प्रदेश की जीवन रेखा कही जाने वाली नर्मदा से जुड़े रहस्यों में सबसे अधिक आश्चर्य की बात तो यह है कि नर्मदा बाकी सभी नदियों के विपरीत उल्टी…
नीचे शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण मंत्रो का उल्लेख किया गया है :शनि बीज मंत्रॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।श्री शनि वैदिक मंत्रऊँ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः।शनि देव का जाप मंत्रॐ शं शनैश्चराय नमः।Shani Tantrik Mantraऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।Shri Shani Dev ki AartiShri Shani ChalisaShani Dev Stotra
शालिग्राम पत्थर (शिला) क्या है? (What is Shaligram Stone in Hindi)शालिग्राम वैसे तो एक शिला है लेकिन हिन्दू धर्म में इसे शिला की संज्ञा नहीं दी गई। शालिग्राम भगवान का एक रूप है जिसे पूजने की प्रथा है। शालिग्राम नदी के किनारे ही मिलता है। शालिग्राम भगवान विष्णु का निराकार रूप है। जैसे शिवलिंग भगवान शिव का निराकार रूप है।वैष्णव लोग गंडकी नदी के निकट पाए जाने वाले शालिग्राम को पूजते हैं। बात करें कि शालिग्राम का मतलब क्या है? तो शालिग्राम का अर्थ है एक पत्थर। पद्मपुराण के मुताबिक गण्डकी यानी नारायणी नदी के पास एक प्रदेश है। जहाँ शालिग्राम…