Author: Prabhu Bhakti

एकादशी व्रत का महत्व (Ekadashi vrat ka mahatva) वैष्णव परंपरा (vaishnavism) से संबंध रखने वाले लोग एकादशी व्रत (Ekadashi Vrat) का पालन करते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो भी जातक हर वर्ष आने वाले 24 एकादशी व्रत का पालन करता है उसे जीवन में किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी और आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। साथ ही उन्हें कभी दरिद्रता का सामना भी नहीं करना पड़ता।   विष्णु पुराण (Vishnu Puran) में एकादशी के बारे में कुछ इस तरह का वर्णन मिलता है कि तन-मन का बेहतर स्वास्थ्य बनाये रखने के लिए और शारीरिक सुंदरता की कामना रखने…

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वैष्णव परंपरा में एकादशी का जितना महत्व है उतना ही महत्व शैव परंपरा (Shaivism) में त्रयोदशी व्रत ( Trayodashi Vrat ) का है, जिसे प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) भी कहते हैं।। भगवान विष्णु के भक्त एकदाशी का व्रत रख अपनी सच्ची श्रद्धा भगवान के प्रति समर्पित करते है तो वहीं प्रदोष व्रत भगवान शिव (Bhagwan Shiva) के प्रति अपनी सच्ची श्रद्धा को समर्पित करने के लिए रखा जाता है। प्रदोष व्रत क्या होता है? ( Pradosh Vrat kya hota hai? )हिंदू पंचांग (Hindu Panchang) के मुताबिक हर माह की शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में आने वाली त्रयोदशी (Trayodashi) तिथि को…

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भारत में भगवान् शिव (Lord Shiva) को आकार और निराकार दोनों ही रूपों में पूजा जाता है इसलिए इनके निर्गुण और सर्गुण दोनों ही तरह के भक्त हैं। महादेव की अधिकतर शैव परंपरा से संबंध रखने वाले लोग आराधना करते हैं। भारत में भगवान् शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों (12 Jyotirlingas) से जुड़े ख़ास मंदिर तो मौजूद हैं ही इसी के साथ कई ऐसे कई रहस्मयी मंदिर भी हैं जिनकी महिमा निराली है।इन्हीं रहस्यमयी मंदिरों में से एक है बोधेश्वर महादेव मंदिर (Bodheshwar Baba Mandir)। बता दें कि यह मंदिर उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बांगरमऊ के निकट अवस्थित है।…

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बुध ग्रह, ज्योतिष (Budh, Jyotish)Budh Grah Ke Lakshan – बुध सौरमंडल में मौजूद आठ ग्रहों में से सबसे छोटा और सूर्य के सबसे समीप वाला ग्रह है। बुध हल्का स्वभाव लिए हरे वर्ण का कहलाता है। बुध के अधिदेवता भगवान् विष्णु को माना जाता है। ये अपने हाथों में तलवार, गदा लिए वरमुद्रा को धारण किये हुए हैं।   शुभ बुध के लक्षण (Shubh Budh ke lakshan)1. बुध शुभ हो तो बुआ और मौसी की सेहत अच्छी रहती है।  2. व्यक्ति शारीरिक रूप से सुन्दर और ज्ञानशील होता है।  3. नौकरी या व्यवसाय अच्छी स्थिति में होता है।  4. सूँघने शक्ति की बहुत तेज होती…

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आइये जानते हैं – गुरु सांदीपनि कौन थे? | Aaiye jante hain Guru Sandipani kaun hain Sandipani Ashram Ujjain – गुरु सांदिपनी  (Guru Sandipani) मूलतः काशी के रहने वाले थे पर वे अपने पुत्रों की मृत्यु के वियोग को सहन नहीं कर पा रहे थे इसलिए उन्होंने काशी छोड़कर उज्जैन में रहने का निश्चय किया था। जब उन्होंने उज्जैन (अवंतिका पूरी) में प्रवेश किया तो वहां सिंहस्थ का मेला लगा हुआ था और वहां अकाल पड़ा था। सभी लोगों में पानी और भोजन को लेकर मरने-मारने की स्थिति बनी हुई थी। जैसे ही वहां के लोगों को पता चला कि…

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एक तरफ भगवान् को अर्पित किया गया प्रसाद पवित्र माना जाता है वहीँ दूसरी तरफ भगवान् शिव (Lord Shiva) को शिवलिंग (Shivling) के माध्यम से चढ़ाये गए प्रसाद को खाने की शास्त्रों में मनाही है। हजारों और लाखों की संख्या में शिवलिंग (Shivling) पर प्रसाद चढ़ाया भी जाता है और उसी को फिर खाया भी जाता है बिना यह जाने हुए कि ऐसा करना शास्त्रों में वर्जित है। आज हम शिव पुराण (Shiv Purana) में वर्णित इस तथ्य को उजागर करेंगे कि आखिर क्यों शिवलिंग पर अर्पित किये गए भोग को खाने से सख्त मना किया गया है साथ ही यह…

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खरमास क्या होता है? ( Kharmas Kya hota hai? )जब सूर्य मीन राशि में गोचर करता है तो उस माह में खरमास (Kharmas) की शुरुआत मानी जाती है। ज्योतिष शास्त्र में इस बात का वर्णन मिलता है कि जब भी देवताओं के राजा कहे जाने वाले सूर्य देव बृहस्पति की 2 राशि धनु और मीन में गोचर करते हैं तब खरमास का महीना लगता है।  हिन्दू धर्म में कुछ ऐसे माह आते है जब किसी शुभ कार्य को करने की सख्त मनाही होती है। खरमास उन्हीं में से है बाकी चातुर्मास और श्राद्ध ऐसा समय है जब कोई भी कार्य किया…

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हरिद्वार से 3 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद मनसा देवी (Mansa Devi) को भगवान् शिव और पार्वती की पुत्री माना जाता है पर पुराणों में वर्णन मिलता है कि मनसा देवी ऋषि कश्यप के मस्तिष्क से जन्म लेने वाली शक्ति की देवी थीं। वे किसी भी विष से अधिक शक्तिशाली मानी जाती थीं इसलिए ब्रह्मा जी ने उनको विषहरि नाम दिया।वहीँ विष्णु पुराण (Vishnu Purana) में जिस नागकन्या के बारे में उल्लेख किया गया है वे देवी मनसा है। वहीँ ब्रह्मवर्ती पुराण में देवी मनसा नामक नागकन्या को भगवान् शिव और कृष्ण भक्त बताया गया है।मनसा देवी मंदिर कहाँ स्थित…

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