भगवान को लेकर सभी की आस्था और विश्वास भिन्न भिन्न होता है , कोई भगवान् को पिता के रूप में देख , खुद को उसकी संतान बताता है तो कोई भगवान् को मित्र ही बताता है। और भगवान् के भक्त कुछ है ही इस प्रकार के की अपने भक्ति की सहारे से ही आत्मा का परमात्मा से मिलान करवा ही लेते है।तो यह कहानी है ऐसे ही काशी के गंगा घाट पर रहने वाले अन्ध शिव भक्त की जिनका नाम भोला था ।भोला जन्म से अंधा था और मातापिता को ही बचपन में खो दिया था तो क्रूर संसार में…
Author: Prabhu Bhakti
झारखंड के एक गांव के पास जंगल था। वही जंगल से लगकर एक शिवलिंग स्थित था , किसी को यह नहीं पता की वह शिवलिंग वह कहा से या , गांव के बड़े बुजुर्ग बताते है की बहुत सालो पहले ज़मीन फाड़ कर ही यह शिवलिंग बहार आया था और तभी से यह इसी स्थान पर स्थापित है । लोगों की आस्था और विश्वास कुछ इस प्रकार का था कि वह शिवलिंग में साक्षात शिव का वास है। प्रातः काल से ही वहाँ शिव भक्तों की भीड़ लगा करती थी। आसपास के लोग वहां शिव कीर्तन जैसे प्रसंगों का आयोजन…
श्रीमद भगवत गीता में श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा था की भगवान् हर स्थान पर है , मुझमें आप में , जल में थल में , आकाश में वायु में , कण कण में भगवान् है , बस देखने की दृष्टि होनी चाहिए।ऐसे ही भगवान् जो हम सभी में है उसकी एक सत्य घटना आज हम आप सभी के सामने प्रस्तुत करने जा रहे है।बिहार के एक छोटे से गांव में अभय नाम का एक नवयुवक रहा करता था , वह महादेव का असीम भक्त था। अभय रोज़ सुबह मंदिर जाकर पूरे श्रद्धा भाव से पूजा पाठ किया करता…
जाको राखे साइयाँ मार सके ना कोई। अर्थात जिसके साथ भगवान् है , उसका तो क्रूर कालचक्र भी कुछ बिगड़ नहीं सकता। ऐसी ही एक कहानी एक बारे में हम आज आपको बताने जा रहे है , जो हमें भेजी है , जम्मू में रहने वाले पंडित शिवरतन जी ने।पंडित शिवरतन जी लांदेर , जम्मू के निवासी है जिनकी आयु इस समय 81 वर्ष है। शिवरतन जी एक लम्बे समय से माँ दुर्गा के उपासक है , वह प्रतिदिन नियमबद्ध रूप से माता की पूजा अर्चना किया करते है। शिवरतन जी अपने बच्चो व पौत्र पौत्री के साथ रहते है।…
रामधारी सिंह दिनकर जी द्वारा लिखित रश्मिरथी की प्रचलित पंक्ति है ”जब नाश मनुष्य पर छाता है , पहले विवेक मर जाता है ” अर्थात जब विनाश मनुष्य को घेर लेता है तब व्यक्ति से पहले उसकी समझ ख़त्म हो जाती है। और इस पंक्ति का जिवंत उदहारण आपको आज की कहानी में बताने जा रहे है।बहुत समय पहले की बात है छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक प्राचीन राम मंदिर है ,वहां के लोग बताते है की मंदिर की महानता और तेज ऐसा है की हनुमान जी स्वयं समय समय पर आकर प्रभु राम और माता सीता के दर्शन…
भक्त को न्याय दिलाने पहुंचे बजरंगबली।उत्तराखंड के चम्पावत नाम के गांव में संदीप नाम का एक बड़ा लोह इस्पात का व्यापारी रहा करता था , वह बड़ा ही लालची प्रवर्ति का व्यक्ति था। साथ ही वह अपने कारखाने में काम करने वाले मजदूरों के कम पढ़े लिखे होने का फायदा उठा कर उन्हें ज्यादा तनख्खा का लालच देकर काम पर रख लेता और बाद में झूठे कागज़ो पर अंगूठा लगवाकर उनसे देखा धड़ी किया करता। संदीप बड़ा ही अमीर था तो कोई मजदूर उसे खिलाफ आवाज भी नहीं उठा पता था। किसी का कितना ही नुक्सान क्यों न हो रहा…
आर्थिक संकट हर घर की समस्या बनी रहती है। कभी घर में पैसा आता नहीं है तो कभी घर में आया पैसा टिकता नहीं है। ऐसे में लोग आर्थिक समस्या को खत्म करने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। पर कुछ समस्याएं ग्रह नक्षत्र की खराबी के चलते भी बनी रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किस तरह घरेलू टोटके व आध्यात्म का सहारा लेकर के आप अपने घर की आर्थिक समस्या को दूर कर सकते हैं। प्रत्येक गुरुवार को तुलसी के पौधे में दूध अर्पित करें। इससे आर्थिक संपन्नता में वृद्धि होती है।लक्ष्मी जी पर चढ़ाए गए अक्षत…
क्या आप भी शनि की वक्र दृष्टि से परेशान है ?आपके भी बनते काम अटक जाते है , अच्छी चलने वाली चीज़े बिगड़ जाती है। तो आइये आज जानते है की कैसे सभी परेशानियों को कैसे सुलझाया जा सकता है। और कैसे पंचमुखी हनुमान कवच धारण करने और हनुमान जी की पूजा मात्र से शनि की वक्र दृष्टि के प्रभाव से कैसे बचा जा सकता है।एक दिन राम भक्त हनुमान अपने प्रभु की भक्ति में लीन थे, तभी वहां से शनि देव का गुजरना हुआ. अचानक हनुमान जी को भक्ति में लीन देखकर शनिदेव को अपनी शक्ति पर अहंकार आ…
श्रध्दा व आस्था यदि प्रबल हो तो भगवान् को भी आपके सामने आना ही पड़ता है , ऐसे ही एक अनोखे भक्त और अनोखे मंदिर के बारे में हम आज आपको बताने जा रहे है।परन्तु आगे बढ़ने से पहले आगे बढ़ने से पहले यदि आप हमारे चैनल पर नए है तो चैनल को सब्सक्राइब अवश्य कर दे और साथ ही नीचे दिए गए घंटी के बटन को दबाना ना भूले।बहुत समय पहले की बात है आगरा के एक मंदिर में एक लंगड़ा चौकीदारी कार्य किया करता था । वह श्री राम हनुमान जी का असीम भक्त था । वह सदैव…
भगवान् है या नहीं इस बात पर सदा से मत भेद चले आ रहे है , और ऐसे कई मत भेद का सीधा और आसान हल है की मानो तो पत्थर में भी भगवान् है और न मानो तो भगवान् भी पत्थर सामान ही है। और वो कहते है न ढूढ़ने से तो भगवान भी मिलते है पर ढूंढ़ने वाले की आस्था व मन पवित्र होनी चाहिए। ऐसी ही पवित्र आस्था की कहानी आज हम आपको बताने जा रहे है।बिहार के खगरीअ नामक जिले में सोमेश नाम की एक किशोर युवक रहा करता है जो की महादेव का असीम भक्त…