Author: Prabhu Bhakti

भारत में वैसे तो बहुसंख्यक मंदिर मौजूद है जिनसे कोई न कोई रोचक कहानी जुड़ी हुई है पर आश्चर्य की बात यह है कि विश्व का सबसे बड़ा मंदिर भारत में न होकर विदेश में स्थित है। इंडोनेशिया के कम्बोडिया में मिकांक नदी के किनारे सिमरिप शहर में स्थित अंकोरवाट(angkor wat) नामक इस मंदिर की लोकप्रियता इतनी अधिक है इसे UNESCO ने वर्ष 1992 में विश्व धरोहर (World Heritage) के रूप में भी सूचित किया है।इस मंदिर को पहले यशोधरपुर के नाम से जाना जाता था। हर साल यहाँ लाखों की संख्या में पर्यटक वास्तु शास्त्र के इस अनोखे और…

Read More

देवभूमि उत्तराखंड के पांच ऐसे स्थल जहाँ पर नदियों का संगम हुआ उसे ही पंच प्रयाग के नाम से जाना जाता है।  पंच प्रयाग नाम से प्रसिद्ध ये जगह ख़ास तौर पर दान पुण्य और स्नान के लिए हैं। हरिद्वार और ऋषिकेश वाले मार्ग से बद्रीनाथ की ओर जाते हुए आप इन पंच प्रयाग के दर्शन कर सकते हैं। ये स्थान धार्मिक और आध्यात्मिक दोनों ही तरह से बहुत महत्वपूर्ण हैं।  पंच प्रयाग कौन-कौन से हैं? (Panch Prayag kaun-kaun se hai?)1. देव प्रयाग ( Dev Prayag )अलकनन्दा और भागीरथी नदियों का जहाँ संगम होता है वह स्थान देव प्रयाग (Dev Prayag)…

Read More

सम्पूर्ण सृष्टि के पालनहार के नाम से प्रसिद्ध भगवान् विष्णु पहले भूमि, दूसरे अंतरिक्ष और तीसरे द्युलोक इन तीनों लोकों में वास करते हैं।  ‘विष्णु’ शब्द में विस् का अर्थ है उपस्थित होना। संसार की हर वस्तु हर कण में भगवान् विष्णु का वास है। भारत में भगवान् विष्णु को समर्पित प्रमुख सात स्थान है जिन्हें सप्तबद्री (Sapt Badri) के नाम से जाना जाता हैं।ये सभी मंदिर अलकनंदा नदी घाटी में बद्रीनाथ से करीब 24 किलोमीटर दूर दक्षिण में नंदप्रयाग तक फैले है जिसे बद्रीक्षेत्र के नाम से जाना जाता है। बता दें सप्त बद्री (Sapt Badri) में कुल 7…

Read More

खंडोबा मंदिर का रहस्य ( Khandoba Mandir ka rahasya )भारत में पाए जाने वाले मंदिरों की ख़ास बात यह है कि यहाँ मौजूद लगभग हर मंदिर अपने साथ कोई न कोई रहस्य समेटे हुए है। भगवान् शिव (Bhagwan Shiv) के अनेकों मंदिर अपनी एक अलग पौराणिक कथा और खासियत को लेकर प्रसिद्ध है। इन्हीं मंदिरों में से एक है खंडोबा मंदिर (Khandoba Mandir) जो भगवान् शिव को समर्पित है।यह महाराष्ट्र के पुणे जिले में जेजोरी नामक नगर में अवस्थित है। मराठी भाषा में इस स्थान को ‘खंडोबाची जेजुरी’ (Khandobachi Jejuri Mandir) कहा जाता है। जेजोरी खंडोबा मंदिर (Jejuri Khandoba Temple)…

Read More

पंच केदार मंदिर |  Panch Kedar Mandirपंच केदार (Panch Kedar Mandir) में हिन्दू धर्म के पांच प्रसिद्ध शिव मंदिर शामिल है जो उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में अवस्थित है। इन मंदिरों के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण पांडवों द्वारा किया गया था। शास्त्रों में पंच केदार का उल्लेख हमें मिलता है जिसमें केदारनाथ, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, रुद्रनाथ और कल्पेश्वर शामिल है। आज हम आपको इन्हीं पंचकेदारों की बात करेंगे और जानेंगे Panch Kedar story in hindi : पंच केदार कौन-कौन से हैं? (Which are Panch Kedar temples?) केदारनाथ मंदिर ( Kedarnath Temple ) मदमहेश्वर मंदिर  ( Madmaheshwar Temple )…

Read More

लाखामंडल कहां है ? | Lakhamandal kaha hai लाखामंडल नामक स्थान पर होने के वजह से इसे ‘लाखामंडल शिव मंदिर’ ( Lakhamandal shiv mandir ) के नाम से भी जानते हैं. ऐसा मान्यता है कि महाभारत काल में दुर्योधन ने यहां पांडवों को जलाकर मारने की कोशिश की थी. अज्ञातवास के दौरान युधिष्ठर ने इसी स्‍थान पर शिवलिंग की स्‍थापना की थी. जो मंदिर में आज भी मौजूद है. हिन्दू धर्म में लोग भगवान् शिव (Lord Shiva) के सजीव और निर्जीव दोनों ही रूपों की पूजा करते हैं। भगवान शिव की अलौकिक शक्ति शिवलिंग में पूरे ब्रह्माण्ड की ऊर्जा समाहित…

Read More

बिहार के औरंगाबाद जिले में एक प्राचीन और अद्भुत सूर्य मंदिर (Surya Mandir) अवस्थित है जो बरसों से पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भक्ति का केंद्र बना हुआ है। यह मंदिर बहुत ही ख़ास है क्योंकि इसका निर्माण आज से 12 लाख 16 हजार वर्ष पूर्व विश्वकर्मा द्वारा केवल एक रात में कराया गया था। यह ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर के जैसा दिखाई देता है।साथ ही इसकी एक और विशेष बात है कि यह भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसका द्वार पश्चिम दिशा की ओर खुलता है। इस मंदिर में सूर्य देवता सात रथों पर विराजमान है। यहाँ सूर्य देव…

Read More

पूजा पाठ में कलश पूजन (Kalash Pujan) का अत्यधिक महत्व है, जीवन के आरंभ से लेकर अंत तक और किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से लेकर उस कार्य के संपन्न होने की कामना तक कलश का बहुत अधिक महत्व है। कलश पूजन (Kalash Pujan) भारतीय संस्कृति में एक बहुत ही ख़ास स्थान रखता है। ग्रह प्रवेश, नवग्रह की पूजा, नवरात्रों में घटस्थापना की प्रक्रिया और यहाँ तक की अस्थि विसर्जन तक में कलश की भूमिका होती है। हिन्दू धर्म में किसी भी पूजा-पाठ विशेषकर नवरात्रों और लक्ष्मी-नारायण (Lakshmi-Narayana) की पूजा में कलश पूजन का विधान है।कलश का धार्मिक महत्वकलश…

Read More