हिन्दू धर्म में शिवलिंग ( Shivling in Hinduism )
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार घरों में शिवलिंग की स्थापना अतिमहत्वपूर्ण मानी जाती है.शिवलिंग होने से घर में सुख एवम् शांति बनी रहती है. वैसे तो आपने कई प्रकार के शिवलिंग के बारे में सुना होगा लेकिन हम आपको यहाँ शिवलिंगों में सबसे विशेष नर्मदेश्वर शिवलिंग के बारे में,इसके फायदे और पहचान करने के तरीके बताएँगे और ये भी बताएँगे कि आखिर क्यों आपको अपने घर में नर्मदेश्वर शिवलिंग की प्रतिष्ठा रखनी ही चाहिए. इस शिवलिंग का नाम सुनते ही सबसे पहला सवाल आपके मन में आता है कि क्या है नर्मदेश्वर शिवलिंग?
नर्मदेश्वर शिवलिंग क्या है? ( What is Narmadeshwar Shivling? )
Narmadeshwar Shivling शिवलिंगों में सबसे प्रख्यात शिवलिंग है.इस शिवलिंग को बाणलिंग (banalinga) भी कहते हैं. चूँकि यह पवित्र नर्मदा नदी के किनारे पाया जाने वाला एक विशेष गुणों वाला शिवलिंग है इसलिए इसका नाम नर्मदेश्वर शिवलिंग (Narmada Shivling) है और बाणलिंग से ज्यादा नर्मदेश्वर शिवलिंग नाम ज्यादा प्रचलित है.
नर्मदेश्वर शिवलिंग कहाँ पाए जाते हैं? ( Where is Narmadeshwar Shivling found? )
यह शिवलिंग प्राकृतिक रूप से नर्मदा नदी के किनारे पाए जाते हैं. हिन्दू धर्म के विभिन्न शास्त्रों तथा धर्मग्रंथों के अनुसार मां नर्मदा को यह वरदान प्राप्त था कि नर्मदा का हर बड़ा या छोटा पत्थर बिना प्राण प्रतिष्ठा किये ही शिवलिंग के रूप में पूरी दुनिया में पूजा जायेगा.इसलिए नर्मदा के हर पत्थर को नर्मदेश्वर शिवलिंग माना जाता है.
असली नर्मदेश्वर शिवलिंग की पहचान कैसे करें? ( How to identify the original Narmadeshwar Shivling? )
नर्मदेश्वर शिवलिंग की पहचान करने के लिए आपको देखना चाहिए कि यह संगमरमर की तरह चमकदार, साफ, छेद रहित व ठोस हों.प्राकृतिक रूप से बने यह शिवलिंग आपको भारी प्रतीत होते हैं. यह अक्सर छोटे रूपों में पाए जाते हैं.
नर्मदेश्वर शिवलिंग के लाभ ( Benefits of Narmadeshwar Shivling )
आइये जानते हैं Narmadeshwar Shivling Benefits in hindi :
ज्योतिष के अनुसार हर धार्मिक चीज़ के अनेकानेक फायदे हैं और यह नर्मदेश्वर शिवलिंग उन सब में सबसे ऊपर आते हैं. प्राकृतिक और असली नर्मदेश्वर शिवलिंग को भाग्य सँवारने वाला माना जाता है.
हम सब के जीवन में ऐसा वक़्त आता है जब हम पूरे मन से अपना कर्म करते हैं फिर भी सफलता हमारे हाथ नहीं लगती. हम सब सोचते हैं की काश भगवान ने थोडा सा साथ दिया होता तो हम सफल होते.नर्मदेश्वर शिवलिंग को घर लाने से आपके कर्मों के हिसाब से किस्मत भी आप पर मेहरबान हो जाती है.
अटके कामों में सफलता की राह दिखती है.पुराणों और कथाओं में भगवान् शिव को विघ्नहर्ता कहा गया है और इसलिए नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा से सुख-समृद्धि के साथ-साथ बड़ी से बड़ी मुसीबत से भी सुरक्षा मिलती है.
कई देवताओं की पूजा से जो फल प्राप्त होता है उससे सौ गुना अधिक मिट्टी के लिंग के पूजन से होता है और हजारों मिट्टी के लिंगों के पूजन का जो फल होता है उससे सौ गुना अधिक फल नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा से मिलता है. घर- गृहस्थी वाले लोगों के लिए तो नर्मदेश्वर शिवलिंग अत्यंत फायदेमंद है.
प्रतिदिन इसकी पूजा करने से घर में शांति आती है और परिवारजनों के ऊपर आने वाले रोगों और संकट टल जाते हैं.इनकी पूजा आपको तथा आपके परिवार को ज्ञान, धन, सिद्धि और ऐश्वर्य देगी. वैदिक काल से कहा और माना जहां नर्मदेश्वर का वास होता है, वहां काल और यम असमय प्रवेश नहीं करते हैं.
ज्योतिष के अनुसार हर धार्मिक चीज़ के अनेकानेक फायदे हैं और यह नर्मदेश्वर शिवलिंग उन सब में सबसे ऊपर आते हैं. प्राकृतिक और असली नर्मदेश्वर शिवलिंग को भाग्य सँवारने वाला माना जाता है.
हम सब के जीवन में ऐसा वक़्त आता है जब हम पूरे मन से अपना कर्म करते हैं फिर भी सफलता हमारे हाथ नहीं लगती. हम सब सोचते हैं की काश भगवान ने थोडा सा साथ दिया होता तो हम सफल होते.नर्मदेश्वर शिवलिंग को घर लाने से आपके कर्मों के हिसाब से किस्मत भी आप पर मेहरबान हो जाती है.
अटके कामों में सफलता की राह दिखती है.पुराणों और कथाओं में भगवान् शिव को विघ्नहर्ता कहा गया है और इसलिए नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा से सुख-समृद्धि के साथ-साथ बड़ी से बड़ी मुसीबत से भी सुरक्षा मिलती है.
कई देवताओं की पूजा से जो फल प्राप्त होता है उससे सौ गुना अधिक मिट्टी के लिंग के पूजन से होता है और हजारों मिट्टी के लिंगों के पूजन का जो फल होता है उससे सौ गुना अधिक फल नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा से मिलता है. घर- गृहस्थी वाले लोगों के लिए तो नर्मदेश्वर शिवलिंग अत्यंत फायदेमंद है.
प्रतिदिन इसकी पूजा करने से घर में शांति आती है और परिवारजनों के ऊपर आने वाले रोगों और संकट टल जाते हैं.इनकी पूजा आपको तथा आपके परिवार को ज्ञान, धन, सिद्धि और ऐश्वर्य देगी. वैदिक काल से कहा और माना जहां नर्मदेश्वर का वास होता है, वहां काल और यम असमय प्रवेश नहीं करते हैं.
कैसे करें नर्मदेश्वर शिवलिंग की अपने घर में स्थापना और पूजन?
वैसे तो नर्मदेश्वर शिवलिंग को भगवान शंकर के आशीर्वाद से स्वयंभू माना गया है अर्थात ये पहले से सिद्ध होते हैं और इनकी स्थापना बिना किसी प्राण प्रतिष्ठा के भी की जा सकती है किन्तु ज्योतिष में हर पूजा या स्थापना और पूजा के वैध एवम् कारगर तरीके बताये गए हैं. ऐसे ही नर्मदेश्वर शिवलिंग को भी घर में स्थापित करने के लिए और उसकी पूजन विधि में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
1. हमेशा ध्यान रखें कि घर तथा मंदिरों में स्थापित किये जाने वाले नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना विधि अलग अलग होती है.
2. शिवलिंग कहीं भी स्थापित किये जा रहे हों इनकी वेदी का मुख सदैव उत्तर दिशा की तरफ ही होना चाहिए.
3. मंदिरों में कितना भी बड़ा नर्मदेश्वर शिवलिंग स्थापित किया जा सकता है किन्तु घरों में स्थापित शिवलिंग की ऊंचाई अधिकतम 6 इंच की ही होनी चाहिए.
4. सवेरे स्नान करके शिवलिंग को एक थाल में रखें.
5. बेलपत्र और जल की धारा ऊपर से चढ़ाएं.
6. हाँथ जोड़कर शिव जी के मंत्रों का जाप करें.महामृत्यंजय मंत्र का जाप करें.
7. नर्मदेश्वर शिवलिंग को घर में स्थापित करने और पूजा अर्चना से आपके घर में शांति रहेगी एवम् कष्टों से निजात मिलेगी.
1. हमेशा ध्यान रखें कि घर तथा मंदिरों में स्थापित किये जाने वाले नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना विधि अलग अलग होती है.
2. शिवलिंग कहीं भी स्थापित किये जा रहे हों इनकी वेदी का मुख सदैव उत्तर दिशा की तरफ ही होना चाहिए.
3. मंदिरों में कितना भी बड़ा नर्मदेश्वर शिवलिंग स्थापित किया जा सकता है किन्तु घरों में स्थापित शिवलिंग की ऊंचाई अधिकतम 6 इंच की ही होनी चाहिए.
4. सवेरे स्नान करके शिवलिंग को एक थाल में रखें.
5. बेलपत्र और जल की धारा ऊपर से चढ़ाएं.
6. हाँथ जोड़कर शिव जी के मंत्रों का जाप करें.महामृत्यंजय मंत्र का जाप करें.
7. नर्मदेश्वर शिवलिंग को घर में स्थापित करने और पूजा अर्चना से आपके घर में शांति रहेगी एवम् कष्टों से निजात मिलेगी.
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