Kaal Sarp Dosh:
मनुष्य के जन्म लेते ही उसके गृह भी एक नया जन्म लेते और उन ग्रहों की स्थिति मनुष्य के जीवन मे नये नये परिणाम लाती है। कुछ गृह फालदायक होते है और कुछ ग्रहो के योग से कई बार भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है उसी मे से एक दोष जो एक बार कुंडली मे आ जाये तो व्यक्ति को काफ़ी तकलीफो का सामना करना पड़ सकता है। इस दोष को आधुनिक ज्योतिष में कालसर्प दोष कहा जाता है। kalasarp dosha के नुकसान बहुत ही ज्यादा है जिसका निवारण kaal sarp dosh के मंत्र का जाप करने से और पूजन करने से ही दूर होता है।
काल सर्प दोष क्या है? ( What is Kaal Sarp Dosh ? )
Kaal Sarp Dosh (कालसर्प दोष) का मतलब कुंडली में एक ऐसे योग का होना जो की मनुष्य को उसके पूर्व जन्म में किये गए गलत कामों और दूसरों के दुख की वजह बनने से उसके वर्तमान जीवन मे कष्ट का कारण बनता है। यदि एक बार sarpa dosha कुंडली मे बैठ जाता है तो व्यक्ति को तरह तरह की परेशानियो का सामना करना पड़ता है। आर्थिक हो या शारीरिक, मनुष्य किसी भी परिस्थिति में खुश नहीं रह पाता है। कई बार यह देखने मे आया है की बड़े बड़े घर मे पैदा हुए जातक इस दोष की वजह से रोटी को भी मोहताज हो जाते है। जीवन भर उन्हें एक डर का एहसास रहता है और बनते हुए काम आखिर मे बिगड़ जाते है।
कुंडली में काल सर्प दोष ( Kaal Sarp Dosh in Kundali )
ज्योतिषी शास्त्रों के अनुसार कालसर्प योग पर काफ़ी ध्यान दिया गया है। विद्वानों ने kaal sarp yog पर तरह तरह के तर्क वितर्क दिए है परन्तु इस दोष की सबसे सही परिभाषा आधुनिक ज्योतिष में मिलती है, जिसमें बताया गया है की कुंडली में सूर्य, चन्द्रमा, गुरु के साथ राहु की दशा साथ में होना kala sarpa dosha का कारण माना गया है। राहु केतु का कुंडली में आना ही पतन का कारण बनता है और कालसर्प दोष के नुकसान बहुत है। माना गया है कि राहु के अधिदेवता ‘काल’ है और केतु के अधिदेवता ‘सर्प’ जिसकी वजह से इस दोष को कालसर्प दोष कहा गया है। इस परिस्थिति में राहु केतु हमेशा वक्री रहते है एवं सूर्य की स्थिति चन्द्र मार्गी हो जाती है। ध्यान रहे कि अगर व्यक्ति की कुंडली में 9 से 7 ग्रह राहु केतु के घर मे आते है तो इसे kaal sarp yog कहते है।
काल सर्प दोष प्रभाव ( Kaal sarp dosh effects )
यदि नीचे दिए गए कथनों में से कोई भी एक कथन आपके जीवन में संकट पैदा कर रहा है तो ध्यान रखिये कि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष लक्षण है।
1. यदि किसी की कुंडली में kaal sarp योग हो तो व्यक्ति को अक्सर डरावने स्वप्न आते है।
2. बिना वजह मन में एक डर बना रहता है।
3. रात के वक़्त बिना वजह बार बार नींद खुल का खुलना।
4. अनिद्रा की शिकायत बने रहना।
5. सपनो में सांप का दिखना।
6. बनते हुए कामों का आखिर मे बिगड़ जाना।
7. मानसिक अशांति रहना।
8. घर मे आये दिन कलेश होना।
9. शत्रुओं की संख्या में वृद्धि होना।
10. अचानक से किसी गंभीर बीमारी का आगमन होना।
11. बार बार काम मे धोखे का सामना करना।
12. शादी होने में बाधा आना।
1. यदि किसी की कुंडली में kaal sarp योग हो तो व्यक्ति को अक्सर डरावने स्वप्न आते है।
2. बिना वजह मन में एक डर बना रहता है।
3. रात के वक़्त बिना वजह बार बार नींद खुल का खुलना।
4. अनिद्रा की शिकायत बने रहना।
5. सपनो में सांप का दिखना।
6. बनते हुए कामों का आखिर मे बिगड़ जाना।
7. मानसिक अशांति रहना।
8. घर मे आये दिन कलेश होना।
9. शत्रुओं की संख्या में वृद्धि होना।
10. अचानक से किसी गंभीर बीमारी का आगमन होना।
11. बार बार काम मे धोखे का सामना करना।
12. शादी होने में बाधा आना।
काल सर्प दोष का उपाय ( kaal sarp dosh ke upay in hindi )
काल सर्प दोष से बचने के लिए निम्नलिखित मंत्रों का नियमित जाप करें जिसके फलस्वरूप आपकी कुंडली में बैठे कालसर्प दोष के लक्षण कम होने लगेंगे और जीवन मे बधाएँ काम आएंगी। कालसर्प दोष मंत्र नीचे दिए गए है।
राहू मंत्र : ।। ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: ।।
केतु मंत्र : ।। ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:।।
कालसर्प दोष से बचने के लिए जातक गायत्री मंत्र का पाठ भी कर सकते है।
सर्प मंत्र : ।। ॐ नागदेवताय नम: ।।
नाग गायत्री मंत्र : ।। ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात् ।।
राहू मंत्र : ।। ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: ।।
केतु मंत्र : ।। ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:।।
कालसर्प दोष से बचने के लिए जातक गायत्री मंत्र का पाठ भी कर सकते है।
सर्प मंत्र : ।। ॐ नागदेवताय नम: ।।
नाग गायत्री मंत्र : ।। ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात् ।।
काल सर्प दोष कैसे दूर करें? ( How to remove kaal sarp dosh in Hindi )
1. ज्ञात रहे की हमेशा अच्छे काम करें। किसी का दिल ना दुखाये तो अच्छा आचरण रखे।
2. अपने आसपास साफ सफाई रखें, साफ कपड़े पहने और बिस्तर को एकदम साफ सुथरा रखें।
3. फिटकरी और समुद्री नमक को पानी मे मिलाकर पोछा लगाएं।
4. लोगो को माफ करना सीखे, बड़ो का आदर करें, उनका आशीर्वाद ले। किसी की बेइज्जती ना करें।
5. पाशुपतास्त्र का प्रयोग करें जिसकी वजह से राहु केतु का असर ख़तम होता है। यह उपाय कालसर्प दोष के लिए रामबाण की तरह।
6 .रोज सुबह उठकर एवं स्नान करके श्रीमद भागवत और श्री हरिवंश पुराण का पाठ करें।
7. भगवान शंकर की रोज उपासना करें और सोमवार के दिन शिवलिंग पे दूध चढ़ाएं और काले कपड़े गरीबो को दान मे दे।
8. याद रहे अगर दिक्कत ज्यादा है या kaalsarp dosh का प्रकोप आपको कुंडली में प्रचंड रूप से है तो kaal sarp dosha puja उज्जैन या नासिक में पूरे विधि विधान से करें।
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2. अपने आसपास साफ सफाई रखें, साफ कपड़े पहने और बिस्तर को एकदम साफ सुथरा रखें।
3. फिटकरी और समुद्री नमक को पानी मे मिलाकर पोछा लगाएं।
4. लोगो को माफ करना सीखे, बड़ो का आदर करें, उनका आशीर्वाद ले। किसी की बेइज्जती ना करें।
5. पाशुपतास्त्र का प्रयोग करें जिसकी वजह से राहु केतु का असर ख़तम होता है। यह उपाय कालसर्प दोष के लिए रामबाण की तरह।
6 .रोज सुबह उठकर एवं स्नान करके श्रीमद भागवत और श्री हरिवंश पुराण का पाठ करें।
7. भगवान शंकर की रोज उपासना करें और सोमवार के दिन शिवलिंग पे दूध चढ़ाएं और काले कपड़े गरीबो को दान मे दे।
8. याद रहे अगर दिक्कत ज्यादा है या kaalsarp dosh का प्रकोप आपको कुंडली में प्रचंड रूप से है तो kaal sarp dosha puja उज्जैन या नासिक में पूरे विधि विधान से करें।
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