भगवान की मूर्ति टूटने से क्या होता है? ( Bhagwan ki murti tutne se kya hota hai? )
Vastu Tips – कई बार घर में भगवान की मूर्ति जाने-अनजाने में टूट जाती है जिसे शास्त्रों के हिसाब से एक अपशकुन माना गया है। भगवान की मूर्ति का टूटना यानी किसी संकट का घर में दस्तक देना। हम रोज़ भगवान की पूजा करते हैं इसलिए वे केवल एक मूर्ति नहीं बल्कि एक सजीव भगवान है जिसमें हमारे विश्वास और भक्ति ने प्राण डाले हैं। सबसे पहले तो यदि कभी ऐसा हो तो भगवान से क्षमा याचना करें और फिर हनुमान चालीसा का पाठ भी अवश्य करें। हनुमान चालीसा का पाठ करते ही आपके घर पर आने वाले संकट टल जाएंगे।
इसी तरह Hanuman Chalisa Locket को धारण करने से संकटमोचक हनुमान व्यक्ति पर आने वाले सभी संकटों को हर लेते हैं और उसकी हर बुरी शक्तियों और शत्रुओं की साजिश से रक्षा करते हैं। यदि आप अपने शत्रुओं से तंग हैं और आपको ऐसा लगता है कि आप हमेशा संकटों से घिरे रहते हैं तो मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने के पश्चात Hanuman Chalisa Locket को पहले हनुमान जी को अर्पित करें और फिर इसे धारण करें।
घर में टूटी मूर्ति रखने से क्या होता है? ( Ghar me tut murti rakhne se kya hota hai? )
हिन्दू धर्म में टूटी हुई मूर्ति (Khandit Murti) को घर में रखना निषेध है क्योंकि ऐसा करना वास्तु शास्त्र के अनुसार अशुभ माना गया है। घर में टूटी मूर्ति रखने से नकारात्मक ऊर्जा बलवती है। मन अशांत और अस्थिर हो जाता है। एकाग्रता नहीं रहती और विचार भी अशुद्ध होने लगते हैं। जब भी हमारा ध्यान टूटी हुई मूर्ति पर जाता है तो यह नकारात्मकता की ओर बढ़ने लगता है।
मूर्ति खंडित कैसे होती है? ( Murti khandit kaise hoti hai? )
कई बार हमसे जाने अनजाने में भगवान की मूर्ति टूट जाती है, कई बार मूर्ति में काफी समय से रखे हुए दरारे पड़ जाती हैं इन्हें खंडित मूर्तियों (Khandit murtiya) की श्रेणी में रखा जाता है। खंदिर मूर्तियों को घर में रखना सबसे बड़ा वास्तु दोष माना गया है।
मूर्ति खंडित होने पर क्या करना चाहिए? ( Murti khandit hone par kya karna chahiye? )
मूर्ति की पूजा करते रहने से उसमें देवत्व का वास हो जाता है इसलिए जब मूर्ति खंडित (Murti khandit) हो तो उसे आप अक्षत के साथ बहते जल में विसर्जित कर दीजिये। कहते हैं इस तरह उस मूर्ति में मौजूद देवत्व चला जाता है और सभी संकट भी टल जाते हैं। खंडित मूर्ति को घर के बाहर कहीं पेड़ के नीचे रखने या कहीं फेंक देने की भूल बिल्कुल भी न करें। इस तरह आप ईश्वर का अपमान करते हैं।
खंडित मूर्ति की पूजा करने से क्या होता है? ( Khandit murti ki puja karne se kya hota hai? )
खंडित मूर्तियों (Khandit murtiya) नकरात्मकता का प्रतीक हैं इनकी पूजा करने से आप अपने घर में नकारात्मक ऊर्जाओं को निमंत्रण दे रहें होते हैं। जब भी हम किसी खंडित मूर्ति की ओर देखते हुए पूजा अर्चना करते हैं तो इससे हमारा ध्यान पूजा में नहीं बल्कि उस टूटी मूर्ति की ओर अधिक जाता है। टूटी हुई मूर्ति ध्यान भटकाने और एकाग्र क्षमता कम करती है। खंडित मूर्ति की पूजा करने से हमें पुण्य की प्राप्ति नहीं होती उल्टा हम पाप के भोगी बन जाते हैं।
घर में मूर्ति कितनी बड़ी होनी चाहिए? ( Ghar me murti kitni badi honi chahiye? )
हिन्दू ज्योतिष शास्त्रों में घर में भगवान की मूर्ति रखने के नियम बताये गए हैं। ज्योतिष के अनुसार अंगूठे के आकार या 3 इंच से बड़ी मूर्तियां घर में नहीं रखनी चाहिए। मूर्ति जितनी बड़ी होगी उतनी ही ऊर्जा उसमें होती है अतः ज्यादा बड़े आकार की मूर्ति की ऊर्जा घर के लिए ठीक नहीं मानी जाती। बड़ी मूर्तियों का स्थान मंदिर या बड़े गर्भगृह में होता है।
पूजा घर में मूर्ति रखने का स्थान क्या होना चाहिए? ( Puja ghar me murti rakhne ka sthan kya hona chahiye? )
पूजा घर को हमेशा उत्तर पूर्व या ईशान कोण में ही होना चाहिए, वहीँ यहाँ पर रखी जाने वाली मूर्तियां को कभी भी नैऋत्य कोण यानी दक्षिण-पश्चिम के मध्य स्थान में न रखें। इसके पीछे की वजह यह है कि इस कोण में पृथ्वी तत्व का स्थान है और इस दिशा के स्वामी राहु-केतु माने जाते हैं।
घर का मंदिर कैसा होना चाहिए? ( Ghar ka mandir kaisa hona chahiye? )
घर का मंदिर सफ़ेद या हलके रंग का हो और वह उत्तर पूर्व या ईशान कोण में स्थापित होना चाहिए। वास्तु शास्त्र के हिसाब से मंदिर की ऊंचाई इतनी होनी चाहिए कि भगवान के चरण और हमारा हृदय का स्तर बराबर तक आये। मंदिर को कभी जमीन पर न बनाएं क्योंकि ईश्वर का स्तर तो हम से ऊपर है फिर हम उन्हें अपने पैरों के स्थान पर कैसे रख सकते हैं? साथ ही ध्यान रहे कि मंदिर में पूजा करने के बाद दीये को दक्षिण स्थान पर रख दें। ऐसा करना शुभ माना जाता है।
घर के मंदिर में क्या नहीं रखना चाहिए? ( Ghar ke mandir me kya nahi rakhna chahiye? )
1. पूजा घर में कभी भी एक भगवान की दो प्रतिमाएं न रखें।
2. मंदिर को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में बनायें।
3. घर में जरूरत से ज्यादा बड़ी मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए।
4. मंदिर घर में माचिस और जली हुई तीली भी नहीं रखनी चाहिए।
5. मंदिर में दो शालिग्राम, दो शिवलिंग, तीन गणेश और दुर्गा माँ की प्रतिमा, दो शंख और दो गोमती चक्र नहीं होने चाहिए।
घर के मंदिर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए? ( Ghar ke mandir me machis kyu nahi rakhni chahiye? )
घर के मंदिर में माचिस या जली हुई तीली रखने की मनाही है क्योंकि यह नकारात्मकता की सूचक है। घर में मौजूद मंदिर एक ऐसा स्थल होता है जो पूरे घर को सकरात्मक बनाये रखने में अपनी भूमिका निभाता है। ऐसे में यदि हम ऐसे पवित्र स्थान पर जली हुई तीली या माचिस रखेंगे तो इससे नकरात्मक शक्ति का घर में संचार होने लगेगा।
पूजा कब नहीं करनी चाहिए? ( Puja kab nahi karni chahiye? )
जिस प्रकार व्यक्ति अपने नियमों और दिनचर्या के हिसाब से चलता है उसी प्रकार भगवान की भी एक दिनचर्या होती है इसलिए हम भी उन्हें हर समय परेशान नहीं कर सकते हैं। पूजा के लिए भी यही नियम लागू होता है। कहा जाता है कि दोपहर 12 बजे से लेकर संध्या में 4 बजे तक पूजा नहीं करनी चाहिए। यह समय भगवान के विश्राम का होता है।
शिवलिंग टूटने से क्या होता है? ( Shivling tutne se kya hota hai? )
हिन्दू धर्म में शिवलिंग ही एक ऐसा ईश्वर का निराकार रूप है जो खंडित होने के बाद भी पूजनीय माना जाता है। इसका अर्थ यह है कि यदि किसी कारणवश शिवलिंग खंडित हो जाता है तो वह उतना ही पवित्र और शुभ है न कि अशुभता का प्रतीक।
खंडित मूर्ति का विसर्जन किस दिन करना चाहिए | Khandit Murti ka visarjan kis din karna chaiye
यदि आपने किसी मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ की है और वह टूट गई है, तो आपको उसे पानी में विसर्जित नहीं करना चाहिए। आपको इसे पास के किसी मंदिर या पूजा स्थल को सौंप देना चाहिए। आप मंदिर के पंडित या ज्योतिष शास्त्री से भी सलाह ले सकते हैं।
शिवलिंग का टूटना शुभ या अशुभ | Shivling ka tutna shubh ya ashubh
घर में खंडित शिवलिंग रख सकते हैं, क्योंकि इसे शिवजी का निराकार स्वरूप माना गया है देवी-देवताओं की टूटी या खंडित मूर्तियां (Khandit murti) घर में नहीं रखनी चाहिए, लेकिन शिवलिंग रख सकते हैं, क्योंकि शिवलिंग को कभी भी खंडित नहीं माना जाता है। शिवलिंग को निराकार स्वरूप माना गया है। इस वजह से टूटा शिवलिंग (Toota shivling) भी पूजनीय है।
मूर्ति टूटना शुभ या अशुभ | Murti tutna shubh ya ashubh
क्या है भगवान की मूर्ति टूटने का अर्थ,ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि घर में रखी भगवान की मूर्ति(Bhagwan ki murti) यदि अचानक से टूट जाती है तो व्यक्ति को यह समझ जाना चाहिए कि नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ रहा है। कई बार लोग ऐसी मूर्तियों को घर में रखे रहते हैं, जिससे ऊर्जा का प्रभाव अधिक बढ़ जाता है।
भगवान की फोटो का कांच टूटना | Bhagwan ki photo ka kanch tutna
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर घर में रखी कोई कांच की चीज या दर्पण अचानक टूट जाए तो यह एक शुभ संकेत माना जाता है। ऐसा अनुमान है कि घर में कोई बड़ी मुसीबत आने वाली थी जिसे कांच ने अपने ऊपर ले लिया। टूटा हुआ शीशा इस बात का संकेत देता है कि आने वाला संकट टल गया है और आपका परिवार अब पूरी तरह से सुरक्षित है।
लड्डू गोपाल की मूर्ति टूट जाये तो क्या करे | Laddu gopal ki Murti tut jaye to kya kare
यदि आपकी लड्डू गोपाल जी की मूर्ति खंडित हो गई है तो इसके लिए सबसे पहले उसे जोड़कर रख दें। इस बात का ध्यान रखें कि मूर्ति को जोड़ते समय शरीर के अंग अलग-अलग नहीं होने चाहिए। मूर्ति को जोड़ने के बाद उसे मंदिर से हटा दें और घर से बाहर किसी पवित्र पेड़ नीचे या मंदिर के बाहर रख दें।
खंडित मूर्ति विसर्जन | Khandit Murti visarjan
खंडित मूर्ति का विसर्जन कैसे करें (Khandit Murti ka visarjan kaise kare) यदि आपने किसी मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ की है और वह टूट गई है, तो आपको उसे पानी में विसर्जित नहीं करना चाहिए। आपको इसे पास के किसी मंदिर या पूजा स्थल को सौंप देना चाहिए। आप मंदिर के पंडित या ज्योतिष शास्त्री से भी सलाह ले सकते हैं।
खंडित मूर्ति का क्या करे | Khandit Murti ka kya kare
यदि आपने किसी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की है और वह खंडित हो गई है, तो आप उसे पास के किसी मंदिर या पूजा स्थल पर दे सकते हैं. वहां मौजूद पंडित आपको सही सलाह देंगे. यदि आपने मूर्ति की स्थापना करते समय प्राण प्रतिष्ठा नहीं की, तो आप इसे पास के किसी सरोवर, नदी या जलाशय में विसर्जित कर सकते हैं.
खंडित मूर्ति मतलब| Khandit Murti means
मंदिर में रखी Khandit Murti के बारे में सबसे पहले आप ये जान लें कि खंडित मूर्ति (Khandit murti) किन्हें कहते हैं। कई बार जाने अनजाने में भगवान की कोई मूर्ति हाथ से छूट जाती है जिससे उसमें दरार आ जाती है या फिर मूर्ति का कुछ हिस्सा टूट जाता है।
घर में मंदिर की स्थापना kis din kare
मंदिर की घर में स्थापना करने के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार का दिन सबसे शुभ होता है.
मंदिर सदैव पवित्र स्थान पर बनाया जाना चाहिए।इस बात का ध्यान रखें कि बाथरूम की दीवार से लगकर या फिर सीढ़ियों के पास या नीचे मंदिर नहीं बनाना चाहिए। यदि आप घर में मंदिर बनवाते हैं तो लकड़ी या संगमरमर का मंदिर सही रहता है। कांच का बना मंदिर या शीशे लगा मंदिर सही नहीं रहता है।
मंदिर सदैव पवित्र स्थान पर बनाया जाना चाहिए।इस बात का ध्यान रखें कि बाथरूम की दीवार से लगकर या फिर सीढ़ियों के पास या नीचे मंदिर नहीं बनाना चाहिए। यदि आप घर में मंदिर बनवाते हैं तो लकड़ी या संगमरमर का मंदिर सही रहता है। कांच का बना मंदिर या शीशे लगा मंदिर सही नहीं रहता है।
mandir me kya kya hona chahiye
ऐसे में अपने घर के मंदिर में शिवलिंग जरूर रखें और नियमित रूप से उसकी पूजा करें। शिवलिंग पर नियमित रूप से जल चढ़ाने से घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। गणेश जी हिंदू धर्म के प्रथम पूजनीय देव हैं। ऐसे में अपने घर के मंदिर में गणेश जी की मूर्ति जरूरी रूप से रखनी चाहिए।
ghar ka mandir kaisa ho – ghar me mandir kesa hona chahiye
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का मंदिर हमेशा ईशान कोण में होना चाहिए. इस दिशा में देवी-देवता निवास करते हैं. इस वजह से यह दिशा सबसे पवित्र मानी जाती है. ईशान कोण यानी उत्तर कोण में मंदिर बनवाने से भगवान का आशीर्वाद परिवार पर बना रहता है.
ghar me mandir kaha rakhe – ghar mai mandir kahan hona chahiye
घर में मंदिर पूर्व या उत्तर दिशा के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में बनाना चाहिए। वास्तु की मान्यता है कि ईश्वरीय शक्ति ईशान कोण से प्रवेश करती है और नैऋत्य कोण (पश्चिम-दक्षिण) से बाहर निकलती है। अगर ये संभव न हो तो पश्चिम दिशा में बनवा सकते हैं, लेकिन दक्षिण दिशा में मंदिर बनवाने से बचना चाहिए।
ghar ke mandir mein kya kya hona chahiye
ऐसे में अपने घर के मंदिर में शिवलिंग जरूर रखें और नियमित रूप से उसकी पूजा करें। शिवलिंग पर नियमित रूप से जल चढ़ाने से घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। गणेश जी हिंदू धर्म के प्रथम पूजनीय देव हैं। ऐसे में अपने घर के मंदिर में गणेश जी की मूर्ति जरूरी रूप से रखनी चाहिए।
ghar me bhagwan ka mandir
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का मंदिर हमेशा ईशान कोण में होना चाहिए. इस दिशा में देवी-देवता निवास करते हैं. इस वजह से यह दिशा सबसे पवित्र मानी जाती है. ईशान कोण यानी उत्तर कोण में मंदिर बनवाने से भगवान का आशीर्वाद परिवार पर बना रहता है.
mandir kaise banaye
मंदिर के निर्माण के लिए भूमि हमेशा वर्गाकार या फिर आयताकार होनी चाहिए. साथ ही भूमि की की चारो दिशाएं समान्तर हों. मंदिर के चारों ओर सड़क का होना अत्यंत शुभ होता है. इसी तरह मंदिर के उत्तर पूर्व एवं ईशान कोण में ढलान होना अत्यंत शुभ होता है.
bhagwan kis disha me rakhna chahiye
भगवान को हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए. भगवान को विराजमान घरने के लिए घर का यह कोना बहुत ही शुभ माना जाता है. पूजा करने वाले का मुख हमेशा पूर्व दिशा में होना चाहिए. अगर बैठने के लिए पूर्व दिशा नहीं मिल पा रही है तो पश्चिम में मुंह करके बैठना भी शुभ रहेगा.
गणेश जी की मूर्ति कितनी बड़ी होनी चाहिए?
गणेश जी की एक ही प्रतिमा स्थापित करना चाहिए प्रतिमा तीन अंगुल से बड़ी नहीं होनी चाहिए और गणेश जी का विग्रह संगमरमर या लाल पत्थर का हो ।
bhagwan ki murti hath se girna
एक मान्यता है कि भगवान की मूर्ति अगर हाथ से छूटकर गिर जाए तो यह अनहोनी की ओर संकेत करता है. माना जाता है कि इससे परिवार के किसी सदस्य पर कोई बड़ा संकट आ सकता है. अगर आपसे भी कोई मूर्ति या तस्वीर गिरकर टूट गई है तो उसको जल में प्रवाहित कर दें. तस्वीर पर जो शीशा लगा होता है, उसको पानी में नहीं फेंकना चाहिए.
sapne me bhagwan ki murti tutna
सपने में टूटी हुई भगवान की मूर्ति आध्यात्मिक संकट का संकेत भी हो सकता है। दरअसल ये इस बात की तरफ इशारा करता है कि आप शायद ईश्वर की भक्ति में ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे हैं या कहीं न कहीं अपनी किसी जिम्मेदारी से भागने की कोशिश कर रहे हैं।
घर का मंदिर कैसा होना चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का मंदिर हमेशा ईशान कोण में होना चाहिए. इस दिशा में देवी-देवता निवास करते हैं. इस वजह से यह दिशा सबसे पवित्र मानी जाती है. ईशान कोण यानी उत्तर कोण में मंदिर बनवाने से भगवान का आशीर्वाद परिवार पर बना रहता है.
घर में कितनी बड़ी मूर्ति रखनी चाहिए
ऐसा माना जाता है कि घर में आपको 9 इंच से ज्यादा ऊंचाई की मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। इससे ज्यादा ऊंचाई की मूर्तियों की पूजा करने से पूजा का पूर्ण फल नहीं मिल पाता है और हम उनकी पवित्रता भी नहीं बनाए रख पाते हैं, इसलिए हमेशा आपको छोटी मूर्तियां ही घर में रखने की सलाह दी जाती है।
सपने में खंडित शिवलिंग देखना
सपने में काले शिवलिंग का दिखाई देना शुभ संकेत देता है कि व्यक्ति बीमारियों से मुक्त होने वाला है.
पूजा करते समय हाथ जल जाना
अगर पूजा का दीपक जलाते समय या पूजा पाठ के किसी कार्य के दौरान आपका हाथ जल जाता है तो इसका अर्थ है कि पूजा के दौरान आपसे कोई गलती हुई है। ऐसे में कोशिश करें की आप भगवान की पूजा और अनुष्ठान सही तरीके से करें।
kanch ka tutna shubh hota hai ya ashubh
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर घर में रखी कोई कांच की चीज या दर्पण अचानक टूट जाए तो यह एक शुभ संकेत माना जाता है। ऐसा अनुमान है कि घर में कोई बड़ी मुसीबत आने वाली थी जिसे कांच ने अपने ऊपर ले लिया। टूटा हुआ शीशा इस बात का संकेत देता है कि आने वाला संकट टल गया है और आपका परिवार अब पूरी तरह से सुरक्षित है।
घर के मंदिर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मंदिर या पूजाघर के साथ ही बेडरूम में भी माचिस या लाइटर जैसी ज्वलनशील चीजें नहीं रखनी चाहिए. ऐसा करने से इसका नकारात्मक प्रभाव दांपत्य जीवन पर पड़ता है.
घर में भगवान की मूर्ति रखने के नियम
देवी-देवताओं की प्रतिमा घर की पश्चिम दिशा में रखने से भगवान की कृपा नहीं बरसती है. इस बात को ध्यान में रखें. घर की उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित करने के लिए बिल्कुल ही अच्छी नहीं मानी जाती है. अगर इसी दिशा में भगवान को बिठाना है तो उनके नीचे हरे और नीले रंग का कपड़ा बिछाएं.
mandir rakhne ki sahi disha
पूर्व या उत्तर दिशा के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में बनाना चाहिए। वास्तु की मान्यता है कि ईश्वरीय शक्ति ईशान कोण से प्रवेश करती है और नैऋत्य कोण (पश्चिम-दक्षिण) से बाहर निकलती है।
शंख का टूटना शुभ या अशुभ
इस विषय पर शास्त्र कहता है कि शंख का टूटना अशुभ नहीं बल्कि शुभ होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि शंख (घर पर शंख रखने के नियम) सकारात्मकता का संचार करता है और ऐसे में अगर ये टूट जाए तो इसका अर्थ होता है कि कोई बुरी बला या होने वाली अशुभ घटना टल गई है।
bhagwan ki murti ka jalna
मूर्ति की पूजा करते रहने से उसमें देवत्व का वास हो जाता है इसलिए जब मूर्ति खंडित (Murti khandit) हो तो उसे आप अक्षत के साथ बहते जल में विसर्जित कर दीजिये। कहते हैं इस तरह उस मूर्ति में मौजूद देवत्व चला जाता है और सभी संकट भी टल जाते हैं।
kisi ka purana mandir lena chahiye ya nahi
ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला के अनुसार, पुराने मंदिर और जिन मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा हो चुकी है, उन्हें पानी में नहीं बहाना चाहिए।सर्वोत्तम उपयोग के लिए इसे किसी गुरु या मंदिर के पुजारी को सौंप दिया जाना चाहिए।
हनुमान जी की मूर्ति घर में रखनी चाहिए या नहीं
घर में हनुमानजी का चित्र लगाने से सभी प्रकार की समस्याएं और बाधाएं दूर हो जाती हैं। मान्यता है कि हनुमानजी की तस्वीर लगाने से सभी बुरी शक्तियां दूर रहती हैं। वास्तु के के अनुसार हनुमान जी मूर्ति या फोटो को दक्षिण दिशा में लगाना शुभ माना गया है।
agar laddu gopal ki murti khandit ho jaaye to kya karen – murti ka khandit hona
यदि आपकी लड्डू गोपाल जी की मूर्ति खंडित हो गई है तो इसके लिए सबसे पहले उसे जोड़कर रख दें। इस बात का ध्यान रखें कि मूर्ति को जोड़ते समय शरीर के अंग अलग-अलग नहीं होने चाहिए। मूर्ति को जोड़ने के बाद उसे मंदिर से हटा दें और घर से बाहर किसी पवित्र पेड़ नीचे या मंदिर के बाहर रख दें।
bhagwan ka mukut girna
मूर्ति से फूल गिरना इस बात का संकेत है कि आपकी मनोकामना जल्द ही पूरी होने वाली है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ने वाली है. एक अन्य धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान की मूर्ति या तस्वीर से फूल गिरने का मतलब है कि भगवान ने आपकी पूजा स्वीकार कर ली है.
pathar ka tutna shubh ya ashubh – vastu bhagwan photo
रत्न के खो जाने, टूट जाने या दरार आने पर क्या होता है? ज्योतिष शास्त्र और रत्न शास्त्र के अनुसार, यदि आपने कोई रत्न पहना है और वह टूट गया है या फिर चटक गया है, तो इसे अशुभ माना जाता है.
bhagwan ki photo jalne se kya hota hai – bhagwan ki photo jal jana
जली हुई तस्वीर या खंडित मूर्ति की पूजा करना अशुभ माना जाता है. अगर आपके हाथों से भी भगवान की मूर्ति टूट गई या फिर खंडित हो गई है तो सबसे पहले भूल के लिए माफी मांग लें. इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें. खंडित मूर्ति या फोटो को दोबारा से पूजाघर में ना रखें.
एक घर में दो मंदिर रख सकते हैं
ऐसा कहा जाता है एक ही भगवान की ज्यादा मूर्तियां पूजा घर(इन जगहों पर रखें मंदिर) में नहीं रखनी चाहिए। यदि भगवान गणेश की दो प्रतिमाएं हैं तो इन्हें घर के अलग-अलग जगह पर रख सकते हैं।
laughing buddha history hindi
माना जाता है कि लाफिंग बुद्धा महात्मा बुद्ध के एक जापानी शिष्य थे. उनका असली नाम होतेई था. जब उन्होंने बुद्ध से शिक्षा प्राप्त कर ली तो अचानक वे जोर-जोर से हंसने लगे और उन्होंने अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया कि वे जहां भी रहेंगे लोगों को हंसाएंगे. होतेई का शरीर गोल-मटोल था, पेट निकला हुआ था.
शिव जी की मूर्ति घर में रखनी चाहिए या नहीं
शिव मूर्ति (घर के मंदिर में वास्तु अनुसार रखें मूर्तियों की संख्या) को किसी भी खिड़की या दरवाजे के पास नहीं रखना चाहिए बल्कि एक सकारात्मक स्थान पर ही रखना चाहिए। शिव मूर्ति को भूलकर भी बेडरूम या बाथरूम के पास स्थापित नहीं करना चाहिए और इसे घर के मुख्य द्वार पर बजी रखने से बचना चाहिए।
सपने में पीतल की मूर्ति देखना
सपने में पीतल देखना (Sapne Me Pital Dekhna) – स्वप्न शास्त्र मुताबित अगर आप सपने में पीतल से बनी कोई वस्तु देखते हैं तो ये एक शुभ संकेत है।इसका मतलब है कि नौकरी पेशा लोगों को ऑफिस में प्रमोशन मिल सकता है।
मंगलवार को कांच टूटने से क्या होता है
अगर आप गलती से कोई शीशा तोड़ देते हैं, तो यह माना जाता है कि बुराई आपके घर से जा रही है और सौभाग्य आने वाला है. – ज्यादातर समय लोग टूटे हुए कांच को एक शुभ शगुन मानते हैं. कहा जाता है कि इससे आपके जीवन में, कुछ शुभ चीज की शुरुआत होने वाली है.
khatu shyam ki murti ghar mein rakh sakte hain
बाबा को अपने घर का सदस्य माने और जैसे लड्डू गोपाल को प्यार स्नेह से रखते है वैसे रखे । जैसे और देवी देवताओ की पूजा करते है वैसे करे । वो तो भाव का भूखा है भाव से उसे प्यारे प्यारे भजन सुना दे तो वो उसमे भी राजी है । ये मेरा विश्वास है उसके रहते आपकी हार नही होगी ।
हनुमान जी की मूर्ति स्थापना कैसे करे
शाम को लाल वस्त्र बिछाकर हनुमान जी की मूर्ति या फोटो को दक्षिण मुंह करके स्थापित करें। – खुद लाल आसान पर लाल वस्त्र पहनकर बैठ जाएं। – घी का दीपक और चंदन की अगरबत्ती या धूप जलाएं। – चमेली तेल में घोलकर नारंगी सिंदूर और चांदी का वर्क चढ़ाएं।
दुकान में कौन सी मूर्ति रखनी चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दुकान या दफ्तर के पूजा घर में हमेशा भगवान गणेश, मां सरस्वती और मां लक्ष्मी की खड़ी हुई तस्वीर लगानी चाहिए. इस बात का भी ध्यान रखें कि पूजा घर में कभी भी अंधेरा नहीं रहना चाहिए. इन जगहों पर रोशनी होनी चाहिए. मंदिर के आस पास सीलन नहीं होनी चाहिए, इससे व्यापार में आर्थिक नुकसान होता है.
विष्णु की मूर्ति कैसी होनी चाहिए
विशेषज्ञों के अनुसार, घर में रखने के लिए भगवान विष्णु की पीतल धातु की मूर्ति सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है क्योंकि वह पीली धातु की होती है और भगवान विष्णु को पीला रंग सबसे प्रिय होता है। आप भगवान की मूर्ति को केवल मंदिर में ही रखें क्योंकि भगवान की मूर्ति पूजा के लिए होती है और यह कोई शो पीस नहीं है।
murti kis din visarjan karna chahiye
सुबह के समय करें विसर्जन
आगे बताया कि गणेश-लक्ष्मी और कुबेर की पुरानी प्रतिमा का विसर्जन सुबह के समय ही करना चाहिए. सूर्यास्त के बाद भूलकर भी विसर्जन न करें.
sapne me bhagwan ki murti dekhna
भगवान की मूर्ति को बहुत पवित्र माना जाता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए हम मूर्ति की पूजा करते हैं, ऐसे में यदि आपको कभी मूर्ति के टूटने का सपना दिखाई देता है तो यह नकारात्मक संकेत हो सकता है। यह सपना आपको सचेत करने का एक तरीका भी हो सकता है।
दुकान में गणेश जी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए
यदि आप गणेश प्रतिमा अपने कार्यस्थल यानी दुकान या ऑफिस में रखना चाहते हैं तो खड़े हुए गणेशजी की प्रतिमा रखना बहुत ही शुभ होता है। इससे उस स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है। उस काम में वृद्धि होती है और तरक्की होती है।
लक्ष्मी जी की तस्वीर कैसी होनी चाहिए
घर में माता लक्ष्मी की तस्वीर जरूर रखनी चाहिए. मां लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर रखनी चाहिए जिसमें ऐरावत हाथी हो. ऐरावत हाथी के साथ माता लक्ष्मी की तस्वीर बेहद शुभ मानी जाती है. अगर इस तस्वीस में हाथी ने अपनी सूंड में कलश लिया हो तो यह और भी शुभ फल प्रदान करने वाली तस्वीर मानी जाती है.
घर के मंदिर में कितने भगवान रखना चाहिए?
आप चाहें तो तीन से कम या ज्यादा मूर्तियां रख सकते हैं। घर के मंदिर में हनुमानजी की एक ही मूर्ति रखनी चाहिए। मंदिर में बैठे हुए हनुमानजी की प्रतिमा रखना श्रेष्ठ होता है। घर में मंदिर में आमतौर पर अलग-अलग देवी-देवताओं की एक-एक मूर्तियां ही रखना श्रेष्ठ रहता है।
घर में कौन सी मूर्ति नहीं रखनी चाहिए
घर के मंदिर में कभी भी काली मां, राहु- केतु, शनि देव की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। क्योंकि ये सब मूर्ति उग्र मानी जाती हैं।
sapne me tuti hui shivling dekhna
सामान्य तौर पर, हिंदू धर्म में शिवलिंग भगवान शिव का प्रतीक है, जो सृजन और विनाश का प्रतिनिधित्व करता है। सपने में टूटा हुआ शिवलिंग संभावित रूप से आपके जीवन में व्यवधान, परिवर्तन या हानि की भावनाओं का प्रतीक हो सकता है।
sapne me hanuman ji ki murti dekhna
यदि आपको स्वप्न में हनुमानजी की प्रतिमा दिखाई देती है तो ऐसा सपना बेहद शुभ माना जाता है। इस सपने का अर्थ है कि शीघ्र ही आपको बड़ी सफलता मिलने वाली है। अगर कोई कानूनी मामले हैं तो उसमें भी विजय मिलने की संभावना है। ऐसा सपना व्यक्ति के सौभाग्य का प्रतीक माना जाएगा।
Hanumaan ji ka naya mandir banaye hai jo pehle se tha, lekin bahut chota tha Hanumaan ji v khandit ho gye the,Ab bada banaye hai lekin Hanumaan mandir hi hai aur Hanumaan ji rakhni hai lekin kya Shiv bhagwan aur maa Durga ki chota-chota murti right nd left krr k rakh sakte hai mandir mein,yaha k pandit bolted hai nhi,so pls mujhe sahi jaankari dejeye…
5 Comments
Agar Ghar ki murti thodi bahut kharoch hui hai. Shifting ke doran. To Kya tab bhi Hume murti pravah Leni chahiye?
Hanumaan ji ka naya mandir banaye hai jo pehle se tha, lekin bahut chota tha Hanumaan ji v khandit ho gye the,Ab bada banaye hai lekin Hanumaan mandir hi hai aur Hanumaan ji rakhni hai lekin kya Shiv bhagwan aur maa Durga ki chota-chota murti right nd left krr k rakh sakte hai mandir mein,yaha k pandit bolted hai nhi,so pls mujhe sahi jaankari dejeye…
M gusse m radharani aur krisn ji ki murti tod di m kya kru abb 😭😭😭😭 bhagwan hme maf kr dijiye m is pap k liye kya prayschit kru😭
मेरे से शिव पूजा करते समय शिव जी का लिंग जो छोटा सा था वो पारद का था टूट गया क्या करे
शास्त्रों में ये बताया गया है की खंडित शिवलिंग की पूजा नहीं करनी चाहिए| असली पारद शिवलिंग यहाँ से ख़रीदे – Buy original pard shivling