एक ऐसा मंदिर जिसे इंसानों ने नहीं बल्कि भूतों ने बनाया था? क्या सच में इस मंदिर के निर्माण के लिए भगवान शिव ( Bhagwan Shiv ) ने भूतों को दिया था आदेश? आखिर क्यों ये मंदिर बना हुआ है आधा अधूरा? आखिर क्यों भूतों ने नहीं बनाया इसे पूरा? आखिर बिना चूना और गारे से कैसे बना ये मंदिर? आखिर क्यों बड़े से बड़े आंधी तूफ़ान के आने से भी नहीं गिरता ये मंदिर?
ये अद्भुत और चमत्कारी मंदिर ( Mysterious Temple ) अपने इन रहस्यों से कर देता है सबको हैरान। आखिर क्यों नहीं रुकता कोई भी रात के समय इस स्थान पर? कुछ ऐसे अनसुलझे रहस्य जो आज भी दबे हुए है इन पत्थरों के बीच। आखिर कौन सा है ये मंदिर? कहाँ पर स्थित है ये मंदिर? जानने के लिए हमारे साथ अंत तक जरूर बने रहिएगा।
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ककनमठ मंदिर कहाँ स्थित है? ( Kakanmath Mandir kahan sthit hai? )
ककनमठ मंदिर का इतिहास (Kakanmath Temple History in hindi )
ककनमठ मंदिर का रहस्य ( Kakanmath Temple Mystery in hindi)
साथ ही इस मंदिर को देखते ही ऐसा लगता है जैसे कि यह अभी गिर जाएगा। लेकिन हैरानी की बात ये है कि बड़े से बड़े आंधी तूफ़ान भी इस मंदिर को हिला नहीं पाए। साथ ही मंदिर के आस पास गिरे पत्थरों को जब कोई पर्यटक या कोई भी व्यक्ति अपने साथ ले जाने का प्रयास करता है तो ये मंदिर हिलने लगता है, यह देख पत्थर उठाने वाला व्यक्ति भय से पत्थर को वंही पर छोड़ देता है। चौंका देने वाली बात ये है कि इस तरह के पत्थर आस पास के क्षेत्रों में कंही नहीं मिलते।
जब वैज्ञानिकों ने इस मंदिर का निरीक्षण किया तो वे भी हैरान थे कि आखिर बिना गारे और चूने से इस पत्थर का निर्माण कैसे किया गया होगा? साथ ही ये मंदिर हज़ारों साल से जस का तस अपने स्थान पर खड़ा है। हालंकि इस मंदिर को दुनिया के सात अजूबों में शामिल नहीं किया गया लेकिन इस मंदिर का निर्माण अपने आप में ही एक रहस्य बना हुआ है। पर्यटक भी अगर इस मंदिर को देखते हैं तो वे भी मंदिर को देख दंग रह जाते हैं।
दोस्तों आप इस मंदिर के बारे में क्या कहना चाहेंगे? आपको क्या लगता है इन दोनों कहानी में से कौन सी कहानी अधिक सत्य है? अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर साझा कीजियेगा। साथ ही कमेंट बॉक्स में हर हर महादेव जरूर लिखियेगा। दोस्तों अगर आपके आस-पास या आपके साथ कोई ऐसी घटना घटित हुई है जो किसी चमत्कार से कम नहीं है तो आप हमारे साथ जरूर साझा कीजियेगा।
( भगवान शिव काल और मृत्यु से परे माने जाते हैं इसलिए यदि आपके भीतर मृत्यु से जुड़ा कोई भय है या किसी बुरे साये से परेशान हैं तो भगवान शिव के अद्भुत शक्तियों वाले महा मृत्युंजय कवच ( Maha Mrityunjaya Kavach ) को शुभ मुहूर्त या सोमवार के दिन धारण करें, आपकी परेशानी का शीघ्र ही हल मिलेगा। )
ककनमठ मंदिर की कहानी | Kakanmath Mandir ki Kahani
ककनमठ मंदिर का दूसरा नाम क्या है? | What is the other name of Kakanmath temple?
ककनमठ मंदिर की कहानी क्या है? | What is the story of Kakanmath Temple?
शिलालेख में कहा गया है कि कीर्तिराज ने सिंहपानिया (आधुनिक सिहोनिया) में पार्वती के भगवान (शिव) को समर्पित एक असाधारण मंदिर बनवाया। एक लोक कथा के अनुसार, मंदिर का नाम काकनावती या काकनाडे के नाम पर “काकनमध” रखा गया, जो सूरजपाल की रानी थीं। इस कथा की ऐतिहासिकता संदिग्ध है।
मध्य प्रदेश में कौन सा मंदिर भूत ने बनवाया था? | Which temple in Madhya Pradesh was built by ghost?
ककनमठ मंदिर/Kakanmath Temple और अनेक चमत्कारों के बीच, मध्य प्रदेश के मुरैना में ककनमठ मंदिर/Kakanmath Temple, अपने निर्माण से जुड़ी पहेली के कारण एक उल्लेखनीय दृश्य के रूप में सामने आता है।
एमपी में कौन सा रहस्यमयी मंदिर है? | Which mysterious temple is in MP?
ककनमठ मंदिर/Kakanmath Temple एक अद्भुत रहस्य है आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि मध्य प्रदेश का ककनमठ मंदिर/Kakanmath mandir सीमेंट की गाड़ियों से नहीं बनाया गया था।
ककनमठ मंदिर तस्वीरें | Kakanmath Mandir photos
ककनमठ मंदिर का निर्माण किसने करवाया था? | Who built Kakanmath Temple (who made kakanmath temple)
ककनमठ मंदिर कौन से भगवान का मंदिर है | Kakanmath Temple which God
ककनमठ मंदिर से डेंडेरा मंदिर की दूरी कितनी है? | How much distance from Kakanmath Temple to dendera temple
ककनमठ मंदिर/Kakanmath mandir से डेंडेरा मंदिर की दूरी 4,514 Km है |