Nalahareshvar Mahadev Mandir
भारत देश चमत्कारों का देश है। यहां कदम-कदम पर आपको चमत्कारी दृश्य देखने को मिलेंगे। जिन्हें देखकर वैज्ञानिक तक हैरान रह गए। लेकिन इनके रहस्य को आज तक कोई समझ नहीं पाया। यहां अनेकों ऐसे मंदिर मौजूद है। जोकि अपने-आप में ही बेहद खास और अद्भुत है। मंदिर,,,जहां दर्शन करने के लिए भक्त बड़ी खुशी-खुशी जाते है। वहीं भारत में अनेकों ऐसे मंदिर है जो कि अपने में कई रहस्य समेटे हुए है। जिनका रहस्य आज तक रहस्य भी है। महाभारत और रामायण काल के भी अनेकों मंदिर आज भी इस धरती पर मौजूद है। आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे( Nalahareshvar Mahadev Mandir)नलहरेश्वर महादेव मंदिर की। जोकि महाभारत काल के समय से है। जिसका हिंदु धर्म में बहुत महत्व है।
कहां स्थित है नलहरेश्वर महादेव मंदिर(Nalahareshvar Mahadev Mandir)
यह मंदिर नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका और नल्हड़ गांव में स्थित(Nalahareshvar Mahadev Mandir) नलहरेश्वर महादेव मंदिर है। इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण ने कौरवों और पांडवों का समझौता कराने के लिए इस जगह को चुना था। यह प्राचीन और अद्भुत मंदिर अरावली पर्वत की गोद में बसा हुआ है। जोकि देखने में बहुत मनमोहक और सुंदर लगता है। कहते है कि पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान इसी अरावली पर्वत पर कुछ समय बिताया था, और यही कारण है कि नूंह जिले के भोंड, फिरोजपुर झिरका और नल्हड़ गांव में तकरीबन 5000 साल पुराने शिवलिंग मिले , जिसके हिंदु समाज ने इन्ही स्थानों पर भव्य शिव मंदिर बनवाए। जिनकी काफी मान्यता है।
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आखिर पेड़ से कैसे निकलता है पानी Nalahareshvar Mahadev Mandir
नलहरेश्वर मंदिर (Nalhar Mahadev Mandir) की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां एक ऐसा पेड़ मौजूद है,जिससे हर वक्त पानी निकलता रहता है। इस पेड़ का नाम कदम का पेड़ है जोकि मंदिर से लगभग 500 फीट से अधिक की ऊंचाई पर मौजूद है। इस कदम के पेड़ से सदियों से मीठा अनवरत जल बहता रहता है। कहते है कि इस पेड़ के नीचे एक कुंडली बनी हुई है , मान्यता है कि इसमें मोटर या नली से पानी निकालने के अलावा किसी बर्तन से पानी निकाला जाएगा, तो तब भी उसकी मात्रा कम नहीं होती ।
नर्मदेश्वर शिवलिंग Narmadeshwar Shivling क्या है
मंदिर तक जाने के लिए बनाई गई 287 सीढ़ियां
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने कौरवों और पांडवों का समझौता करवाने के लिए इस जगह का चुना था। मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण जे की जहां-जहां भी कदम पड़े वहां पर अक्सर कदम का पेड़ मिलता है। जिस जगह पर कदम के पेड़ से पानी निकलता है उस जगह पर जाने के लिए 287 सीढ़ियां बनवाई गई है। ताकि श्रद्धालु कदम के पेड़ से बहने वाले पानी को आसानी से देख सकें, और अपने बर्तनों में भरकर अपने घर ला सकें। नलहरेश्वर महादेव मंदिर(Nalhar Mahadev Mandir) में शिवरात्रि पर अक्सर भव्य मेले का आयोजन करवाया जाता है । इसी के साथ यहां शिवभक्त कावड़ भी चढ़ाते है। इस मंदिर को देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धामु यहां आते है।