सोचिये की सिर्फ एक छोटे से पौधे से आपके जीवन के सारे स्वास्थ्य से जुड़े कष्ट दूर हो जाये तो क्या कहने। एक ऐसा पौधा जो प्राचीन काल से मानव जाती को अपने औषधीय गुण से लम्बी आयु प्रदान करता हुआ आया है। इसे हम तुलसी का पौधा कहते है जो हिंदुओं के घर में अवश्य देखें को मिल जाता है। तुलसी सिर्फ एक पौधा नहीं है। यह एक चमत्कारी बूटी है जिसको माला के रूप में धारण करने से अनेक प्रकार से रोग दूर हो जाते है तथा सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है। tulsi mala पहनने से व्यक्ति के व्यक्तित्व में एक अलग तरह का जोश देखने को मिलता है।
Tulsi Ki Mala Ke Fayde -Astrology in hindi
Tulsi ki mala का हमारी संस्कृति मे एक अलग पवित्र स्थान है। तुलसी की माला तुलसी पौधे के तने से बनायी जाती है। माना जाता है की इसके अंदर देवी निवास करती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आप तुलसी की माला को अपने गले मे धारण करते है तो इस से आपकी कुंडली में बुध और गुरु दोनों ग्रहों को बल मिलता है और उनका स्थान मजबूत होता है। इसलिए अगर जातक की कुंडली में बुध और गुरु गृह कमजोर हो तो उन्हें तुलसी की माला धारण करनी चाहिए। तुलसी माला के अनेक लाभ है परन्तु अगर tulsi ki mala का पूजन कर के उसे गले मे पहना जाये तो आपको जीवन मे सभी प्रकार के सुख प्राप्त होते है। तुलसी माला में असीम ऊर्जा विद्यमान होती है। इसे पहनने से आपके शरीर में एक्वा पंक्चर होता है और गंभीर बीमारियों से मुक्ति मिलती है। tulsi mala से जाप करने से आप की आत्मा की शुद्धि होती है और इसके द्वारा आप प्रभु की शरण मे आते है।
How to wear tulsi mala (कैसे पहनें तुलसी की माला)
हमारे शास्त्रों मे लिखा है की कोई भी पवित्र चीज धारण करने से पहले उसका विधि-विधान से पूजन करना अवश्यक है जिससे उसका असर बढ़ जाता है। tulsi ki mala को पहनने से पहले उसे दूध और गंगाजल से धो कर पवित्र कर ले फिर किसी भी पास के श्रीकृष्ण मंदिर मे जाकर भगवान विष्णु या प्रभु श्रीकृष्ण की पूजा कर ले और इसके बाद हाथ जोड़ कर मन ही मन भगवान विष्णु का धयान करे और tulsi mala को अपने गले मे पवित्र मन से धारण कर ले।
Tulsi mala wearing rules
ध्यान रहे की tulsi mala को पहनने के भी नियम बनाये गए है और इन tulsi mala rules का अपना एक अलग ही स्थान से जिसे पूरा करना जरूरी होता है। तभी जातक को इस चमत्कारी tulsi ki mala का लाभ मिलता है।
1- वह जातक जो तुलसी की माला पहनते है उन्हें प्याज और लहसुन का त्याग करना चाहिए।
2- तुलसी की माला पहनने वाले जातकों को किसी भी रूप में मांसाहारी भोजन नहीं खाना चाहिए।
3- Tulsi ki mala और रुद्राक्ष की माला को भूल कर भी साथ में नहीं पहनना चाहिए, इसका असर विपरीत होता है।
4- मृत्यु के बाद भी तुलसी माला को देह से दूर नहीं करना चाहिए वरना आत्मा विष्णु लोक में नहीं जा पाती।
How to identify original tulsi mala
How to identify original tulsi mala:तुलसी का तना अंदर से सफ़ेद होता है और इसी वजह से असली तुलसी की माला एकदम सफ़ेद रंग की होती है। अगर आप इसकी पहचान करना चाहते है तो तुलसी की माला को पानी में 30 मिनट तक भिगोकर रख दें। अगर वह अपना रंग छोड़ने लगे तो समझ जाइये की माला नकली है।
Original tulsi mala price
मार्किट मे सभी तरह की tulsi mala उपलब्धद्ध है परन्तु असली tulsi mala for neck मिलना मुश्किल है। यदि आप विधि-विधान से शुद्ध की हुई एकदम असली तुलसी की माला खरीदना चाहते है तो अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट से Tulsi Mala खरीद सकते है। यहाँ आपको एकदम 100% असली तुलसी की माला प्राप्त होंगी।