शनि दोष | Shani Dosh
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार Shani dosh को सभी प्रकार के दोषों में सबसे ज्यादा कष्टदायक माना गया है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष का योग है या शनि कुंडली में गलत घर पर विराजमान हो तो जातक को शनि दोष के लक्षण स्वयं ही दिख जाते है। जीवन में नाकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है। कार्यों में बाधा आती है और जातक का स्वास्थ्य आपका साथ नहीं देता है। क्योंकि शनि देवता धीमी प्रवर्ती के देव है, इसी वजह से इसका असर कुंडली पर लम्बे समय तक रहता है।
कुंडली में शनि की खराब स्थिति हो तो व्यक्ति हमेशा सोच में डूबा रहता है. ऐसे लोग खुद से ही बातें करते हैं. शनि की अशुभ स्थिति होने पर व्यक्ति मांगलिक कार्यों में हिस्सा नहीं लेता है. शनि के दुष्प्रभाव से इन लोगों के सिर हर हमेशा गुस्सा सवार रहता है।
क्या हैं शनि दोष के लक्षण? | शनि पीड़ा के लक्षण | What are the Signs of Shani Dosha? | Shani grah ke lakshan | Shani bhari hone ke lakshan | Shani prakop ke lakshan
- समय से पहले आंखों का कमजोर होना।
- कम उम्र में जरूरत से ज्यादा बालों का झाड़ना।
- ज्यादातर सिर में दर्द रहना।
- भगवान से दूर होने का विचार आना।
- नकारात्मकता (नकारात्मकता दूर करने के उपाय) की ओर बढ़ना।
- बुरी आदतें जैसे चोरी, छल-कपट करना।
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What is Shani Dosh? | Shani Dosh kya hai
शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है इस तरह शनि दोष व्यक्ति के कर्मों पर निर्भर करता है। शनिदेव व्यक्ति के बुरे कर्मों का दंड उन्हें प्रदान करते है। जब व्यक्ति की राशि में शनि दोष लगता है तो उसे अपने जीवन में कई तरहे के संघर्षों से जूझना पड़ता है। आजीविका चलाने के लिए कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है। जब व्यक्ति को समय-समय पर रोग घेरे रहें, आर्थिक संकट आ जाये, बुरी चीजों में लिप्त होने का मन करे, ये सभी शनि दोष के लक्षण हैं।
शनि दोष के लक्षण | Shani Dosh Ke Lakshan
शनि दोष के लक्षण –
यदि कुंडली में शनि दोष है तो व्यक्ति के धन और संपत्ति धीरे-धीरे अनावश्यक कार्यों में खर्च होने लगती है। शनि दोष होने पर वाद-विवाद की स्थिति बनती है, व्यक्ति पर झूठे आरोप लगते हैं। इसके अलावा कोर्ट केस के मामले बनते हैं।
1. समय से पहले आँखें कमजोर होना।
2. कम उम्र में बाल अत्यधिक झड़ना।
3. सर में अधिक दर्द रहना।
4. नास्तिक होना या भगवान का हर बात में मजाक बनाना
5. अपने से बड़े-बुजुर्गों का अपमान करना।
6. चोरी करना, जुआ खेलना और सट्टे लगाना।
7. मस्तिष्क में सदैव द्वन्द रहना।
8. जरूरत से ज्यादा आलसी और चालाक होना।
2. कम उम्र में बाल अत्यधिक झड़ना।
3. सर में अधिक दर्द रहना।
4. नास्तिक होना या भगवान का हर बात में मजाक बनाना
5. अपने से बड़े-बुजुर्गों का अपमान करना।
6. चोरी करना, जुआ खेलना और सट्टे लगाना।
7. मस्तिष्क में सदैव द्वन्द रहना।
8. जरूरत से ज्यादा आलसी और चालाक होना।
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शनि दोष निवारण उपाय | Shani Dosh Nivaran Upay
शनि दोष से भयभीत न हो, करे उपाय :
शनि वह देवता है जिनके नाम से देवता भी भयभीत हो जाते है। शनि ग्रह की छवि हमारे ज्योतिष में एक न्यायप्रिय देवता की है जो नया में विश्वास रखते है। यह अच्छे कर्मों का अच्छा और बुरे कर्मो का बुरा परिणाम देते है परन्तु कभी कभी अनजाने मे की हुई गलतियों से भी शनि देव रुष्ट हो जाते है जिसकी वजह से जीवन में तरह तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार यह आपकी कुंडली में शनि दोष बन के आता है और जीवन कठिनाइयों से भर जाता है इसलिए जरुरी है की शनि दोष का निवारण जल्द से जल्द किया जाये। आज हम आपको इस लेख मे बताएँगे की शनि दोष क्या होता है और शनि दोष के लक्षण क्या है। साथ ही साथ हम शनि दोष के उपाय पर भी चर्चा करेंगे।
शनि वह देवता है जिनके नाम से देवता भी भयभीत हो जाते है। शनि ग्रह की छवि हमारे ज्योतिष में एक न्यायप्रिय देवता की है जो नया में विश्वास रखते है। यह अच्छे कर्मों का अच्छा और बुरे कर्मो का बुरा परिणाम देते है परन्तु कभी कभी अनजाने मे की हुई गलतियों से भी शनि देव रुष्ट हो जाते है जिसकी वजह से जीवन में तरह तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार यह आपकी कुंडली में शनि दोष बन के आता है और जीवन कठिनाइयों से भर जाता है इसलिए जरुरी है की शनि दोष का निवारण जल्द से जल्द किया जाये। आज हम आपको इस लेख मे बताएँगे की शनि दोष क्या होता है और शनि दोष के लक्षण क्या है। साथ ही साथ हम शनि दोष के उपाय पर भी चर्चा करेंगे।
How to Check Shani Dosh in Kundali? | Shani Dosh ko kundali me kaise cheak kare
Shani Dosh की पहचान करना कोई कठिन कार्य नहीं है। बस इतना मालूम होना चाहिए की शनि का मेल अगर मेष राशि मे हो तो वो नीच माना जाता है और इसी को हम शनि दोष कहते है। कई बार देखने मे आया है की अगर शनि ग्रह शत्रु राशि का हो तो भी वो दोष की अवस्था मे आपकी कुंडली मे प्रवेश करता है। यदि शनि सूर्य ग्रह के साथ विराजमान हो और सूर्य अस्त ना हो रहा हो तो इसे भी Shani Dosh का एक रूप माना जाता है। धयान रहे की शनि दोष आपकी कुंडली मे तब भी लग सकता है जब वो चंद्र के साथ हो। ऐसा होने पर जातक को घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कुलमिलाकर यह सारी दशा शनि दोष का कारण बनती है।
Shani dosh kaise dur kare | How to remove shani effect
Shani dosh nivaran कोई कठिन कार्य नहीं है बल्कि आप अपने रोजमर्रा के जीवन मे अंतर लाके ही शनि की क्रूर दृष्टि से मुक्ति पा सकते है या शनि दोष के असर को कम कर सकते है। बस आपको नीचे दिए गए कुछ शनि दोष से बचने के उपाय को करना होगा।
हर शनिवार को करें यह शनि दोष उपाय
1. स्नान करके मंदिर जाये और पश्चिम दिशा में सरसों के तेल का दिया जलाये।
2. शनि चालीसा का पाठ करे और हाथ जोड़कर उनकी कृपा पाने की लिए प्रार्थना करें।
3. याद रखे की शनिवार के दिन काली वस्तु का दान करें इस से शनिदेव प्रसन्न होते है।
4. ध्यान रखे की शनिवार के दिन लोहे की बनी चीजों का त्याग करें और उन्हें ना खरीदे।
5. अपनी की गयी जानी अंजानी गलतियों के लिए शनि देव से हाथ जोड़कर माफ़ी मांगे।
कौए को भोजन करवाएं।
6. शनिवार को शनिवार के रत्न नीलम को धारण करें परंतु ध्यान रहे कि इस को धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से सलाह मशविरा अवश्य कर ले।
7. पीपल के वृक्ष की उपासना करे व उसकी परिक्रमा लगाएं इस से शनिदेव शांत होते है।
8. माना जाता है कि शनिवार के दिन लाल कपड़े पहनने और हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी शनि दोष के निवारण होते है।
2. शनि चालीसा का पाठ करे और हाथ जोड़कर उनकी कृपा पाने की लिए प्रार्थना करें।
3. याद रखे की शनिवार के दिन काली वस्तु का दान करें इस से शनिदेव प्रसन्न होते है।
4. ध्यान रखे की शनिवार के दिन लोहे की बनी चीजों का त्याग करें और उन्हें ना खरीदे।
5. अपनी की गयी जानी अंजानी गलतियों के लिए शनि देव से हाथ जोड़कर माफ़ी मांगे।
कौए को भोजन करवाएं।
6. शनिवार को शनिवार के रत्न नीलम को धारण करें परंतु ध्यान रहे कि इस को धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से सलाह मशविरा अवश्य कर ले।
7. पीपल के वृक्ष की उपासना करे व उसकी परिक्रमा लगाएं इस से शनिदेव शांत होते है।
8. माना जाता है कि शनिवार के दिन लाल कपड़े पहनने और हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी शनि दोष के निवारण होते है।
Shani Dosha Nivaran
1. शनि दोष से बचने के लिए जातक अगर मंत्र का जाप पूरी श्रद्धा से करे तो शनि दोष का प्रकोप कुंडली में से बहुत हद तक कम किया जा सकता है इसके लिए शनि दोष मंत्र: का जाप करें।
2. ध्यान रखिये की पूजा करते समय आपको शनि मंत्र ‘ऊँ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ का जाप करें। यह मंत्र अपनी श्रद्धा के अनुसार 5,7, 11, 21 या 101 बार कर सकते हैं।
3. आप भगवान शंकर को प्रिय पंचाक्षर मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप भी कर सकते है।
महामृत्युंजय मंत्र- ‘ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
4. शनि दोष यदि कुंडली में बहुत नीच स्थान पर है तो इन शनि दोष मंत्र का प्रतिदिन जाप करें।
2. ध्यान रखिये की पूजा करते समय आपको शनि मंत्र ‘ऊँ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ का जाप करें। यह मंत्र अपनी श्रद्धा के अनुसार 5,7, 11, 21 या 101 बार कर सकते हैं।
3. आप भगवान शंकर को प्रिय पंचाक्षर मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप भी कर सकते है।
महामृत्युंजय मंत्र- ‘ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
4. शनि दोष यदि कुंडली में बहुत नीच स्थान पर है तो इन शनि दोष मंत्र का प्रतिदिन जाप करें।
Shani Dosha Nivaran Mantra
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:।
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
मंत्र- ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:।
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।
सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
मंत्र- ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:।
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।
सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।
शनि दोष हटाने के लिए क्या करना चाहिए? | Shani Dosh ko hatane ke liye kya karna chahiye?
Shani Dosh को समाप्त करने का सबसे उत्तम उपाय है शनि यंत्र को घर में स्थापित करना या फिर शनि यन्त्र रूपी लॉकेट को धारण करना। यदि आप किसी शनि दोष से पीड़ित है तो आपको Shani Yantra का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। यह शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे सरल और उत्तम माध्यम है।
शनि दोष के अन्य उपाय :
1. हर शनिवार शनिदेव के मंदिर में तेल का दीपक जलाना चाहिए।
2. शनि महाराज को काली वस्तुएं जैसे काला वस्त्र, काला तिल अर्पित करें
3. भोग में उड़द की खिचड़ी और मीठी पूरी चढ़ानी चाहिए।
4. हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
5. शमी के पेड़ की पूजा करने से शनि दोष की समाप्ति होती है।
6. यदि संभव हो तो घर में शमी का वृक्ष अवश्य लगाएं।
शनि दोष के अन्य उपाय :
1. हर शनिवार शनिदेव के मंदिर में तेल का दीपक जलाना चाहिए।
2. शनि महाराज को काली वस्तुएं जैसे काला वस्त्र, काला तिल अर्पित करें
3. भोग में उड़द की खिचड़ी और मीठी पूरी चढ़ानी चाहिए।
4. हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
5. शमी के पेड़ की पूजा करने से शनि दोष की समाप्ति होती है।
6. यदि संभव हो तो घर में शमी का वृक्ष अवश्य लगाएं।
शनि दोष कब लगता है? | Shani Dosh kab lagta hai?
कब लगता है शनि दोष? When is Shani Dosha Started? – जब कुंडली में शनि वक्री (शनि के वक्री और अशुभ होने में अंतर) हो जाएं या शनि का स्थान नीच हो जाए तो शनि दोष लगता है। वहीं, किसी जीव की हत्या करने के बाद भी कुडंली में शनि दोष लगना शुरू हो जाता है। पत्नी का अपमान करने या उसके साथ अभद्र व्यवहार करने पर भी शनि दोष लगता है।
शनि कमजोर है तो कैसे पता चलेगा? | Shani kamjoor hai toh kaise pta chalega?
- यदि आप अंदर से लगातार उदास महसूस करते हैं तो समझें आपकी कुंडली में शनि कमजोर स्थिति में है.
- अगर आपको लगातार आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है और पैसा हाथ में नहीं टिकता तो समझें आपकी कुंडली में शनि कमजोर है.
- कड़ी मेहनत करने के बाद भी आपको सफलता नहीं मिल रही है तो इसका कारण शनि की कमजोर स्थिति हो सकती है.
शनि खराब होने से क्या होता है? | Shani Kharab hone se kya hota hai?
शनि कमजोर हो तो जातक को धन की हानि होती है और जीवन शक्ति कम होने लगती है। किसी दुर्घटना में अपंगता या गंभीर रोग जैसे कैंसर आदि का सामना करना पड़ सकता है। कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव से मकान का क्षतिग्रस्त होना, मकान का गिरना या मकान बिकने जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है।
शनि ग्रह को शांत करने के लिए क्या करें? | Shani Grah ko shaant karne ke liye kya kare?
रोज हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि देव के गुस्से से बचा जा सकता है। शनि देव की कृपा पाने के लिए चिड़िया, मछली और पशुओं को दाना, पानी या चारा खिला सकते हैं। शनि देव के बुरे प्रभाव से बचने के लिए हर शनिवार के दिन सरसों के तेल के दीपक में काला तिल मिलाकर शनि मंदिर में जलाएं और शनि स्तोत्र का पाठ करें।
जीवन में शनि कितनी बार आता है? | Jivan mai Shani kitni baar aata hai?
शनि एक राशि में करीब ढाई वर्षों तक रहते हैं। ऐसे में सभी 12 राशियों का चक्कर लगाने में शनि को 30 साल का समय लग जाता है। इस तरह से किसी व्यक्ति के जीवन में शनि की साढ़ेसाती 3 बार जरूर आती है।
शनि को मजबूत कैसे बनाएं? | Shani ko majboot kaise banaye
कुंडली में शनि को प्रबल करने के लिए शनिवार के दिन सरसों का तेल, काली गाय और भैंस का दान करना चाहिए. शनिवार के दिन काला कंबल, काला कपड़ा, काला जूता, चप्पल, लोहा और जटा वाला नारियल दान करने से शनि मजबूत होते हैं. नीलम पहनने से शनि मजबूत होते हैं. जातकों पर अपनी कृपा बरसाते हैं.