Close Menu
Buy Spiritual ProductsBuy Spiritual Products
    Buy Spiritual ProductsBuy Spiritual Products
    • Silver Jewellery
    • Spiritual T Shirt
    • Spiritual Locket
    • Spiritual Ring
    • Spiritual Bracelet
    0 Shopping Cart
    Buy Spiritual ProductsBuy Spiritual Products
    0 Shopping Cart
    Home » Pipal Ka Ped – आखिर क्यों की जाती हैं हिन्दू धर्म में पीपल की पूजा ? जानें महत्व और लाभ
    Uncategorized

    Pipal Ka Ped – आखिर क्यों की जाती हैं हिन्दू धर्म में पीपल की पूजा ? जानें महत्व और लाभ

    Dhruv SahaniBy Dhruv SahaniJanuary 17, 2024Updated:January 17, 2024
    Pipal Ka Ped
    Pipal Ka Ped
    Share
    Facebook WhatsApp

    पीपल के पेड़ की सबसे बड़ी विशेषता क्या है? | Pipal Ke Ped ki sabse bade visheshata kya hain

    Pipal Ka  Ped – पीपल की छाया बरगद से कम होती है, फिर भी इसके पत्ते अधिक सुन्दर, कोमल और चंचल होते हैं। वसंत ऋतु में इस पर धानी रंग की नयी कोंपलें आने लगती है। बाद में, वह हरी और फिर गहरी हरी हो जाती हैं। पीपल के पत्ते जानवरों को चारे के रूप में खिलाये जाते हैं, विशेष रूप से हाथियों के लिए इन्हें उत्तम चारा माना जाता है।

    पीपल का पेड़ पवित्र क्यों है? | Pipal Ka Ped pavitr kyu hain

    पीपल के पेड़, जिन्हें बोधि वृक्ष के नाम से भी जाना जाता है, बौद्ध धर्म में महत्वपूर्ण प्रतीक हैं क्योंकि यह लोकप्रिय माना जाता है कि गौतम बुद्ध को इसी वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था । बिहार के बोधगया में प्रसिद्ध बोधि वृक्ष, दुनिया भर के तीर्थयात्रियों द्वारा पूजनीय है, जो इसे एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक स्मारक बनाता है।

    पीपल पर जल चढ़ाते समय क्या बोलना चाहिए? | Pipal par jal chadhate samay kya bolna chaiye

    शनिवार के दिन लोटे में जल के साथ दूध और थोड़ा सा तिल मिलाकर पीपल की जड़ में चढ़ाएं। इसके साथ ही ‘ऊं नमो भगवते वासुदेवाय‘ मंत्र का जाप करते रहें।
    Also read : Shami Ka Paudha – शनि को प्रिय है शमी का पौधा, घर में लगाने की सोच रहे हैं तो पहले जान लें ये आवश्यक बातें
    peepal tree
    peepal tree

    पीपल के पेड़ की कितनी बार परिक्रमा करनी चाहिए? | Pipal Ke Ped ki kitne parikrama karne chaiye

    यदि घर में किसी सदस्य का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता, तो उसे पीपल के पेड़ की 108 बार परिक्रमा करनी चाहिए. इस दौरान उसे “ओम नमः शिवाय” मंत्र का जप करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से शरीर में वात, पित्त और कफ का संतुलन बना रहता है.

    पीपल की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए? | Pipal Ki Puja karte samay konsa mantr bolna chaiye

    अग्रत: शिवरूपाय वृक्षराजाय ते नम:।। आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्। देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।। – इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए।
    peepal ka ped
    peepal ka ped

    पीपल का पेड़ देखना सपने में | Pipal Ka Ped dekhna sapne me

    • यदि पीपल का पेड़ आपको सपने में दिखाई देता है तो यह एक शुभ संकेत होता है। …
    • सपने में पीपल के पत्ते देखने को अर्थ होता है कि आपका भाग्य जागने वाला है।

    पीपल के पेड़ की पूजा | Pipal Ke Ped ki puja

    पीपल के पेड़ की जड़ में रोज जल देने से पितरों का भी आशीर्वाद मिलता है। साथ ही रोजाना पीपल के पेड़ की पूजा करने से पितृदोष से मुक्ति मिल जाती है। क्योंकि पीपल के पेड़ में सभी देवी-देवताओं का निवास स्थान बताया गया है इसलिए इसकी पूजा करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

    पीपल पूजा के नियम | Peepal ke ped ki pooja ke niyaam

    • पीपल के पेड़ (Peepal ke ped) के नीचे दीपक जलाने से पहले उस स्थान को अच्छी तरह से साफ करें।
    • किसी भी धार्मिक अनुष्ठान को करने से पहले आप शारीरिक रूप से साफ रहें।
    • स्नान करने के बाद साफ कपड़े धारण करने के बाद पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए।
    pipal tree
    pipal tree

    पीपल के पेड़ दीवारों पर क्यों उगते हैं? | Peepal ke ped deevaaron par kyu ugate  hain

    बरगद और पीपल दोनों प्रकार के अंजीर के पेड़ हैं और हवाई जड़ें उगाने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाते हैं। ये पेड़ इमारत की दीवारों पर तब उग सकते हैं जब उनकी हवाई जड़ें दीवारों में दरारें या रिक्त स्थान ढूंढती हैं और उनमें बढ़ने लगती हैं।

    पीपल का वृक्ष 24 घंटे ऑक्सीजन क्यों देता है? | Peepal ka vrksh 25 Ghante oxygen kyu deta hian

    पेड़ रात में कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं। परंतु पीपल का पेड़ रात में चांद की रोशनी में भी अपना भोजन बनाते हैं और आक्सीजन छोड़ते हैं। ये रात में कार्बन डाइऑक्साइड भी छोड़ते हैं लेकिन पीपल द्वारा रात में छोड़ी गई आक्सीजन की मात्रा कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा से अधिक होती है।
    pipal puja
    pipal puja

    पीपल के पेड़ के नीचे रात में क्यों नहीं सोना चाहिए? | Peepal Ke Ped ke niche raat mein kyu nahi sona chaiye

    पौधे रात में कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं। इसके आधार पर यह है कि रात में अगर आप पेड़ के नीचे सोते हैं, तो आपको ऑक्सीजन नहीं मिलेगी, जिससे सांस लेने में दिक्कत व दम घुटना आदि हो सकता है। इसलिए पेड़ हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।

    पीपल का पेड़ काटने के नुकसान | Peepal ka ped kaatane ke nukasaan

    वास्तु के अनुसार पीपल के पेड़ को काटने से जीवन में नकारात्मकता आती है. इससे जीवन में दांपत्य जीवन में भी परेशानी होती है. बच्चों के लिए भी ये नकारात्मक होता है. इतना ही नहीं, शास्त्रों के अनुसार पीपल का पेड़ काटने से पितरों को पीड़ा होती है.

    पीपल को कैसे हटाया जाए? | Pipal ko kasie hataaya jae

    पीपल का पेड़ (Pipal Ka Ped)  हटाने का उपाय – मान्‍यता है कि पीपल के पेड़ में भगवान का वास होता है इसलिए इसे ऐसे ही नहीं उखाड़ना चाहिए। पीपल के पेड़ को हटाने के लिए पहले 45 दिन तक उसकी पूजा करें और उस पर कच्‍चा दूध चढ़ाएं। उसके बाद पीपल के पेड़ ( Pipal ke ped ) को जड़ समेत उखाड़कर किसी दूसरे खुले स्‍थान पर लगा देना चाहिए।

    क्या पीपल का पेड़ भाग्यशाली है? | Kya Peepal Ka Ped bhaagyashaalee hain

    सनातन धर्म में पीपल को देवताओं का वृक्ष कहा गया है। ऐसा कहा जाता है कि इस पेड़ के हर पत्ते पर देवताओं का वास होता है। खासतौर पर शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु का वास होता है। इसलिए सौभाग्य और सुख की प्राप्ति के लिए पीपल के पेड़ की पूजा (Peepal ke ped ki puja) अवश्य करनी चाहिए।
    full peepal tree
    full peepal tree

    पीपल के पेड़ को पानी देने से क्या होता है? | Peepal Ke Ped ko pani dene se kya hota hain

    इस वृक्ष में दीपक जलाने और जल चढ़ाने से शनि दोषों से मुक्ति मिलती है और आपकी कुंडली से भी सभी दोष दूर हो जाते हैं। इसमें दीपक जलाने से राशिफल से जुड़ी कोई बड़ी समस्या भी दूर हो सकती है। मंगल दोष, नवग्रह बाधा, शनि की साढ़ेसाती, राहु और केतु की खराब दशा से भी आपको पीपल में जल चढ़ाने से मुक्ति मिलती है।

    पीपल के बारे में क्या खास है? | Pipal ke bare mein kya khaas hain

    यह न केवल ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है बल्कि इसके कई महत्वपूर्ण औषधीय लाभ भी हैं। पीपल के विभिन्न भागों जैसे जड़ की छाल, तने की छाल, जड़ों, पत्तियों और फलों का उपयोग उच्च रक्त शर्करा के स्तर, कब्ज और अस्थमा जैसी स्थितियों को प्रबंधित करने के लिए किया जाता है। पीपल त्वचा रोगों के प्रबंधन के लिए फायदेमंद है।

    पीपल के पेड़ के नीचे कब नहीं जाना चाहिए? | Peepal Ke Ped ke niche kab nahi jaana chaiye

    ऐसी ही बातों में से एक बात है कि रात के समय पीपल के पेड़ के नीचे सोना या आराम करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है और ऐसा करने से आप बुरी आत्माओं के प्रकोप में भी आ सकते हैं। वास्तव में यह बात सच है या नहीं लेकिन इस बात का जिक्र शास्त्रों में भी किया जाता है कि पीपल के वृक्ष के पास रात के समय नहीं जाना चाहिए।
    peepal
    peepal

    पीपल के पेड़ के पास क्यों नहीं जाना चाहिए? | Pipal Ke Ped ke paas kyu nahi jaana chaiye

    अब क्योंकि यह पूजनीय है इसलिए इस पेड़ से जुड़े नियमों का पालन करना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि रात के समय इस पेड़ में लक्ष्मी की बहन अलक्ष्मी का वास होता है और यही कारण है कि इसके पास नहीं जाना चाहिए।

    पीपल के पत्ते को कब तोड़ना चाहिए? | Pipal Ke Patte ko kab nahi todhna chaiye

    मंगलवार के दिन स्नान के बाद पीपल के 11 पत्ते तोड़ लें.

    पीपल के पेड़ पर कितने बजे दीया जलाना चाहिए? | Peepal Ke Ped par kitne baje diya jalaana chaiye

    हालाँकि शास्त्रों में कोई विशिष्ट समय का उल्लेख नहीं है, लेकिन आम तौर पर शाम को सूर्यास्त के बाद , गोधूलि काल के दौरान, जिसे “संध्या” कहा जाता है, दीया जलाने की सलाह दी जाती है। यह अवधि आमतौर पर सूर्यास्त के बाद लगभग 20-30 मिनट तक रहती है।
    peepal leaf
    peepal leaf

    पीपल के पेड़ में कितने देवता रहते हैं? | Peepal Ke Ped me kitne devta rehte hain

    कहा जाता है कि पीपल के पेड़ (Pipal ke ped) की डाल में ब्रह्मा जी, तने में भगवान विष्णु और सबसे ऊपरी भाग में शिव का वास होता है. ऐसे में जो भी व्यक्ति इसकी पूजा करता है उन्हें इन तीनों देवताओं का आशीर्वाद मिलता है.

    वृक्षों का राजा कौन है? | Vrkshon ka raja kaun hain

    सनातन धर्म में पीपल को वृक्षों का राजा कहते है। शास्त्रों के अनुसार इस वृक्ष में सभी देवी-देवताओं और हमारे पितरों का वास भी माना गया है।

    पीपल के पेड़ की उम्र कितनी है? | Pipal Ke Ped ki umr kitne hain

    (Pipal ke ped की आयु 1000 से 5000 वर्ष तक की मानी जाती है।
    peepal ped
    peepal ped

    पीपल का पेड़ कितने घंटे ऑक्सीजन देता है? | Pipal Ka Ped kitne ghante oxygen deta hain

    पीपल 24 घंटे ऑक्सीजन देकर आम लोगों को जीवन प्रदान करता है। पीपल ही ऐसा वृक्ष है जो रात में भी ऑक्सीजन देता है।

    पीपल के पेड़ में कब किसका वास होता है? | Pipal Ke Ped me kab kiska vaas hota hain

    पीपल के पेड़ (Pipal ke ped) की जड़ में विष्णु जी, तने में केशव, शाखओं में नारायण, पत्तों में भगवान हरि और फलों में सभी देवता निवास करते हैं.

    पीपल का पेड़ किसका प्रतीक है? | Peepal Ka Ped kiska prateek hain

    पीपल के पेड़ को विशेष रूप से विष्णु भगवान का वास माना जाता है। हिन्दू धर्म में इसे ‘अश्वत्थ’ भी कहा जाता है और इसका सीधा सम्बंध भगवान कृष्ण के साथ है। इसके अलावा, पीपल का पेड़ शिव भगवान के लिए भी पवित्र माना जाता है। लोग इस पेड़ के नीचे ध्यान और पूजा करते हैं।
    peepal images
    peepal images

    पीपल का पेड़ क्यों लगाना चाहिए? | Peepal Ka Ped kyu lagana chaiye

    मान्यता है कि पीपल के पेड़ पर सभी देवी-देवताओं का वास होता है। पीपल के पेड़ का वर्णन भगवान कृष्ण की गीता में भी मिलता है। कहा जाता है कि पीपल के वृक्ष से 24 घंटे ऑक्सीजन मिलती है लेकिन फिर भी इसे लोग अपने घर और आंगन में नहीं लगाते हैं।

    पीपल के पेड़ के क्या फायदे हैं? | Peepal Ke Ped ke kya fayde hain

    परंपरागत रूप से,पीपल के पेड़ (Pipal ke ped) की पत्तियों का रस खांसी, अस्थमा, दस्त, कान दर्द, दांत दर्द, हेमट्यूरिया (मूत्र में रक्त), माइग्रेन, खुजली, आंखों की परेशानी और गैस्ट्रिक समस्याओं के लिए सहायक हो सकता है। पीपल के पेड़ के तने की छाल पक्षाघात, सूजाक, हड्डी टूटने, दस्त और मधुमेह में मदद कर सकती है।

    पीपल के पेड़ के नीचे कौन बैठा था? | Pipal Ke Ped ke niche kaun baitha tha

     गौतम बुद्ध को पीपल के पेड़ के नीचे ही ज्ञान प्राप्त हुआ था |

    pipal images
    pipal images

    पीपल के पत्ते के क्या फायदे हैं? | Pipal Ke Patte ke kya fayde hain

    पीपल के पत्ते उबालकर पीने के फायदे- Benefits Of Drinking Peepal Leaf Water
    • डायबिटीज रोगियों में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करता है।
    • हृदय रोगों के जोखिम को कम करने और दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
    • खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने और हाई बीपी को कंट्रोल रखने में मददगार है।
    • यह शरीर को डिटॉक्स करने में मददगार है।

    पीपल का पेड़ कहां उगता है? | Peepal Ka Ped kaha ugaata hain

    पीपल के पेड़  (Pipal ke ped)  भारतीय उपमहाद्वीप के मूल निवासी हैं और गर्म, आर्द्र मौसम में पनपते हैं। वे पूर्ण सूर्य के प्रकाश को पसंद करते हैं और सभी प्रकार की मिट्टी में उग सकते हैं, हालांकि दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। रोपण करते समय, 7 या उससे नीचे पीएच वाली मिट्टी का उपयोग करें। हालाँकि पौधे के लिए घर के अंदर गमले में उगना संभव है, लेकिन यह बाहर सबसे अच्छा बढ़ता है।

    पीपल का क्या महत्व है? | Pipal ka kya mahatv hain

    पद्म पुराण के अनुसार पीपल के वृक्ष को प्रणाम कर उसकी परिक्रमा करने से मानव की आयु लंबी होती है और जो व्यक्ति इसके वृक्ष पर जल समर्पित करता है उसके सभी पापों का अंत होकर स्वर्ग की प्राप्ति होती है। शनिदेव की पीड़ा को शांत करने लिए भी पीपल के वृक्ष की पूजा का विधान बताया गया है।
    Pipal leaf
    Pipal leaf

    पीपल का दूसरा नाम क्या है? | Peepal Ka dusra naam kya hain

    पिप्पली (वानस्पतिक नाम: Piper longum), (पीपली, पीपरी, एवं अंग्रेज़ी: ‘लॉन्ग पाइपर’), पाइपरेसी परिवार का पुष्पीय पौधा है। इसकी खेती इसके फल के लिये की जाती है।

    घर के पास पीपल का पेड़ हो तो क्या होता है? | Ghar ke paas Pipal Ka Ped ho to kya hota hain

    मान्यता कहती है कि पीपल का पेड़  अगर घर के आस-पास या घर के अंदर उग रहा है, तो इससे घर में नेगेटिविटी आती है। इसके अलावा, घर में दरिद्रता भी आ जाती है। यही कारण है कि पीपल के पौधे को घर से हटाने के लिए हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है और पूजा-पाठ करके उसे कहीं और लगाया जाता है।
    pipal
    pipal

    पीपल के पेड़ की क्या विशेषता है? | Pipal Ke Ped ki kya visheshata hain

    पीपल के पेड़  (Pipal ke ped) सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला पेड़ है. इसमें प्रोटीन, फैट, कैल्शियम, आयरन और मैंग्नीज जैसे कई जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं. आयुर्वेद के मुताबिक पीपल के पेड़ से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है. इस पेड़ में मौजूद गुण सांस, दांत, सर्दी-जुकाम, खुजली और नकसीर जैसी परेशानियों को दूर करने में कारगर हैं.
    Share. Facebook WhatsApp
    Previous ArticleRam Mandir ki Pran Prathishtha 22 जनवरी 2024 को ही क्यूँ की जा रही है, मुहूर्त जानके होजायेंगे हैरान
    Next Article Ram Janambhoomi Ayodhya : आयोध्या के राम मंदिर के निर्माण के बाद शहर की परिवर्तन

    Related Posts

    Spaceman na Pin-Up: Avaliação das Funcionalidades e Segurança

    Review del juego online Penalty Shoot Out de Evoplay en México

    Review do Jogo do Tigrinho da PG Soft: Um Slot Imperdível para Jogadores Brasileiros

    Leave A Reply Cancel Reply

    Special for You

    Spaceman na Pin-Up: Avaliação das Funcionalidades e Segurança

    Uncategorized June 7, 2025

    Spaceman na Pin-Up: Avaliação das Funcionalidades e Segurança O jogo Spaceman, desenvolvido pela Pragmatic Play,…

    Review del juego online Penalty Shoot Out de Evoplay en México

    June 7, 2025

    Review do Jogo do Tigrinho da PG Soft: Um Slot Imperdível para Jogadores Brasileiros

    June 4, 2025

    Jogando Fortune Tiger Sem Cadastro Obrigatório: Guia Completo

    June 4, 2025
    Recent
    • Spaceman na Pin-Up: Avaliação das Funcionalidades e Segurança
    • Review del juego online Penalty Shoot Out de Evoplay en México
    • Review do Jogo do Tigrinho da PG Soft: Um Slot Imperdível para Jogadores Brasileiros
    • Jogando Fortune Tiger Sem Cadastro Obrigatório: Guia Completo
    • Football X by SmartSoft: An In-Depth Casino-Game Review for Indian Players

    Mahashivratri 2024 Date : जानें- तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

    Festival March 4, 2024

    महाशिवरात्रि | Mahashivratri  महाशिवरात्रि सनातन धर्म में विशेष महत्व रखती है। इस दिन भगवान शिव…

    Hanuman Jayanti 2024 में कब है? जानिए तारीख, पूजा का समय और जरूरी बातें

    Festival February 27, 2024

    हनुमान जयंती | Hanuman Jayanti हनुमान जयंती सनातन धर्म का प्रमुख उत्सव है जिसे हनुमान…

    Recent Posts
    • Spaceman na Pin-Up: Avaliação das Funcionalidades e Segurança
    • Review del juego online Penalty Shoot Out de Evoplay en México
    • Review do Jogo do Tigrinho da PG Soft: Um Slot Imperdível para Jogadores Brasileiros
    • Jogando Fortune Tiger Sem Cadastro Obrigatório: Guia Completo
    • Football X by SmartSoft: An In-Depth Casino-Game Review for Indian Players
    Sale is Live
    Oversized t-shirt
    Top Product
    • Silver Jewellery
    • Spiritual T Shirt
    • Spiritual Locket
    • Spiritual Ring
    • Spiritual Bracelet
    Imp Links
    • Privacy Policy
    • Shipping and Delivery Policy
    • Terms and Conditions
    • Disclaimer
    • Privacy Policy
    • Shipping and Delivery Policy
    • Terms and Conditions
    • Disclaimer
    © 2022-23 Prabhubhakti Private Limited

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.