Close Menu
Buy Spiritual ProductsBuy Spiritual Products
    Buy Spiritual ProductsBuy Spiritual Products
    • Silver Jewellery
    • Spiritual T Shirt
    • Spiritual Locket
    • Spiritual Ring
    • Spiritual Bracelet
    0 Shopping Cart
    Buy Spiritual ProductsBuy Spiritual Products
    0 Shopping Cart
    Home » Ram Mandir ki Pran Prathishtha 22 जनवरी 2024 को ही क्यूँ की जा रही है, मुहूर्त जानके होजायेंगे हैरान
    ram mandir

    Ram Mandir ki Pran Prathishtha 22 जनवरी 2024 को ही क्यूँ की जा रही है, मुहूर्त जानके होजायेंगे हैरान

    HarshBy HarshJanuary 17, 2024Updated:January 17, 2024
    Ram Mandir Pran Pratishtha
    Ram Mandir Pran Pratishtha
    Share
    Facebook WhatsApp

    Ram Mandir Ki Pran Prathishtha kab aur kis samay hai?

    Ram Mandir Ki Pran Prathishtha – धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भगवान राम का जन्म मृगशीर्ष नक्षत्र, अमृत सिद्धि योग, और सर्वार्थ सिद्धि योग के संयोग में अभिजीत मुहूर्त में हुआ था। ये सभी शुभ योग 22 जनवरी 2024 को एक बार फिर से बन रहे हैं। इसीलिए अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की मूर्ति विराजमान करने के लिए 22 जनवरी का दिन चुना गया है।

    Buy Ram Hoodies, Ram Tshirts, Tulsi Malas For Ram Mandir Online 

    धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, इस दिन भगवान विष्णु ने कछुए का अवतार लेकर समुद्र मंथन में सहायता की थी। भगवान श्री राम विष्णु जी के ही अवतार हैं। इसलिए राम मंदिर के उद्धाटन के लिए इस दिन को बेहद शुभ माना जा रहा है। प्रतिष्ठा सामाजिक स्तरीकरण का उपकरण है जो सामाजिक समूह में किसी इकाई को खास स्थान और महत्व प्रदान किए जाने की स्थिति व्यक्त करता है। इसके दो मूल आधार माने गए हैं- कर्म और कुल।

    विद्वान ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, 22 जनवरी के दिन 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक का समय कई वाणों से दोष मुक्त है। यह समय अग्निबाण, मृत्युबाण, चोरबाण, नृपबाण और रोगवान से मुक्त है। यह शुभ मुहूर्त मात्र 84 सेकंड का होगा। इसी दौरान भगवान राम गर्भगृह में विराजेंगे।

    Ram Mandir ki Pran Prathishtha kaise hogi?

    यह प्रक्रिया मूर्ति के पीछे से की जाती है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान की आंखें खुलते ही अगर कोई उनकी ओर देखता है, तो उसे नुकसान हो सकता है क्योंकि उनकी चमक बहुत तेज होती है। अंजन लगाने के बाद मूर्ति की आंखें खुल जाती हैं। इस तरह प्राण प्रतिष्ठा पूरी होती है।

    Also Read: Ayodhya me Ghumne ki Jagah: अयोध्या में राम मंदिर के अलावा, इन 5 जगहों पर जाना न भूले, जाने कहा रुके और क्या खाये

    प्रतिमा को गंगाजल या नदियों के जल से स्नान कराया जाता है। इसके बाद मूर्ति को पोंछकर और देवी-देवता के प्रिय रंग के नवीन वस्त्र धारण कराए जाते हैं। प्रतिमा को स्थान पर स्थापित कर चंदन का लेप लगाया जाता है। मूर्ति का पूरा श्रृंगार किया जाता है और फिर मंत्रों का पाठ कर प्राण प्रतिष्ठा की जाती है। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को होगी. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई गणमान्य लोग शामिल होंगे।

    Ram Mandir Pran Prathishtha ki vidhi | प्राण प्रतिष्ठा की विधि

    ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा का अर्थ है ‘प्राण शक्ति की स्थापना’ या ‘देवता को जीवंत स्थापित करना। ‘ भव्य राम मंदिर में भी रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। शास्त्रों और धर्माचार्यों के अनुसार, जब किसी प्रतिमा में एक बार प्राण प्रतिष्ठा हो जाती है, तो वह प्रतिमा एक देवता में बदल जाती है।

    1. मूर्ति को पोंछकर और देवी-देवता के प्रिय रंग के नए वस्त्र पहनाए जाते हैं।
    2. प्रतिमा को सही जगह पर स्थापित करें और चंदन का लेप लगाएं।
    3. मूर्ति का पूरा श्रृंगार करें।
    4. फिर मंत्रों का पाठ कर प्राण प्रतिष्ठा करें।
    5. इसके बाद पंचोपचार कर विधि-विधान से भगवान की पूजा करें।
    प्राण प्रतिष्ठा के लिए मूर्ति को कई चरणों से गुज़रना होता है। पहले चरण में शोभा यात्रा होती है, जो मंदिर के नज़दीकी इलाके में निकाली जाती है। अयोध्या में रामलला की मूर्ति की शोभा यात्रा 17 जनवरी को निकाली गई। प्राण प्रतिष्ठा से पहले सात दिवसीय अनुष्ठान होगा। इसमें कई विधान शामिल हैं। सात दिवसीय अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू होंगे। सबसे पहले अभिषेक समारोह होगा। प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अभिजीत मुहूर्त में संपन्न किया जाएगा।

    Ayodhya Ram Mandir me Ram ji ki murti kaise rakhi jayegi?

    अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति 18 जनवरी, 2024 को गर्भगृह में रखी जाएगी। मूर्ति संगमरमर की बनी है। मूर्ति में रामलला को पांच साल के बच्चे के रूप में दिखाया गया है और वह कमल के फूल पर विराजमान हैं। मूर्ति नख से शिख तक 51 इंच ऊंची है। कमल के फूल के साथ उनकी लंबाई करीब 8 फ़ीट होगी।

    राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति के अलावा, भगवान राम की 251 फ़ीट ऊंची मूर्ति भी स्थापित की जाएगी। रामलला की मूर्ति बनाने के लिए राजस्थान और कर्नाटक की शिलाओं का इस्तेमाल किया गया है। कर्नाटक की श्याम शिला और राजस्थान के मकराना (रामटेक मंदिर) संगमरमर शिला बहुत कठोर होती हैं। इन पर आकृति बनने के बाद बहुत सुंदर लगती है।
    राम मंदिर के गर्भगृह में मूर्ति रखने के लिए, अलग-अलग मूर्तिकारों ने तीन डिजाइन बनाए थे। इनमें से जिस मूर्ति को सबसे ज़्यादा वोट मिले, उसे गर्भगृह में रखा जाएगा। मुख्य गर्भगृह में कर्नाटक के मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई गई मूर्ति रखी जाएगी। बाकी दो मूर्तियों को मंदिर में अलग-अलग जगहों पर रखा जाएगा।

    राम मंदिर की कीमत क्या है? | Ayodhya Ram Mandir banane me kitna kharch aaya hai?

    2000 से 8000 रुपये प्रति वर्ग फीट हुआ रेट। अयोध्या राम मंदिर निर्माण के पहले साल 2019 में जो कीमतें 2000 रुपये प्रति वर्ग फीट थीं, वह अब बढ़कर 8000 रुपये प्रति वर्ग फीट हो गई हैं। 1000 करोड़ से ज्यादा हुए खर्च इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, मंदिर ट्रस्ट की तरफ से कुछ समय पहले जानकारी शेयर की गई थी, जिसमें बताया गया था कि मार्च 2023 के आखिर तक बैंक की कुल जमा लगभग 3000 करोड़ रुपये थी। वहीं, ट्रस्ट ने मंदिर के निर्माण के लिए 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए हैं।

    अयोध्या में बन रहे राम मंदिर पर अब तक 900 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने शुरुआत में मंदिर बनाने में 1,800 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया था। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, यह रकम बढ़ भी सकती है।

    अयोध्या में बन रहा राम मंदिर 2.7 एकड़ भूमि में बन रहा है। इसमें 54,700 वर्गफुट भूमि शामिल है। राम का मंदिर का पूरा परिसर लगभग 70 एकड़ भूमि में तैयार हो रहा है। इस परिसर में इतनी जगह होगी कि लाखों भक्त एकसाथ मंदिर में भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे।

    अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कौन कर रहा है?

    भारत सरकार द्वारा स्थापित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट , राम मंदिर के निर्माण की देखरेख के लिए जिम्मेदार अधिकृत निकाय है। अपने दान की सुरक्षा सुनिश्चित करने और संभावित घोटालों से बचाने के लिए, कुछ सरल चरणों का पालन करना आवश्यक है।

    अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण देश की सबसे बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (Larsen and Toubro) कर रही है। इस मंदिर के निर्माण में टाटा ग्रुप ने भी अहम भूमिका निभाई है। लार्सन एंड टुब्रो को मंदिर बनाने की ज़िम्मेदारी मिली थी, जबकि टाटा कंस्ट्रक्शन कंपनी को लार्सन एंड टुब्रो के काम की समीक्षा करने का काम सौंपा गया था।

    अयोध्या के राम मंदिर के प्रमुख वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा हैं। उनके साथ उनके दोनों बेटे निखिल सोमपुरा और आशीष सोमपुरा भी काम कर रहे हैं. पिता-पुत्र की इस जोड़ी ने मिलकर अयोध्या के राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया है।
    अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण सीबीआरआई, राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान, और आईआईटी की मदद से किया जा रहा है। 22 जनवरी, 2024 को इस मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। श्रीराम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन से ही जनता के लिए राम लला का दरबार खुल जाएगा।
    Share. Facebook WhatsApp
    Previous ArticleRam Temple Pran Pratishtha : क्या होती है प्राण प्रतिष्ठा, जिससे मूर्ति हो जाती हैं जीवित
    Next Article Pipal Ka Ped – आखिर क्यों की जाती हैं हिन्दू धर्म में पीपल की पूजा ? जानें महत्व और लाभ

    Related Posts

    Sapne me Ram Lalla ko dekhna – सपने में प्रभु श्रीराम को देखना देता है ये संकेत

    Shri Ram Lalla Pran Prathishtha: प्राण प्रतिष्ठा के बाद भक्तों के लिए इस दिन से खुलेगा अयोध्या का राम मंदिर, रामलला के दर्शन और आरती का समय यहां देखें

    Kuber Tila Ayodhya – जहां कुबेर ने की थी भोलेनाथ की पूजा, PM मोदी करेंगे कुबेर टीला दर्शन

    Leave A Reply Cancel Reply

    Special for You

    Рейтинг онлайн казино на реальные деньги в 2025 топ-10 популярных и надежных сайтов с игровыми автоматами и обзорами

    Other May 18, 2025

    Важнейший момент — наличие лицензии, это Ваша гарантия, что всё, что происходит в казино, законно.…

    Промокод без отыгрыша бездепозитные промокоды без вейджера

    May 17, 2025

    Deneme Bonus Veren Casino Siteleri: Türkiye’nin En İyi Seçenekleri

    May 15, 2025

    Водка Казино Vodka Casino Официальный Сайт Бонус 150% До 30 000

    May 15, 2025
    Recent
    • Рейтинг онлайн казино на реальные деньги в 2025 топ-10 популярных и надежных сайтов с игровыми автоматами и обзорами
    • Промокод без отыгрыша бездепозитные промокоды без вейджера
    • Deneme Bonus Veren Casino Siteleri: Türkiye’nin En İyi Seçenekleri
    • Водка Казино Vodka Casino Официальный Сайт Бонус 150% До 30 000
    • Осер Гавр: точный прогноз и ставка на матч чемпионата Франции 4 мая 2025

    Mahashivratri 2024 Date : जानें- तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

    Festival March 4, 2024

    महाशिवरात्रि | Mahashivratri  महाशिवरात्रि सनातन धर्म में विशेष महत्व रखती है। इस दिन भगवान शिव…

    Hanuman Jayanti 2024 में कब है? जानिए तारीख, पूजा का समय और जरूरी बातें

    Festival February 27, 2024

    हनुमान जयंती | Hanuman Jayanti हनुमान जयंती सनातन धर्म का प्रमुख उत्सव है जिसे हनुमान…

    Recent Posts
    • Рейтинг онлайн казино на реальные деньги в 2025 топ-10 популярных и надежных сайтов с игровыми автоматами и обзорами
    • Промокод без отыгрыша бездепозитные промокоды без вейджера
    • Deneme Bonus Veren Casino Siteleri: Türkiye’nin En İyi Seçenekleri
    • Водка Казино Vodka Casino Официальный Сайт Бонус 150% До 30 000
    • Осер Гавр: точный прогноз и ставка на матч чемпионата Франции 4 мая 2025
    Sale is Live
    Oversized t-shirt
    Top Product
    • Silver Jewellery
    • Spiritual T Shirt
    • Spiritual Locket
    • Spiritual Ring
    • Spiritual Bracelet
    Imp Links
    • Privacy Policy
    • Shipping and Delivery Policy
    • Terms and Conditions
    • Disclaimer
    • Privacy Policy
    • Shipping and Delivery Policy
    • Terms and Conditions
    • Disclaimer
    © 2022-23 Prabhubhakti Private Limited

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.