मुंबा देवी की कहानी | Mumba devi story in hindi | Mumba devi ki kahani
Mumba devi story – पौराणिक ग्रंथों के मुताबिक मुंबादेवी को लक्ष्मी का रूप भी माना जाता है। लिहाजा मुंबई को लक्ष्मी का घर भी कहा जाता है। सन 1995 में पहली बार इसे दिया गया ये नाम… – Mumba Devi मुंबई की ‘ग्रामदेवी’ है इसलिए मुंबई निवासी हर शुभ कार्य में सबसे पहले उन्हें ही याद करते हैं।
मुंबादेवी बंबई के सात द्वीपों के मूल निवासी एग्री (नमक संग्रहकर्ता) और कोली (मछुआरों) की संरक्षक देवी थीं। “मुम्बा” शब्द दो शब्दों “महा” और “अम्बा” से बना है, जिसका अर्थ है “महान माँ।” मछुआरे उन्हें अपना रक्षक और ‘महाशक्ति’ मानते हैं।
देवी मुंबई को इस क्षेत्र के नमक संग्रहकर्ताओं और मछुआरों की संरक्षक माना जाता है । वे बंबई के द्वीपों के मूल निवासियों में से एक थे। यह मंदिर भगवान पार्वती को समर्पित है जिनका पुनर्जन्म मत्स्य या मुंबा नामक एक मछुआरे के रूप में हुआ था।
Mumba devi temple history in hindi – मुंबई का इतिहास पौराणिक काल से जुड़ा है। इसका नाम हिन्दू देवी दुर्गा का रूप, जिनका नाम मुंबा देवी है के नाम से पड़ा है।’मुंबई’ नाम के पहले दो शब्द मुंबा या महा-अंबा देवी के नाम से रखा गया है। वहीं आखिरी शब्द आई, जिसे मराठी में ‘मां’ कहते हैं से पड़ा है,जिसे ऑफिशियली सन 1995 में पहली बार इसे ये नाम दिया गया। मुंबादेवी का वाहन हर रोज बदला जाता है। सोमवार को नंदी, मंगलवार हाथी, बुधवार मुर्गा, गुरूवार गरुड़, शुक्रवार हंस, शनिवार हाथी, रविवार सिंह आदि वाहनों पर मुंबा देवी विराजमान होती है। सभी वाहन चांदी में बनाए गए हैं।
मुंबा देवी मंदिर कहाँ है ? | In which city is Mumba Devi Temple?
मुंबादेवी क्यों प्रसिद्ध है? | Mumba Devi Mandir kyu prasidh hai?
देवी मुंबई को इस क्षेत्र के नमक संग्रहकर्ताओं और मछुआरों की संरक्षक माना जाता है । वे बंबई के द्वीपों के मूल निवासियों में से एक थे। यह मंदिर भगवान पार्वती को समर्पित है जिनका पुनर्जन्म मत्स्य या मुंबा नामक एक मछुआरे के रूप में हुआ था।
मुम्बा देवी मंदिर का इतिहास : मंदिर का निर्माण किसने करवाया? | Mumba Devi Temple History : Who built Mumba Devi Temple?
इस Mumbai bamba devi mandir को मछुआरों द्वारा अपनी रक्षा के लिए स्थापित किया गया था। कहा जाता है कि इस मंदिर के लिए पांडु नामक सेठ ने अपनी ज़मीन दान में दी थी। शुरू-शुरू में तो Mumbadevi Temple Mumbai का रखरखाव पाण्डु सेठ के परिवार के पास था परन्तु बाद में उच्च न्यायलय के निर्देश पर इसका जिम्मा न्यास को सौंप दिया गया।
मुम्बा देवी कौन हैं? | Who is Mumbai God?
यहाँ के लोगों की आस्था कहती है कि मुम्बा देवी की कृपा से ही मुंबई शहर आज भारत की आर्थिक राजधानी बन पाया। मुंबई को ऊंचाइयों पर पहुंचाने का सारा श्रेय मुम्बा देवी को दिया जाता है यही वजह रही कि इस शहर का नाम Mumbai मुम्बा देवी के नाम से निकला है।
Mumba devi temple Mumbai शहर में बड़े ही ऐशो आराम से रहा करती हैं। हर दिन अपने अलग-अलग वाहन पर विराजमान होती हैं, सोमवार को वे नंदी पर सवार होती है तो मंगलवार को हाथी पर, बुधवार को देवी मुर्गे को अपना वाहन चुनती हैं तो बृहस्पतिवार को गरुड़ उनकी सवारी होती है। वहीँ शुक्रवार को माता की सवारी हंस है शनिवार को वे हाथी और रविवार के दिन माँ Mumba देवी का वाहन सिंह होता है।
मुम्बा देवी से जुड़ी मुंबई की कहानी | Mumba Devi story in hindi
ऐसा ही कुछ उन मछुआरों ने किया, उन्होंने Mumba Devi ka mandir स्थापित किया और पूरी श्रद्धा से उनकी पूजा अर्चना की। उनकी आस्था और विश्वास चमत्कार में तब्दील हो गया, देवी ने मछुआरों की रक्षा का जिम्मा लिया और उन्हें समुद्र से आने वाले हर तूफान से बचाया। इन चमत्कारों के कारण ही देवी को मुम्बा देवी नाम दिया गया।
बॉम्बे का नाम मुंबई कैसे पड़ा? | How was Bombay named Mumbai?
महाराष्ट्र में कौन सी देवी है? | Maharashtra mai kon si devi hai?
ऐसी मान्यता है कि मुंबा देवी माता समुद्र से नगरी की रक्षा करती हैं। इन्हें समुद्र सुता के रूप में पूजा जाता है। मुंबा देवी का गौरवशाल इतिहास 400 वर्ष पुराना है। मुंबा देवी (Mumba devi Temple) की पूजा मुंबई शहर के मूल निवासियों द्वारा की जाती है जो कि कृषि और कोली समुदाय से है।