बोरवेल में बच्चों के गिरने की खबरें अक्सर आपने सुनी होगी, लेकिन क्या आपने यह सुना है कि, बोरवेल में गिरने वाले बच्चे को स्वयं भगवान बचाने आए। यह सुनने में आपको आश्चर्यचकित लग रहा होगा, लेकिन यह सच्ची घटना मध्यप्रदेश के शिवपुरी की है। एक खुले मैदान में सरकारी काम के चलते बोरवेल किया गया था। इस बोरवेल के पास कुछ बच्चे खेल रहे थे। उनमें से एक नितिन नाम का एक 8 साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया। यह खबर बच्चों ने नितिन के माता-पिता को दी। नितिन के माता-पिता ने जैसे ही ये खबर सुनी तो वो दौड़े-दौड़े बोरवेल के पास आए और नितिन को आवाज़ देने लगे। बोरवेल से भी नितिन की आवाज लगातार आ रही थी कि, मम्मी-पापा मुझे बचा लो यहां मुझे बहुत डर लग रहा है। नितिन के माता-पिता को कुछ लोगों ने बताया कि, यह बोरवेल काफी गहरा है। इसमें से बच्चे को बाहर निकलना बहुत मुश्किल उस समय लोगों के पास फोन नहीं होते थे और ना ही उन्हें बोरवेल रेस्क्यू के बारे में पता था। अब सुबह से दोपहर हो गई बच्चे को निकला नहीं गया। गांव वासी अपनी तरकीब लगा रहे थे, लेकिन उनकी सारी तरकीब असफल होती जा रही थी, काफी मशक्कत के बाद भी वह बच्चे को बाहर नहीं निकाल पाए। इसके बाद नितिन की मां पास के शिवजी भगवान के मंदिर में गई और ज़ोर-ज़ोर से अपना सिर पटकने लगी और बोलने लगी हे भोलेनाथ मेरे बच्चे को बचा लो। तभी एक साधु मंदिर से उस औरत को बोलता है कि, बेटा उठ और मेेरे साथ चल मैं तेरी मदद करूंगा। यह सुनकर नितिन की मम्मी बोरवेल के पास साधु को ले गई। कई लोग बोले कि, हमने इतने पैतरे अजमाए तब हम सफल नहीं हुए तो ये बाबा क्या कर लेगा। उस साधु ने कहा कि, बेटी चिंता मत कर तूने मुझे बुलाया है अब मैं तेरे बच्चे को बचाऊंगा। तभी साधु ने अपना हाथ बोरवेल में डाला और बच्चे को ऊपर की ओर खींच लिया। साधु का यह चमत्कार देखकर गांव वाले हैरान हो गए। बच्चे को सही सलामत निकालकर वह साधु जंगल की ओर चला गया। सभी गांव वासियों ने उसका धन्यवाद किया और कहा बाबा आप हमारे साथ ही यही किसी मंदिर में रह लो, लेकिन साधु ने कहा मैं हमेशा तुम सब के साथ हूं, यह कहकर वह जंगल की ओर चला गया। तब से ही नितिन के साथ पूरा गांव शिवजी भगवान को दिल मानने लगा है।