भारत एक त्योहारों का देश है। जहां हर एक त्योहर को बड़े ही धूम-धाम से और पूरे विधि-विधान से लिखा जाता है। भारत अनेकताओं में एकता वाला देश है। यहां अलग-अलग कल्चर और रीति के लोग रहते है। हालांकि त्योहार एक होता है। लेकिन उसको मनाने के तरीके अलग-अलग होेते है। आज के इस हम हरियाली तीज (Hariyali Teej) के बारे मे जानेगे कि इस साल कौन सी तारीख को मनाई जाएगी।
कौन सी तारीख को मनाई जाएगी हरियाली तीज। hariyali teej kab hai
हरियाली तीज जोकि हिंदुओं के मुख्य त्योहारों मे से एक है, और हर साल की हरियाली तीज( Hariyali Teej)को लोग बड़े ही धूम-धाम से मनाते है। इस साल हरियाली तीज 19 अगस्त को मनाई जाएगी। श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनचाहे वर को पाने के लिए हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। श्रावण में और चारोओर हरियाली होने के कारण इसे हरियाली तीज कहा जाता है।मुख्य रूप से हरियाली तीज का व्रत महिलाओं द्वारा अच्छे वर की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। लेकिन वहीं इस व्रत को शादीशुदा महिलाएं भी रखती है। इस दिन महिलाएं संयुक्त रूप से भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना करते है।
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कब है हरियाली तीज का शुभ मुहुर्त। hariyali teej ka shubh muhurt
हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल हरियाली तीज सावन महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस बार तृतीया तिथि की शुरुआत 18 अगस्त को रात 8 बजकर 1 मिनट पर होगी, और इसका समापन 19अगस्त रात 10 बजकर 19 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार भी हरियाली तीज(Hariyali Teej) 19 अगस्त 2023, शनिवार के दिन मनाई जाएगी।इस दिन रवि योग का निर्माण भी होने जा रहा है. रवि योग की शुरुआत 19 अगस्त की रात 1 बजकर 47 मिनट पर होगी और समापन 20 अगस्त सुबह 5 बजकर 53 मिनट पर होगा ।
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कैसे करे हरियाली तीज पर पूजा। kaise kare hariyali teej par puja
सबसे पहले तो सुबह उठकर स्नान कर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।उसके बाद इस दिन का उपवास पूरे विधि-विधान से करें। श्रृंगार में मेहंदी और चूड़ियों का इस्तेमाल जरूर करें। मंदिर में घी का एक बड़ा सा दीपक जरूर जलाएं। इसी के साथ अगर संभवत हो तो मां पार्वती और भगवान शिव जी के मंत्रों का जाप जरूर करें। पूजा के बाद सौभाग्यवती स्त्री को सुहाग की चीजें दान करें और सौभाग्यवती स्त्री से आशीर्वाद लें. इस दिन काले और सफेद(Hariyali Teej) वस्त्रों का प्रयोग करना वर्जित है, हरा और लाल रंग बेहद शुभ माना जाता है।
क्यों मनाई जाती है हरियाली तीज। kyu manayi jati hai hariyali teej
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और मां पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था। इसके अलावा पौराणिक कथाओं में इस बात का भी उल्लेख है कि मां पार्वती ने भोलेनाथ को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थीं। यही कारण है कि हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाता है। मान्यता है कि यदि इस दिन लड़कियां व्रत रखें तो उन्हें मनपसंद वर मिलता है। वहीं सुहागिनें यह व्रत करें तो उन्हें अखंड सौभाग्य मिलता है।