Ganesh Puja : जब भी कोई कार्य शुरू किया जाता है तो तब सबसे पहले भगवान श्री गणेश जी की पूजा (Ganesh Puja) करने का विशेष विधान है। कहा जाता है कि नए काम की शुरूआत भगवान श्री गणेश जी के नाम से करने से उस कार्य में सफलता जरूर मिलती है। भगवान गणेश सभी देवताओं में प्रथम पूज्य कहलाते हैं। इन्हें बुद्धि का प्रतीक माना जाता है। गणेश जी अपने भक्तों की पीड़ा भी हर लेते हैं, इस कारण इन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। भगवान गणेश की पूजा (Ganesh Puja) के लिए शास्त्रों में बुधवार का दिन समर्पित है।
आखिर क्यों बुधवार के दिन पूजे जाते हैं भगवान गणेश। Why is Lord Ganesha worshipped on Wednesday
बुधवार हफ्ते का तीसरा दिन होता है और यह दिन भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित होता है। वैसे तो हिंदू धर्म में हफ्ते का हर दिन किसी न किसी देवी या देवता की पूजा-उपासना के लिए समर्पित है। इसी तरह बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा का विधान है। मान्यता है कि यह दिन भगवान गणेश को अतिप्रिय होता है, और इस दिन की गई पूजा-उपासना से वे प्रसन्न होते हैं और भक्तों के सभी मनोरथ पूरे करते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता पार्वती जी की कृपा से जब श्री गणेश जी की उत्पत्ति हुई थी, तब उस समय भगवान शिव के धाम कैलाश में बुध देव उपस्थित थे। बुध देव की उपस्थिति के कारण श्रीगणेश जी की आराधना के लिए वह प्रतिनिधि वार हुए यानी बुधवार के दिन गणेश जी पूजा का विधान बन गया।
भगवान गणेश प्रथम पूज्य क्यों है? Ganesh ji pratham pujya kaise bane
भगवान श्री गणेश सभी गणों के स्वामी है इसलिए यह प्रथम पूज्य है। गणेश जी की पूजा (Ganesh ji ki Puja) के बिना मांगलिक कामों में किसी भी दिशा से किसी भी देवी-देवता का आगमन नहीं होता। इसलिए हर मांगलिक काम और पूजा से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। जब भी हम कोई भी काम करते है चाहे फिर घर पर पूजा हो या फिर नया कारोबार खोला हो। हर एक शुभ और नए कार्यों में भगवान श्रीगणेश जी की ही पूजा सबसे पहले की जाती है।
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बुधवार के दिन श्रीगणेश जी को क्या चढ़ाना चाहिए?। Budhwar ke din ganesh ji ko kya chadhaye
वैसे तो भगवान श्रीगणेश जी अपने भक्तों द्वारा प्यार से दिया हर चढ़ावा स्वीकार कर लेते है। लेकिन कुछ ऐसी चीजें है जो भगवान श्रीगणेश को चढ़ाने से बहुत बेहद ही प्रसन्न हो जाते है भगवान श्रीगणेश जी को लड्डू और दूर्वा बेहद पसंद है। इसलिए बुधवार के दिन मंदिर में जाकर भगवान गणेश को दूर्वा और लड्डू चढ़ाने से गणपति प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
बुधवार को क्या क्या नहीं करना चाहिए?। Budhwar ke din kya nahi karna chahiye
बुधवार के दिन बहुत से ऐसे कार्य है जिन्हें नहीं करना चाहिए। सबसे पहले बात करें तो बुधवार के दिन काले रंग के कपड़े हमें बिल्कुल भी नहीं पहनने चाहिए।इसी के साथ पैसों से जुड़ा कोई भी लेन-देन करने से बचना चाहिए। वैसे तो कभी भी किसी भी स्त्री का अपमान नहीं करना चाहिए। लेकिन बुधवार के दिन हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
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गणेश जी पर क्या नहीं चढ़ाना चाहिए? Ganesh ji ko kya nahin chadhana chahie
भगवान श्रीगणेश जी को सफेद रंग की चीजे नहीं चढ़ानी चाहिए। चाहे फिर वो सफेद फूल हो कपड़े हो या फिर कुछ और। इसके पीछे मान्यता है कि एक बार चंद्रदेव ने भगवान श्रीगणेश के रूप का उपहास किया था। जिसके बाद उन्होंने चंद्रदेव को श्राप दे दिया था, और तभी से भगवान श्रीगणेश जी को सफेद रंग का कुछ भी नहीं चढ़ाया जाता।
गणेश की पूजा कैसे की जाती है? | Ganesh ji ki puja kaise ki jaate hai
भगवान गणेश को प्रणाम करें और तीन बार आचमन करें तथा माथे पर तिलक लगाएं। मूर्ति स्थापित करने के बाद गणेश जी को पंचामृत से स्नान कराएं। उन्हें वस्त्र, जनेऊ, चंदन, दूर्वा, अक्षत, धूप, दीप, शमी पत्ता, पीले पुष्प और फल चढ़ाएं। गणेशपूजन (Ganesh Puja) आरंभ करें तथा अंत में गणेश जी की आरती (Ganesh ji ki aarti) करें और मनोकामना पूर्ति के लिए आशीर्वाद मांगे।
गणेश जी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए? | Ganesh ji ki pooja karte samay konsa mantr bolna chaiye
‘इदं आचमनयं ऊं गं गणपतये नम:’ और ‘ इदं ताम्बूल पुगीफल समायुक्तं ऊं गं गणपतये समर्पयामि:। के साथ पान-सुपारी अर्पित करें। अब एक फूल लेकर गणपति पर चढ़ाएं और बोलें ‘एष: पुष्पान्जलि ऊं गं गणपतये नम:’। गणेश जी को पुष्प चढ़ाकर प्रणाम करें।
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गणेश जी की पूजा के लिए क्या क्या सामग्री चाहिए? | Ganesh ji ka pooja ke liye kya kya saamagree chaiye
Ganesh Puja सामग्री-मूर्ति स्थापना के लिए लाल या पीला वस्त्र, लकड़ी का पटरा, गणेश जी के लिए वस्त्र, घी का दीपक, शमी पत्ता, गंगाजल, पंचामृत, सुपारी, पान पत्ते, जनेऊ, चंदन, अक्षत, धूप, फल, फूल, दूर्वा, लड्डू आदि पूजन सामग्री गणेश जी के स्थापना में लगते है.
गणेश जी को क्या नहीं चढ़ाना चाहिए? | Ganesh ji ko kya nhi chadhana chaiye
चंद्रदेव ने एक बार भगवान गणेश के रूप का मजाक बनाया था, जिसके बाद गणेश जी ने चंद्रमा को श्राप दे दिया था. इसलिए गणपति को सफेद रंग के फूल, वस्त्र, सफेद जनेऊ, सफेद चंदन आदि नहीं चढ़ाना चाहिए. पूजा करते समय हमें विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए कि गणेश जी की पूजा (Ganesh ji ki pooja) में मुरझाए और सूखे फल का प्रयोग नहीं करना चाहिए.