what is the age of Lord hanuman हनुमान जी की उम्र कितनी है
आम तौर पर हमारे मन में ये सवाल आता है की हनुमान जी कितने साल के हैं तो शायद आप जानते होंगे की हनुमान जी चिरंजीवी है वो अजर अमर है उनकी उम्र का अंदाजा सही तरीके से नहीं लगाया जा सकता यानी कि उनकी आयु कोई नहीं होती। लेकिन पौराणिक मान्यता अनुसार एक युग लाखों वर्ष का होता है, जैसा कि सतयुग लगभग 17 लाख 28 हजार वर्ष, त्रेतायुग 12 लाख 96 हजार वर्ष, द्वापर युग 8 लाख 64 हजार वर्ष और कलियुग 4 लाख 32 हजार वर्ष का बताया गया है। इस तरीके से भी अगर हम देखेंगे तो उनकी उम्र 8 लाख 64 हजार वर्ष से भी ज्यादा है Lord hanuman हनुमान जी
Panchmukhi hanuman pendants पर स्पेशल ऑफर
Lord hanuman हनुमान जी पृथ्वी पर कब तक रहेंगे?
हनुमान जी पृथ्वी पर अविनाशी हैं और हनुमान जी की उम्र (hanuman ji real age) अनंत है। उन्हें अमरता का वरदान मिला है जिससे वे अचल स्वरूप में अब तक पृथ्वी पर रह रहे हैं, और आगे भी रहेंगे। हनुमान जी की प्रत्यक्षता तो हमें नहीं दिखती, लेकिन उनका आध्यात्मिक और भक्ति से भरा प्रभाव हमेशा हमारे जीवन में बना रहता है। उनके भक्ति और सेवा में लगने से हम उन्हें अपने पास महसूस करते हैं और उनकी कृपा से सफलता की प्राप्ति होती है।
Hanuman ji age | Interesting story of lord hanuman
राम भक्त हनुमान जी ने एक बार फिर से ऐसा चमत्कार दिखाया जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाओगे। इस बार हनुमान जी ने साक्षात आकर एक बुजुर्गा महिला को जीवनदान दिया। यह सच्ची घटना अजमेर के एक गांव की बुजुर्गा महिला शीला की है। बचपन से ही शीला हनुमान जी की परम भक्त थी। उसने बचपन से लेकर बुढ़ापे तक हनुमान जी के कई चमत्कार देखे।
उसने बताया कि, उसको सपने में हनुमान जी आकर मुझे बताते हैं कि, आगे मेरे साथ क्या होने वाला है। ऐसा ही कुछ 70 साल की उम्र में मेरे साथ हुआ। कुछ महीने पहले की बात है। मैं डायबिटीज और हार्ट की बीमारी से ग्रस्त हूं। जिसकी वजह से मेरी तबियत अक्सर खराब रहती थी, लेकिन हनुमान जी कृपा इतनी है कि मेरे बच्चे मेरे साथ हमेशा रहते हैं और वह सारा इलाज करवाते हैं। बचपन के बाद जब मेरी शादी हुई तो संग्राम जी जो मेरे पति थे वह भी हनुमान भक्त हो गए थे, क्योंकि हनुमान जी ने उन्हें भी ऐसे-ऐसे चमत्कार दिखाएं है।
Also read: Hanuman Ji ki Kripa: भक्तों के भयंकर अनुभवों की कहानी
जिस पर वह यकीन कर पाना वाकिये मुश्किल था। मेरे पति यदि हनुमान जी से कभी भी किसी काम को लेकर आरदास लगाते थे तो अगले दिन उनका वह काम संपन्न हो जाता है। इन्हीं चमत्कारों के बदौलत आज हमारा जीवन अच्छे से चल रहा है। हनुमानजी की असीम कृपा की वजह से हमारे घर में किसी भी चीज़ की कमी नहीं है। मेरे 2 लड़कों की नौकरी सरकारी है और 1 लड़की की शादी हो गई है वह भी ससुराल में खुश है। यहां मेरी बहूएं भी आराम से रह रही है। हनुमान जी की इतनी कृपा मेरे लिए बहुत है। अगर मैं अपने जीवन के सबसे बड़े चमत्कार की बात करूं तो वो है मुझे एक बार फिर से जीवनदान देना। यह सुनकर आपको आश्चर्य होगा,
लेकिन यह सच्ची बात है कि, हनुमान जी ने खुद आकर मेरी जान बचाई थी। दरअसल जब मैं 70 साल की थी तब मुझे रात के समय हार्ट अटैक आया और मेरे बच्चे मुझे अस्पताल ले गए। काफी देर तक डॉक्टर की टीम ने मुझे बचाने की कोशिश की, लेकिन मेरी सांसे थम गई थी और मैं इस दुनिया को छोड़कर चली गई थी। मेरी बॉडी जब मेरे परिवार वालों को सौंपी गई तो मेरे छोटे बेटे ने कहा कि, हनुमान जी हम सब आपके भक्त हैं हमारी मां के साथ आप ऐसा नहीं कर सकते। इसके बाद मेरे बेटे ने मुझे हनुमान जी के मंदिर के सामने घर ले जाकर लिटा दिया और हाथ जोड़कर मंदिर के सामने बैठ गया।
इसके बाद मेरे बेटे बताते हैं कि, मेरे हाथ पैर धीरे-धीरे हिलने लगे और मुझे सांस आने लगी। हैरानी की बात यह है कि, मेरे साथ कुछ भी होने से पहले मुझे सपने में हनुमानजी आकर बताते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने मुझे कुछ नहीं बताया। किसी मरे हुए इंसान को दोबारा जीवित देखना किसी चमत्कार से कम नहीं है, लोगों को तो मैं भूत लगने लगी थी। सब मुझसे दूर भागते थे। फिर अगले दिन सपने में हनुमान जी ने आकर मुझसे कहा कि, मैं तुम्हें कभी कुछ होने नहीं दूंगा, यदि तुम्हारा समय नज़दीक होगा तो मैं खुद तुम्हें बताने आऊंगा। हनुमान जी के इतने चमत्कार देखकर मैं खुद को और अपने परिवार को सबसे ज्यादा भाग्यशाली मानती हूं।
Hanuman ji | हनुमान जी के 12 नाम
हनुमान जी के द्वादश नाम कौन से हैं आनंद रामायण में इनके विशेष बारह नाम बताए गए हैं-
- हनुमान
- अंजनीसुत
- वायुपुत्र
- महाबल
- रामेष्ट
- फाल्गुनसखा
- पिंगाक्ष
- अमितविक्रम
- उदधिक्रमण
- सीतोशोकविनाशन
- लक्ष्मणप्राणदाता
- दशग्रीवदर्पहा.
Hanuman ji | हनुमान जी का सबसे शक्तिशाली मंत्र
ॐ नमो भगवते हनुमते नम:। ‘ – वैवाहिक जीवन में सुख-शांति भंग हो गई है, संतान पर संकट का साया मंडरा रहा है तो इस मंत्र से हनुमान जी की पूजा करें. ये शक्तिशाली मंत्र हर कष्ट को दूर करने में सक्षम है.
Hanuman ji | हनुमान जी का जन्म कहां हुआ था
ज्योतिषीयों के सटीक गणना के अनुसार हनुमान जी का जन्म 85 लाख 58 हजार 112 वर्ष पहले त्रेतायुग के अन्तिम चरण में चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्रा नक्षत्र व मेष लग्न के योग में सुबह 6.03 बजे भारत देश में आज के हरियाणा राज्य के कैथल जिले में हुआ था जिसे पहले कपिस्थल कहा जाता था।
Hanuman ji | हनुमान जी के पांच भाइयों के नाम
अपने भाइयों के बीच हनुमानजी सबसे बड़े थे. उनके अन्य भाइयों के नाम हैं-
- मतिमान
- श्रुतिमान
- केतुमान
- गतिमान
- धृतिमान
हनुमान जी की मृत्यु
हनुमान जी की मृत्यु कभी हुई ही नहीं है, क्योंकि उन्हें राम जी द्वारा अमर होने का वरदान मिला था। वे आज भी अजर-अमर हैं। जब भगवान श्री राम जी ने लंका पर विजय प्राप्त की तब एकदा हनुमान जी श्री राम जी के पास अपनी भक्ति का वरदान प्राप्त करने गए।
हनुमान जी के कितने पुत्र थे?
भगवान हनुमान ने आजीवन विवाह नहीं किया था, लेकिन उनका एक बेटा था मकरध्वज. पुत्र मकरध्वज के जन्म के पीछे एक रोचक कथा है