भारत में पेड़ पौधों को पूजे जाने की परम्परा सदियों से प्रचलन में है। पेड़-पौधे पूजनीय है ये बात तो प्राचीन काल जैसे सतयुग, त्रेतायुग में ही ईश्वर की लीलाओं के माध्यम हमें ज्ञात हो गई थी। आज हम वैश्विक जलवायु परिवर्तन की समस्याओं से जूझ रहे हैं और तरह-तरह की संधियां कर पृथ्वी को प्रलय से बचाने के प्रयासों में जुटे है पर हमारी भारतीय परंपरा तो सदियों से इनके सरंक्षण के पक्ष में रही है। आज हम बात करेंगे इन्हीं पूजनीय पेड़-पौधों में से एक आक का पौधा ( Aak Ka Paudha ) यानी Madar ka ped की।
आक का पौधा क्यों है इतना ख़ास? ( Why is AAK Plant so Important? )
आक का पौधा ( Aak Ka Paudha ) जिसे आम बोलचाल की भाषा में आकड़ा का पेड़, अकउआ और Madar ka ped के नाम से भी जानते हैं। ये पौधा वैसे तो बड़ी ही आसानी से आपको राह में चलते हुए नज़र आ ही जाएगा परन्तु जितना यह सामान्यतः हमें मिल जाता है उतना सामान्य है नहीं। आक के पौधे का हिन्दू धर्म में ख़ास महत्व है। दरअसल धार्मिक मान्यताएं कहती हैं कि इस पौधे में विघ्नहर्ता भगवान गणेश का वास है। शायद इसलिए इस पौधे के फूल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं। आक के पौधे ( aak ka paudha ) को यदि किसी शुभ दिन मुहूर्त देख लगाया जाए तो यह घर-परिवार में सुख-समृद्धि और बरकत की सुंगंधे फैला देता है।
( घर में आर्थिक सुख-समृद्धि को लाने और माता लक्ष्मी को अपने घर की ओर आकर्षित करने के लिए Dhan Laxmi Kuber Yantra को घर में स्थापित करें। )
आक का पेड़ के फायदे और आक के फूल के फायदे ( Aak ka ped ke fayde aur aak ke phool ke fayde )
Aankh ka ped के अनगिनत फायदे हैं क्योंकि यह धार्मिक होने के साथ-साथ औषधीय गुण भी अपने साथ लिए हुए है आइये जानते हैं aak plants benefits in hindi.
आक के पौधे का धार्मिक फायदे ( Religious Aak plant benefits ) :
1. घर में सुख-शान्ति और समृद्धि का सूचक है ये Aak ka ped
2. यदि इस पौधे की जड़ से निकली भगवान गणेश की मूर्ति को घर में स्थापित किया जाता है तो इससे हर कार्य शुभ तरीके से पूरा होता है।
3. शुभता का प्रतीक यह पौधा धन-वैभव और तरक्की को अपनी ओर आकर्षित करता है।
4. ाक का पौधे को उत्तर दिशा में रखा जाना धन के मामले में बहुत शुभ माना जाता है।
मदार के औषधीय गुण – Madar ke Aushadheey gun
मदार को एक जहरीला पौधा माना जाता है, लेकिन इसके औषधीय गुणों से कई रोगों का उपचार किया जा सकता है। मदार देश का एक प्रसिद्ध औषधीय पौधा है और इसके पौधे के विभिन्न हिस्सों से कई तरह के रोगों के उपचार में सहायकता मिलती है। दर्द सहित मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा को कम करने के लिए मदार का इस्तेमाल किया जा सकता है। मदार के औषधीय गुणों की पुष्टि कई अध्ययनों ने की है, जिसमें दिखाया गया है कि मदार का दूध बहते हुए खून को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, मदार के पत्ते जोड़ों के दर्द और मधुमेह के उपचार में भी उपयोगी हैं। विभिन्न शोधों में इसका उपयोग दस्त रोकने और बीमारियों के उपचार में किया गया है। हालांकि ध्यान देना चाहिए कि मदार का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक किया जाए, क्योंकि इसका अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है।
वास्तव में, आक को कुछ लोग जहरीला पौधा (Madar plant) कहते हैं, लेकिन यह सच नहीं है, क्योंकि इसके चमत्कारी गुणों के बारे में ज्यादातर लोगों को पता नहीं होता है। पूजा के लिए इस्तेमाल होने वाला यह पौधा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके फूल-पत्तियों का इस्तेमाल बड़ी बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। आइये जानते हैं आक के पौधे के बारे में कि यह कितना कारगर और फायदेमंद है।
अस्थमा: इसके फूलों को सूखा कर रोजाना इसका चूर्ण खाने से अस्थमा, फेफड़ों के रोग और शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है।
खुजली: स्किन में एलर्जी या रूखेपन के कारण खुजली की समस्या हो जाती है। इससे छुटकारा पाने के लिए इसकी जड़ को जला लें। इसकी राख को कड़वे तेल में मिलाकर खुजली वाली जगहों पर लगाएं। खुजली की परेशानी दूर हो जाएगी।
डायबिटीज: रोजाना सुबह इस पौधे की पत्तियों को पैर के नीचे रखकर जुराबें डाल लें। रात को सोने से पहले इस पत्ते को निकाल दें। इसका इस्तेमाल शुगर कंट्रोल करने में मदद करता है।
कुष्ठ रोग: इसकी पत्तियों को पीस कर सरसों के तेल में मिक्स करें। इसे कुष्ठ रोग के घाव पर लगाएं। इसे नियमित रूप से लगाने पर घाव जल्दी भर जाएगे।
ानी में भिगो दें। इसे पीने से बवासीर की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।
आक के औषधीय लाभ ( Aak plant Health benefits ):
1. आक औषधीय रूप में कुष्ठ रोग, ब्रोन्कियल अस्थमा, त्वचा से जुड़े रोगों के लिए बहुत लाभकारी है।
2. आक की जड़ (Aak ki jad ) के छल के चूर्ण से दस्त और पेचिश का इलाज किया जाता है।
3. जोड़ों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आक के पत्तों को प्रभावित जगह पर बाँधा जाता है।
4. बवासीर के लिए आक का दूध बहुत उपयोगी माना जाता है।
5. दांत और मसूड़ों में तकलीफ होने पर आक का दूध बेहद फायदेमंद है।
आक का पेड़ का टोटका और मदार की जड़ के टोटके ( Aak ka ped ka totka aur Madar ki jad k e totke )
आक के फायदे जानने के बाद अब हम आपको बताएंगे कुछ आवश्यक आकड़े की जड़ के उपाय ( aakde ki jad ke upay ) और सफ़ेद आक की जड़ के टोटके ( Safed aak ki jad ke totke ) :
1. Aak ka paudha गंभीर अनसुलझे रोगों तक को पकड़ने में सहायता करता है इसके लिए रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में इसकी जड़ पर सिन्दूर और गुग्गल की धूप दिखाएं फिर भगवान गणेश के मंत्र का 108 बार जाप कर रोगी के सिर पर सात बार फेरें। इसके बाद संध्या के समय इसे सुनसान जगह पर गाड़ दें। कुछ समय बाद खुद ही रोगी का रोग पकड़ में आ जाएगा।
2. Madar ka paudha संतान सुख की प्राप्त भी कराता है। इसके लिए कोई महिला जिसके संतान न हो वह पीरियड्स के बाद आक की जड़ को अपनी कमर में अगले पीरियड्स आने तक बाँधकर रखे। ऐसा करने से शीघ्र ही संतान सुख की प्राप्ति होगी।
3. यदि आपको किसी समय लगे कि आपका भाग्य आपके साथ नहीं हैं तो आप आक की जड़ ( Madar ki jad ) को अभिमंत्रित करते हुए अपनी दाईं भुजा पर बाँध लें। बांधने के पश्चात भगवान गणेश के संकटनाशक स्तोत्र का पाठ करें। जल्द ही आपका भाग्य आपका साथ देने लगेगा।
4. आक के पुष्पों ( madar ka phool ) को रवि पुष्य योग में घर के मुख्य द्वार पर लगाएं। ऐसे करने से सभी तरह की नकारात्मक शक्तियां जैसे भूत-प्रेत, बुरी नज़र, तंत्र-मंत्र के बुरे प्रभाव घर से हमेशा दूर रहेंगे।
5. किसी व्यक्ति पर यदि तंत्र-मंत्र का दुष्प्रभाव दिखाई पड़ रहा है तो आक का टुकड़ा अभिमंत्रित करते हुए उसकी कमर बाँध दें। इस तरह उस पर प्रभावी सभी तरह के तंत्र-मंत्र दूर हो जाएंगे।
Note : ध्यान रहे कि इसे प्रयोग करते समय इसे आँख से दूर रखें यदि आक का दूध आँख में चला जाए तो इससे आँखों की रौशनी भी जा सकती है। इसके अत्यधिक सेवन करने के भी सख्त मनाही है क्योंकि इससे स्वास्थ्य ख़राब हो जाता है।
सफेद आंकड़े की पूजा कैसे की जाती है? ( Safed ankade ki puja kaise ki jati hai? )
1. सफ़ेद आंकड़े को आक की दुर्लभ प्रजाति माना जाता है इसकी की जड़ में भगवान गणेश की आकृति उभरकर आती है।
2. इसके लिए सर्वप्रथम सफ़ेद आकंड़े को पानी में निकाले, कुछ समय बाद इसमें भगवान गणेश की आकृति दिखने लगती है।
3. अब श्वेतार्क गणेश जी घर के मंदिर में लाल कपड़े में स्थापित करें।
4. स्थापना के पश्चात रोज़ाना सुबह स्नान कर गणेश जी पूजा करें।
5. नियमित रूप से लाल चंदन, चावल, लाल फूल, सिंदूर आदि अर्पित करते रहें।
6. घी का दीपक और धूप जलाएं।
7. भोग में फल और लड्डुओं का भोग लगाएं।
8. साथ ही गणेशजी के मंत्र का जाप करें।
”ऊँ गं गणपतये नम:, श्री गणेशाय नम:, ऊँ एकदंताय नम: एवं ऊँ लंबोदराय नम:”
9. इस प्रकार आप घर में चतुर्थी या बुधवार के दिन भगवान गणेश का Crystal Ganesh Pyramid स्थापित करें। यह घर के वातावरण को शुद्ध और सकारात्मक बनाने का कार्य करता है।
आक का वानस्पतिक नाम क्या है? | Aak ka vaanaspatik naam kya hain
आक का वानस्पतिक नाम ”Calotropis gigantea” है जबकि सामान्य भाषा में इसे आक, आकड़ा का पेड़, अकउआ और Madar ka ped के नाम से जाना जाता है।
आक का पौधा क्या काम आता है? | Aak ka Paudha kya kaam aata hain
आक का पौधा ( Aak ka Paudha ) गंभीर से गंभीर बिमारियों को झट से पकड़ लेता है साथ ही यह छोटे-मोटे रोगों जैसे सिर दर्द, कान दर्द, जोड़ों का दर्द, अस्थमा, दांतों में दर्द, अपच, खांसी आदि से छुटकारा दिलाता है।
आक का दूध क्या काम आता है? ( Aak ka doodh kya kam aata hai? )
आक का दूध दांतों या मसूड़ों में दर्द, अपच, मिरगी की समस्या, पीलिया, कान का दर्द, बवासीर, श्वास रोग, खांसी, रक्त अतिसार, नाड़ी का घाव, मूत्र रोग, बांझपन, लकवा, गांठ एवं वात, दाद-खाज, पांव में छाले जैसे अन्य तमाम रोगों में काम आता है।
आक का पेड़ घर में लगाना चाहिए या नहीं? ( Is AAK plant good for home? )
आक का पौधा घर में लगाने से हमेशा घर में सुख-समृद्धि और बरकत बनी रहती है। इसलिए इसे घर में लगाना शुभ माना जाता है।
आक का पेड़ कहां लगाना चाहिए?(AAK ka paudha kaha lagana chahiye?)
Aak ka Paudha घर के मुख्य द्वार के सामने लगाना बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि उस घर को कभी बुरी नज़र नहीं लगती है।
सफेद आंकड़े की जड़ को कमर में बांधने से क्या होता है? | Safed Aankade ki jad ko kamar me baandhne se kya hota hai
सफेद आक का पौधा ( Aak ka Paudha ) भगवान गणेशजी का स्वरूप माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि अगर किसी पुराने सफेद आक के पौधों की जड़ों को मिट्टी से खोद कर निकाला जाय तो उसके जड़ की आकृति भगवान गणेश जी की प्रतिमा की तरह दिखाई देती है। आक के गणेश जी प्रतिमा की पूजा करने और इनकी स्थापना करने पर सभी तरह के दुखों का निवारण होता है।
सफेद आंकड़े का पौधा कैसे लगाएं? | Safed Aankade ka pauda kaise lagaen
वास्तु के अनुसार किस दिशा में लगाएं आक का पौधा ( Aak ka paudha)
घर में सफेद आक का पौधा ( Aak ka paudha) मुख्य गेट के पास या सामने लगाना चाहिए या फिर घर के बाहर गेट के पास रख सकते हैं। Aak ka paudha ऐसे लगाएं कि जब भी आप घर से निकलें तो यह पौधा आपके दाहिने हाथ की तरफ होना चाहिए। Aak ka ped – aak plants किसी शुभ दिन जैसे पूर्णिमा, एकादशी, मंगल या सोमवार को लगाएं।
सफेद आंकड़े की पहचान क्या है? | Safed Aankade ki pehchan kya hai
इसे संस्कृत में श्वेतार्क कहते हैं और हिंदी में इसे सफेद आक या आंकड़ा के नाम से जाना जाता है। इस चमत्कारी पौधे में हरी और नीली पत्तियां होती हैं।इसका फूल आकार में छोटा होता है और इनमें से किसी प्रकार की सुगंध नहीं होती।सफेद आक के पौधों ( Aak ka pauda) की शाखाएं सफेद होती हैं और फूल भी सफेद होते हैं।
आक का दूध क्या काम आता है? | Aak ka doodh kya kaam aata hai
आक के दूध (Aak ka doodh) का फाहा लगाने से मुँह का लक्वा सीधा हो जाता है। आक की छाल (Aak ki haal) को पीस कर घी में भूने फिर चोट पर बाँधे तो चोट की सूजन दूर हो जाती है। तथा आक की जड ( Aak ki jad) को दूध में औटा कर घी निकाले वह घी खाने से नहरूआँ रोग जाता रहता है।
सफेद आंकड़े की जड़ कमर में कैसे बांधे?
श्वेतार्क की जड़ लेकर उसे साफ करके शुद्ध जल में गंगाजल मिलाकर स्नान कराएं और फिर लाल कपड़े पर स्थापित करके उसकी प्रतिदिन पूजा करें। गणपति की पूजा में लाल चन्दन, अक्षत, पुष्प, सिंदूर,दूर्वा,सुपारी,जनेऊ का प्रयोग विशेष रूप से करें। इसके बाद धूप-दीप से गणेशजी की आरती करें ।
सफेद कौवा की जड़ क्या काम आती है?
सफ़ेद अकौआ का उपयोग तांत्रिक क्रियाओं में किया जाता है।इसे तांत्रिक प्रयोगों से बचने के लिए किया जाता है। जिस घर में यह लगा होता है उस घर किसी भी प्रकार के तंत्र-मंत्र या जादू-टोने का असर नहीं होता है।
सफेद आंकड़े का पेड़ कैसे होता है?
सफेद आक के पौधेकी पत्ती बरगद के पत्तों की तरह ही मोटी होती है। पत्तियां जब पक जाती हैं और झड़ने के लिए तैयार हो जाती हैं तो वे पीली हो जाती हैं। इसके फूल छोटे होते हैं और गुच्छों में दिखाई देते हैं। फूलों पर रंगीन रेखाएं हो सकती हैं लेकिन मूल रूप से ये सफेद रंग के होते हैं।
सफेद आक का पौधा घर में लगाने से क्या होता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आप चाहते हैं कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास हो तो सफेद आक के पौधे को घर में लगाना चाहिए. इससे नकारात्मक ऊर्जा कभी घर में प्रवेश नहीं करेगी.
मदार की जड़ को कैसे पहने?
इसकी जड़ को रविवार, मंगलवार या किसी भी शुभ नक्षत्र में घर में लाकर रखने से घर में ऊपरी हवा का असर नहीं होता, सुख -चैन बना रहता है तथा धन की वृद्धि होती है। * मदार की जड़:- रविपुष्प नक्षत्र में लाई गई मदार की जड़ को दाहिने हाथ में धारण करने से आर्थिक समृधि में वृद्धि होती हैं।
आक का दूध पीने से क्या होगा?
बाद में निकाल कर चूर्ण कर शहद या पानी के साथ 1 माशा तक सेवन करने से खाँसी, दमा, प्लीहा रोग शाँत हो जाता है। आक का दूध लगाने से ऊँगलियों का सडना दूर होता है। आक का दूध यदि आंख में चला जाए तो आंख की रोशनी भी जा सकती है। अतः प्रयोग करते समय अपनी आंखों को बचा के रखे।।
सफेद आंकड़े की पहचान क्या है?
इसके पत्ते बरगद के पत्तों के समान मोटे होते हैं। सामान्य आक के पत्ते हरे रंग के होते हैं, लेकिन सफेद आक के पत्ते सफेद रंग के ही होते है। तंत्र शास्त्र में सफेद फूल वाले मदार का ही अधिकतर प्रयोग किया जाता है।
क्या आक का पौधा जहरीला होता है?
आक का पौधा बहुत ही विषैला होता है. इसको सूंघने मात्र से आप बेहोश हो सकते हैं. इसका सबसे ज़हरीला हिस्सा होता है जड़. हालांकि इसके पत्तों में भी जहर पाया जाता है.
सफेद ओक के बारे में क्या खास है?
सफेद ओक के पेड़ अपनी चौड़ाई और शाखा की ताकत के कारण छायादार पेड़ के रूप में अच्छा काम करते हैं। वे बहुत कम ही गिरते हैं। इसके अलावा, सभी ओक वृक्ष किस्मों में से, सफेद ओक के पेड़ रोग और कीड़ों के प्रति सबसे अधिक प्रतिरोधी हैं।
मदार का फूल क्या काम आता है?
अकौआ यानी मदार के पौधे से कुछ सूखे फूल लें और उन्हें पीसकर पाउडर बना लें। फिर इसमें थोड़ा सा सेंधा नमक मिला लें। अब आप इस मिश्रण का पाउडर के रूप में या फिर गर्म पानी के साथ सेवन करें। इससे आपकी अस्थमा, खांसी, सर्दी और कई अन्य समस्याओं से तुरंत राहत मिलेगी।
2 Comments
Nice upaye
Bahut achche upay hai thank you allah