कहते हैं कि, धरती पर भगवान है तो भूत भी है। इनकी दुनिया भी एक रहस्यमय है जिसको कोई नहीं जान पाया है। ऐसी ही एक सच्ची कहानी के साथ हम आपके लिए ये वीडियो लाएं है जिसे देखकर आपके रोगंटे कांप जाएंगें।
इस आधुनिक युग में कुछ लोग भूत-प्रेत आत्मों पर यकीन नहीं करते। वह वास्तव में मानते हैं कि, इनका धरती पर कोई अस्तिव नहीं होता। आज हम ऐसी सच्ची कहानी आपके साथ साझा करने वाले है जिसके बाद शायद आपको इन अदृश्य शक्तियों पर यकीन होने लगेगा। दरअसल, ये कहानी अहमदाबाद के विशु डावर की है। जो पेशे से एमस अस्पताल में डॉक्टर है। विशु डावर ने अपनी जिंदगी का एक ऐसा किस्सा हमारे साथ साझा किया है जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगें। विशु ने बताया कि, एक बार मेरे साथ अविश्वासनीय घटना घटित हुई।
जिस समय में अस्पताल से घर की ओर जा रहा था। उस दिन मेरी कार बीच में खराब हो गई। फिर मैंने घर जाने के लिए कैब बुक की। थोड़ी दूर जाकर वह भी पंचर हो गई। वहां से मेरा घर थोड़ा ही दूर था, तो मैंने सोचा कि, मैं पैदल ही अपने घर तक पहुंच जाऊं। इस दौरान बीच में 2 श्मशान घाट पड़ते हैं जहां से मेरे साथ अजीब सा वाक्या होने लगा। जैसे ही मैंने एक श्मशान घाट को पार किया तो मुझे ऐसा लगा कि, मेरा शरीर भारी हो रहा है और कोई मेरा पीछा कर रहा है, लेकिन मैं इन सब बातों पर यकीन नहीं करता। मैं भूत-प्रेत को अंधविश्वास मानता हूं। जब दूसरा श्मशान घाट मैंने पार किया तो तब मुझे एक परछाई नज़र आने लगी, लेकिन कोई इंसान दूर तक नज़र नहीं आ रहा था। मैं डर गया और तेज़ी से भागते हुए घर पहुंचा। ये सारी बात मैंने अपने घर वालों को बताई। उसके बाद वह प्रेत आत्मा मेरे शरीर में प्रेवश करती है।
उसके बाद मैं अजीब-अजीब सी हरकत करने लगा। यह हरकतें इतनी बढ़ गई कि, घरवालों को मेरे पास आने पर भी डर लगने लगा। काफी समय ऐसी स्थिति में रहने के बाद घरवालों को किसी ने बताया कि, मुझे मेहंदीपुर बालाजी ले जाएं अब वहीं, इसको ठीक कर सकते हैं। घरवालों ने देरी ना करते हुए मुझे उसी रात बालाजी मंदिर ले गये। वहां जाकर एक बाबा ने मेरी तरफ देखा और सिर पर हाथ रखकर मंत्रों का जप करने लगे। तभी उस भूत ने मेरा शरीर छोड़ दिया और मैं एकदम ठीक हो गया। इसके बाद उस बाबा ने मुझे पहनने के लिए एक लोकेट दिया। जिसमें हनुमान जी की शक्ति वास करती हैं। आज तक मैंने वह लोकेट पहन रखा है और मुझे अब किसी भी चीज़ से डर नहीं लगता।