भारत जहां कदम-2 पर चमत्कार देखने को मिलते है। भारत में अनेकों ऐसे मंदिर स्थित है जिनको चमत्कार को देख हर कोई हैरान रह गया है। वहीं वैज्ञानिक भी इन मंदिरों के रहस्य को अभी तक सुलझा नही पाएं है। आज के इस आर्टिकल में हम भगवान हनुमान( Doctor Hanuman Ji)जी के ऐसे ही चमत्कारी मंदिर के बारे में बात करेंगे जिसके बारे में जानकर आप भी शायद हैरान रह जाएं।
कहां मौजूद है यह मंदिर
हनुमान जी का यह चमत्कारी मंदिर ग्वालियर से 70 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे भिंड जिले के दंदरौआ सरकार धाम में है। इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां भगवान हनुमान( Doctor Hanuman Ji)जी अपने भक्तों का स्वयं इलाज करते है। यहां आने वाले श्रद्धालु का मानना है कि हनुमान जी के पास सभी प्रकार के रोगों का कारगर इलाज है। यही कारण है कि यहां दूर-दूर से लोग अपनी बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आते हैं। स्थानीय लोगों का यहां तक भी दावा है कि यहां पर कैंसर जैसी बीमारी का इलाज भी भगवान खुद करते हैं। यहां हर दिन हनुमान जी के पास अच्छी सेहत की उम्मीद लेकर लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। खासकर मंगलवार और शनिवार को यहां दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं।
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300 साल पुराना है डॉक्टर हनुमान जी का ये मंदिर
इस मंदिर को लोग दंदरौआ सरकार धाम के नाम से भी जानते हैं। यहां बजरंगबली को डॉक्टर के रूप में पूजा जाता है। वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मंदिर में जो भी भक्त दर्शन करने आते है, वो हमेशा स्वस्थ रहते है। यहां हनुमान जी की मूर्ति नृत्य की मुद्रा में है। बताया जाता है कि यह देश की अकेली ऐसी मूर्ति है, जिसमें हनुमान (Doctor Hanuman Ji)जी को नृत्य करते हुए दिखाया गया है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण करीब 300 साल पहले हुआ था। पेड़ को काटने पर गोपी वेषधारी हनुमान जी की ये प्राचीन मूर्ति प्राप्त हुई थी।
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मंदिर को लेकर क्या पौराणिक मान्यता
महाराजश्री बताते हैं कि दशरथ के पुत्र राम की धर्मपत्नी सीता जी को जब रावण हर ले गया। खोज करने के दौरान हनुमान जी उन्हें सहयोगी के रूप में मिले। हनुमान(Doctor Hanuman Ji) जी ने समुद्र लांघकर रावण की लंका में अशोक वाटिका में बैठी सीता का पता लगाया। इसके बाद माता से विदाई लेकर श्रीराम से भेंट की। उस दिन भाद्रपद मास का अंतिम मंगलवार था। इससे सभी को प्रसन्नता हुई। देवताओं ने भी उनका स्वागत किया। तभी से यह दिन बुढ़वा मंगल के नाम से प्रसिद्ध हुआ। महाराज ने कहा कि ‘‘ऊँ श्री ददरौआ हनुमते नम:’’ मंत्र का दिव्य जाप करने से सभी तरह की आधि-व्याधियां मिटती हैं। माँ लक्ष्मी की कृपा तथा सभी भौतिक सुख भी मिलते हैं। यहां आने वाला हर व्यक्ति प्रसन्नता के साथ घर जाता है।