Brij Mandal Jalabhishek Yatra Yatra। Nuh Violence
हिंदुओं और मुसलमानों में तो टकराव कई अरसों से देखते आ रहे है। कभी पथराव, कभी फायरिंग, तो कभी दंगे-फसाद जैसा माहौल। जिससे दोनों पक्ष तो आपस में भिड़ जाते है। लेकिन उन लोगों की वजह से आम जनता को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अभी हाल ही(Brij Mandal Jalabhishek Yatra) ब्रजमंडल यात्रा के दौरान ऐसा ही माहौल देखना पड़ा। बात इतनी बड़ गई कि शहर में धारा 144 तक लगाने की नौबत आ गई। आइए जानते है कि आखिर क्यों मचा यह बवाल, और क्या है ब्रजमंडल यात्रा और उसका इतिहास।
क्या है ब्रजमंडल यात्रा। Brij Mandal Jalabhishek Yatra
ब्रजमंडल यात्रा (Brij Mandal Jalabhishek Yatra)जोकि हर साल हरियाणा के मेवात क्षेत्र में शुरू की जाती है । बता दें कि इश यात्रा का शुभारंभ विश्व हिंदू परिषद द्वारा लगभग तीन साल पहले करवाया गया है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य मेवात व आसपास के मंदिरों को भव्य स्वरुप देना है। हरियाणा के नूंह जिले में काफी प्राचीन मंदिर है जो अपनी पहचान खोते जा रहे थे। मेवात दर्शन यात्रा के बहाने हरियाणा के अन्य जिलों से लोग आकर मेवात के पवित्र स्थलों के दर्शन कर सकेंगे व पुण्य लाभ कमाएंगे।
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क्यों हुआ इस यात्रा पर बवाल। kyun hua is yatra per bawal
कुछ शरारती तत्वों ने(Braj Mandal Jalabhishek Yatra) बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा को रोकने का प्रयास किया। उन्होंने जमकर पथराव और फायरिंग की। कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। इस यात्रा से पहले मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी के वीडियो तेज़ी वायरल हो रहे थे, जिसमें कि वह इस यात्रा में आने की बात कर रहे हैं। वायरल हुए वीडियो में बिट्टू बजरंगी द्वारा नूंह के लोगों के लिए आपत्तिजनक शब्द भी कहे। आपको बता दें कि मोनू का नाम नासिर और जुनैद की हत्या से भी जुड़ा हुआ है। इसका बवाल का कारण कहीं न कहीं यही है कि मेवात में हिंदुओं की आबादी मुस्लिमों के मुताबिक बेहद ही कम है। जहां मेवात में 20 प्रतिशत हिंदू तो वहीं 80 प्रतिशत मुसलमान रहते है जिसके चलते मुसलमानों ने हिंदुओं द्वारा निकाली गई इस यात्रा को रोकने के लिए पत्थरबाजी शुरू कर दी, और हिंसा भड़क गई।
क्या है ब्रजमंडल यात्रा का रूट। brajmandal yatra ka root
सबसे पहले (Braj Mandal Jalabhishek Yatra)यात्रा नल्हड़ महादेव मंदिर पर जल अभिषेक करती है । उसके बाद झिरकेश्वर महादेव तथा गांव श्रंगार में राधा कृष्ण मंदिर तथा श्रृंगेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन कर जल अभिषेक कार्यक्रम किया जाता है। जैसे ही मेवात में यात्रा आने के सूचना लोगों को मिलती है तो उसकी तैयारियों के मद्देनजर लगभग दर्जनों जगहों पर मेवात के हिंदू श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत करते हैं वहीं इय यात्रा में ना केवल मेवात के लोग बल्कि दूर-दूर से आए लोग भी इस यात्रा में भाग लेते है।