देश की राजधानी दिल्ली महिलाओं के लिए असुरक्षित है। यह आपने अक्सर खबरों में पढ़ा होगा। यहां पर बच्चे क्या, महिलाएं क्या सभी के साथ गलत काम करने वाले दरिंदे भगवान से डरते नहीं है। जी हां, हम आपको एक ऐसी सच्ची घटना बताने जा रहे हैं। जिसको सुनकर आपकी रूह कांप उठेगी, क्योंकि यह कहानी एक छोटी सी बच्ची की है। जोकि, महज 12 साल की है।
यह कहानी दिल्ली की एक मलिन बस्ती की है। जहां पर पूजा शर्मा नाम की एक 12 साल की बच्ची अपने गरीब माता-पिता के साथ रहती थी। उसके मां-बाप दोनों मजदूरी करके अपना पेट भरते थे। पूजा अपने स्कूल से आने के बाद शाम तक घर में अकेली रहती थी। आस-पास के पड़ोसी उसका ख्याल रखते थे। एक बार पूजा के पड़ोस के घर में एक रिश्तेदार रूकने आया। जिसकी उम्र 20 साल थी। उसकी पूजा पर गलत नज़रें थी। वह काफी समय से पूजा को घूरता था, लेकिन पूजा इस बात से पूरी तरह अनजान थी। बचपन से ही पूजा का मन हमेशा धार्मिक गतिविधियों में लगा रहता था। कभी धार्मिक पुस्तकें पढ़ना या सत्संग में आना-जाना। वैसे तो पूजा हनुमान जी को अपना परम भगवान मानती थी। रोज़ सुबह उठकर पूजा मंदिर में जाती थी और वहां से आकर घर पर भी बजरंबली की पूजा करती। उसके बाद ही वह कुछ खाती थी।
एक बार वह सुबह के समय स्कूल की ड्रेस पहनकर मंदिर में पूजा करने जा रही थी। अचानक बीच सड़क पर एक अनजान कार रूकी। उसमें से कुछ लोग निकले और पूजा को उठाकर कही दूर ले गये। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता वह दरिदें पूजा को लेकर एक सूनसान जगह पर चले गये। उन्होंने पूजा को बेहोशी वाली दवा सूंघा दी। ताकि वह किसी को पहचान ना पाए। इस पूरी घटना को अंजाम देने वाला पूजा का पड़ोसी रिश्तेदार था। जिसने अपने दोस्तों को भी पूजा के बारे में बताया और फिर इस साजिश में उनको भी शामिल कर लिया। यह लोग पूजा को एक सूनसान से जंगल में ले गये। जहां पर कोई भी आता-जाता नहीं था। इसके बाद उन्होंने पूजा को ज़मीन पर लेटा दिया। इतने में वह कुछ कर पाते पूजा को होश आ गया और वह भागने की कोशिश करने लगी। फिर उन लोगों ने पूजा को पेड़ से बांध दिया। इतने में ही वहां पर एक काफी अद्भूत मनुष्य आया। जिसके चेहरे पर एक अलग ही चमक नज़र आ रही थी। वह कोई साधारण पुरुष नहीं लग रहा था, बल्कि वह कोई महाबली लग रहा था। ऐसे में वह लड़के भी उस महाबली को नहीं देख पा रहे थे। उसके शरीर में से जिस तरीके का तेज़ आ रहा था। उसमें उन लोगों को कुछ नज़र नहीं आ रहा था। इसके बाद उस महाबली ने पूजा को पेड़ से खोलकर अपने साथ खड़ा कर लिया। जिसके बाद उन लड़कों को वह महाबली दिखने लगा। उन लड़कों ने मिलकर उस महाबली के साथ हाथापाई की, लेकिन महाबली के आगे कौन टिक पाया है। वह भी एक ही वार में परास्त हो गए। उस महाबली के पास एक गदा था। जिससे वह उन लड़कों पर वार कर रहा था। यह देखकर पूजा को आशंका हुई कि, यह कहीं हनुमान जी तो नहीं हैं, यह देखकर पूजा ने पहले हाथ जोड़े और कहा कि, आप तो मेरे परम भगवान हनुमान जी हो। यह देखकर पूजा की आंखों में खुशी के आंसू आने लगे। पूजा की यह बात सुनकर लड़कों ने भी महाबली से माफी मांगी, लेकिन उन्होंने कहा तुम्हें धरती पर तो सज़ा भुगतनी होगी साथ ही जब तुम मृत्युलोक में आओगे तुम्हें वहां भी इस लड़की के साथ गलत भावना रखने का दंड जरूर भुगतोगे। यह सुनकर लड़के अपनी जान की भीख मांगने लगे और पूजा से कहने लगे कि, बहन हमें माफ कर दो। हम समझ गये कि हम गलती नहीं पाप करने जा रहे थे, लेकिन बजरंगबली ने उनकी एक नहीं सुनी और उन तीनों को अपने हाथों से हवा में उठाकर जंगल के बाहर ले आए और फिर सड़क पर गिरा दिया। जिसके बाद वह लड़के सड़क से उठ नहीं पा रहे थे। वह भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन हनुमान जी की शक्ति की वजह से वह सड़क से नहीं उठ पा रहे थे। इसके बाद हनुमान जी उस लड़की को लेकर पुलिस स्टेशन गये और उसको कहा कि, तुम यहां पर सारी बातें बताना, लेकिन मेरे बारे में कुछ मत कहना। उन लड़कों सारी सच्चाई बताना। जब पूजा ने पूछा कि, आपके बारे में मैं पुलिस अंकल को क्यों नहीं बताऊं, तो बजरंगबली ने कहा कि, यह कलयुग है बेटी यहां पर चमत्कार को अंधविश्वास का नाम दिया जाता है। तुम अगर मेरे बारे में कुछ भी बताओगी तो यह लोग यकीन नहीं करेंगे और तुम्हारी सारी बातों को झूठ मानेगें। पूजा ने उनकी बात मानी और पुलिस स्टेशन में अकेली चली गई। बजरंगबली बाहर खड़े होकर सारी परिस्थितियों को देख रहे थे। इसके बाद वह लड़की उसी सड़क पर पुलिस वालों को लेकर गई। वह लड़के अब भी सड़क से उठ नहीं पा रही थे। पुलिस ने उन लड़कों को गाड़ी में बैठाया और पुलिस स्टेशन ले आई। वहीं लड़की और उन अपराधियों के घरवालों को पुलिस स्टेशन में बुलाया गया। जिसके बाद अपराधियों ने खुद इस बात को कबूला कि, उन्होंने यह अपराध किया है, लेकिन हनुमान जी से उन्होंने माफी मांगी है। यह सुनकर पुलिस वाले बोलने लगे कि, कलयुग में कहा भगवान प्रकट होंगे और तुम जैसे हैवानों को दिखेंगे। उनकी यह बातें सुनकर पुलिस वालों ने अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की और पूजा को सही सलामत उसके घर पहुंचा दिया। घर पहुंचने के बाद पूजा ने अपने घरवालों को हनुमान जी के चमत्कार के बारे में सारी सच्चाई बताई। जिसके बाद से पूजा की जिंदगी बदल गई और हनुमान जी के लिए उसका श्रद्धा भाव दिन-प्रतिदिन बढ़ने लगा। भक्त की पुकार पर अचानक हनुमान जी का धरती पर प्रकट होना किसी चमत्कार से कम नहीं है, जब ही तो उनको संकटहर्ता और दुखहर्ता का नाम दिया गया है।