हैलो दोस्तों आपका हमारे यूट्यूब चैनल में स्वागत है आज हम आपको बताने वाले हैं संकटहर्ता-दुखहर्ता हनुमान जी की एक ऐसी सच्ची कहानी। जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगें। यह कहानी सुनकर आपके मन में भी सवाल उठेगा कि, आखिर हनुमान जी ने अपने भक्तों के साथ ऐसा क्यों किया? वैसे तो हनुमान जी के चमत्कार और उनकी कृपा के बारे में आपने हमारी सभी वीडियो में जरूर देखा होगा, लेकिन आजतक आपने हनुमान जी से अपने भक्तों की ऐसी नाराज़गी शायद ही सुनी या देखी होगी।
यह सच्ची घटना हिमाचल के एक छोटे से गांव की है। जहां पर हनुमान जी के भक्तों का निवास है। इस पूरे गांव में हनुमान जी के अलावा किसी भी भगवान की पूजा नहीं की जाती। गांव में घुसते ही बजरंगबली की बहुत बड़ी मूर्ति है, लेकिन लोगों के घरों में किसी भी भगवान की कोई मूर्ति नहीं है, ऐसा इसलिए है क्योंकि गांव वासियों का मानना है कि, गांव के रक्षक स्वयं हनुमान जी हैं। उनका पहरा गांव में 24 घंटे रहता है।
गांव में घुसते ही सबसे पहले हनुमान जी की मूर्ति के दर्शन होते हैं। हम सभी गांव वासी मिलकर परिवार की तरह उनकी पूजा अर्चना सुबह-शाम करते हैं। यह गांव प्रेम भाव से भरा हुआ है। यहां पर सभी एक-दूसरे के साथ मिलजुल कर रहते हैं। इस गांव पर हनुमान जी की असीम कृपा है। स्थानीय निवासी यहां तक बताते हैं कि, यहां पर लोगों ने हनुमान जी को साक्षात रूप में भी देखा है, लेकिन एक घटना कुछ ऐसी इस गांव में घटी। जिसके बाद से इस गांव की चर्चा दूर-दूर तक होने लगी। गांव के लोगों ने बताया कि, दीपावली का समय चल रहा था। घरों में काफी चहल-पहल थी। इस दौरान लोग मिल-जुल कर बजरंगबली की शाम के समय पूजा कर रहे थे। ऐसे में एक अनजान व्यक्ति उस गांव में घुसकर लोगों के घरों से पैसे और गहने लूटकर ले गया। जब तक गांव वासियों को पूरी कहानी पता चलती तब तक वह चोर काफी दूर निकल चुका था। गांव वासियों के मुताबिक, वह चोर चोरी करके एक पहाड़ पर पहुंच गया। जहां पर हनुमान जी का एक रहस्यमय मंदिर स्थापित था। बताया जाता है कि, वह चोर उस मंदिर में चला गया, जिसके बाद से ही यह मंदिर रहस्यमय और अद्भूूत हो गया। दरअसल, यह मंदिर दूर से दिखाई देगा लेकिन जैसे-जैसे आप इसके नज़दीक जाओगे वैसे-वैसे यह मंदिर गायब हो जाएगा। ऐसा क्यों होता है, इसके पीछे एक बड़ी वजह है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि, सालों से हमारे घरों में ताले नहीं लगे है। कोई भी कहीं भी जाए कितनी भी दूर जाए या कितने भी दिनों के लिए जाए, लेकिन ताला किसी के घर में नहीं लगता। ऐसा इसलिए है, क्योंकि लोगों का हनुमान जी की शक्तियों पर पूरा भरोसा है, उनका मानना है कि, हनुमान जी के रहते हुए वह सभी सुरक्षित हैं, लेकिन अचानक काफी सालों बाद यहां पर चोरी होना काफी अचंभे कि बात थी। जहां पर सालों से ताला ना लगाने की प्रथा चल रही थी, वहां पर अचानक इतने घरों में से चोरी होना बेहद दुखद की बात है। इस घटना के बाद से ही लोगों को हनुमान जी से शिकायत होने लगी। कहते हैं कि, हनुमान जी को लोग मानते तो हैं, लेकिन पहले की तरह यहां पर हनुमान जी के भक्त नहीं है। जी हां, यहां पर अब हनुमान जी पर लोगों का विश्वास कम हो गया है। इसे भक्तों की नाराज़गी समझें या फिर गांव वासियों की लापरवाही। इस पर कुछ भी कह पाना ठीक नहीं होगा।
आगे हनुमान जी के भक्तों ने बताया कि, उस चोर को पहाड़ों की तरफ जाते हुए हनुमान मंदिर के एक पुजारी ने देखा और उसका पीछा करते हुए पहाड़ पर पहुंच गये। जिसके बाद वह चोर हनुमान जी के मंदिर में चला गया। जैसे ही वह पुजारी उस मंदिर के अंदर पैर रखने वाला था। इतने में ही वह पूरा मंदिर गायब हो गया। यह देखकर पुजारी डरकर सहम गया और वापिस पहाड़ से नीचे आ गया। फिर पलटकर जैसे ही पुजारी ने मंदिर को देखा तो वह फिर नज़र आने लगा। इसके बाद पुजारी ने यह सारी घटना गांव वासियों को बताई। फिर गांव वासी उस मंदिर को देखने गये। उन लोगों के साथ भी पुजारी जैसी घटना घटी। जिसके बाद से ही यह कहानी पूरे जगह फैल गई, लेकिन नाराज़ भक्तों को लगता है कि, उस चोर को हनुमान जी ने आसरा दिया है, लेकिन पुजारी ने बताया कि, उस चोर को हनुमान जी दंड दे रहे हैं तभी तो वह आजतक मंदिर के बाहर नहीं निकल पाया। काफी समझाने के बाद भी हनुमान जी को मानने वाला गांव अब उनपर कम विश्वास करता है और उनकी भक्ति पहले की तरह नहीं करता। वाकई यह कहानी सुनने में अजीब है, लेकिन सच्ची है।