हैलों दोस्तों आज हम आपको ऐसी धार्मिक पूजा के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसको जानकर आप दंग रह जाएंगे। जी हां, आपने भगवानों की पूजा के बारे में काफी सुना होगा, कि इस भगवान की पूजा अर्चना करने से आपके सारे काम बनने लगगें या फिर आपकी मनोकामना पूर्ण होगी, लेकिन क्या आपने कभी यह सब बाते वाहन के लिए सुनी है, हमारा मतलब है कि, किसी बाईक को लेकर आपने सुना है कि, उनकी पूजा करने से आपके सारे काम बनने लगेगें। शायद ये सुनना और इसके बारे में आपको बताना काफी अजीब है, लेकिन यह सच है कि, हमारा देश विभिन्नताओं से भरा हुआ है। यहां पूजा करने विधि अलग-अलग है भगवानों को मानने की परंपराएं भी सबकी अलग है।ऐसे में राजस्थान के इस गांव की पूजा-पाठ का तरीका जानकर आपको हैरानी होगी। ऐसा हम क्यों बोल रहे हैं आपको यह समझ तब आएगा जब आप हमारी पूरी वीडियो को एंड तक देखगें।
यह कहानी हमें दिल्ली के रमेश ने बताई है। जोकि, राजस्थान के छोटे से गांव में रहते थे। आज वह दिल्ली में सरकारी कर्मचारी के तौर पर काम रहे हैं। रमेश ने बताया कि, उनके पूरे गांव में किसी के घर में भगवान की पूजा नहीं होती बल्कि बुलट की पूजा की जाती है। इतना ही नहीं, यहां पूरे गांव कोई भी परिवार बुलट को नहीं खरीद सकता। ऐसा क्यों आखिर इसके पीछे क्या रहस्य है। इसकी सारी सच्चाई रमेश ने खुद सुनाई। दरअसल, काफी साल पहले एक फौजी जोकि, महादेव भक्त थे। जिनपर महादेव की असीम कृपा थी। लोग मानते थे कि, जब भी वह किसी को सपने में दिखते हैं तो उनको महादेव के दर्शन होते है। उस समय गांव में सिर्फ महादेव का ही मंदिर था। इन फौजी कर्मचारी का नाम बाबा सोमनाथ है। पूर्वजों के द्वारा मान्यता है कि, इस गांव में सोमनाथ को भगवान के रूप में देखा जाता था। इंसानी छवि में भी लोग उन्हें पूजते थे, क्योंकि वह सभी कि मदद करने में आगे रहते थे। किसी भी समस्या को चंद मिनटों में सुलझाने का अच्छा अनुभव सोमनाथ में था। वह रोज़ाना महादेव की पूजा-अर्चना मंदिर में बैठकर करते थे। एक बार उन्हें किसी काम वश गांव से बाहर शाम के समय बुलाया गया। इस दौरान वह अपनी बुलट लेकर गांव से कुछ मील दूर शहर की ओर जा रहे थे। अचानक हाईवे पर उनकी बुलेट एक ट्रक से जा टक्कराई। यह काफी दिलदहाने वाला एक्सीडेंट था। जिसमें सोमनाथ की मृत्यु हो गई वहीं ट्रक ड्राइवर भी मरा गया, लेकिन हैरतअंगेज बात यह थी कि, फौजी सोमनाथ की लाश वहां पर नहीं मिली। पुलिस ने काफी तफ्तीश की जिसके बाद उनकी लाश वहां दूर-दूर तक नहीं मिली। लाशा मिलने पर पुलिस सोमनाथ की बुलेट को थाने ले आए और वहीं खड़ी कर दी। उसी रात जब चौकी इंचार्ज बाहर उस बुलेट का जायजा लेने गया तो वहां वह बुलेट नहीं थी। जिसके बाद दोबारा पुलिस एक्सीडेंट वाली जगह पर गई तो देखा बुलेट उसी तरह से बीच सड़क पर पड़ी है। फिर से पुलिस बुलेट उठाकर पुलिस स्टेशन ले आई। कुछ देर बाद फिर से ऐसा ही हुआ। बुलेट एक्सीडेंट वाली जगह से तीसरी बार बरामद करनी पड़ी। ऐसा करीबन 5 बार हुआ, जिसके बाद हर कोई डर गया। फिर पुलिस टीम जांच करने के लिए फौजी सोमनाथ के गांव पहुंची और उनके बारे में सारी बातें पूछी और इस घटना के बारे में भी बताया। गांव वासियों ने कहा कि, साहब फौजी साहब को अपनी बुलेट से बेहद प्रेम था। वह अपने बच्चे की तरह इसकी रखवाली करते थे। आप इस बुलेट का मंदिर बनवा दीजिए, क्योंकि एक बार सोमनाथ ने कहा था कि, यदि वह मर जाएं तो उनकी बुलेट को सम्मान के साथ मंदिर में स्थापित क्या जाए। क्या पता आपके साथ बार बार यह घटना इसलिए घट रही हो। यह बात पुलिस वालों को सही लगने लगी और उन्होंने गांव के अंदर फौजी सोमनाथ की फोटो लगाकर मंदिर बनवाया और बुलेट को भी उसी मंदिर में स्थापित किया। अब भी यह मान्यता है कि, जो लोग फौजी सोमनाथ के मंदिर में नहीं जानते उनकी जान को खतरा रहता है। उनका एक्सीडेंट होना संभव है। यह सिर्फ अफवाह ही नहीं बल्कि लोगों के साथ हुई घटनाएं भी है। जिसका जिक्र वहां कि, पुलिस करती हैं।
इस गांव में लोग भगवान की नहीं बुलेट की करते हैं पूजा, अजीबो-गरीब रहस्य जानकर आपके उड़ जाएंगे होश
By Prabhu BhaktiUpdated: