जब कश्मीर में हुए आतंकी हमले से अपने भक्त को बचाने आये बजरंग बलि।

जहाँ भक्त है वहां भक्ति है और जहाँ भक्ति है वहाँ प्रभु की शक्ति है।  वो शक्ति जो प्रभु के भक्तो के साथ सदैव ही बनी रहती है जो दिखाई बेशक न दे परन्तु  होती जरूर है। एक ऐसी ही सच्ची भक्ति और दिव्य शक्ति की कहानी है बजरंग बलि के अन्नय भक्त समीर की जो कश्मीर में रहता है।  समीर कई सालों से हनुमान जी की भक्ति करता है , साथ ही वह प्रत्येक मंगलवार का उपवास भी रखा करता था।  समीर एक छोटी सी चाय की दुकान चलाया करता था।  लेकिन कश्मीर में होने हों वाले आतंकी हमलो से वह के सभी लोगो को बहुत परेशानियाँ उठानी पड़ती थी।  ऐसा ही आतंकी हमला एक दिन हुआ सभी लोग दहशत में आ गए जल्दी जल्दी सभी अपनी दुकानें  बंद कएने लगे और वह से अपने अपने घर भाग खड़े हुए आतंकी गोलीबारी कर रहे थे साथ ही आस पास की गाड़ियों को और सामाजिक संपतति को नुक्सान पहुंचाने लगे , आगे बढ़ते हुए आतंकी समीर की दूकान पर जा पहुंचे , तब तक समीर अपनी दूकान बंद नहीं कर पाया था। आतंकियों ने समीर को पकड़ लिए और उसे परेशान करने लगे कोई उसे थप्पड़ मरता तो कोई उसे खिंच कर  ज़मीन  पर गिरा रहा था।  समीर ने सभी से उसे छोड़ने की विनती भी करी पर उसकी किसी ने एक बात न सुनी और अब  उसके साथ उसकी दूकान को भी नुक्सान पहुंचाने लगा।  समीर उस सभी को रोकने का प्रयास करता राहपरन्तु वह अकेला था और उन आतंकियों की संख्या अधिक थी इसी कारण समीर कुछ भी कर पाने में असमर्थ था।  उस ने आस पास के लोगो से भी मदद की गुहार लगाई परन्तु आतंकियों के दर से कोई आगे न आया।  खुद को अकेला पाकर समीर ने बजरंग बलि को याद कर मन में कहा हे बजरंज बलि रक्षा करो वार्ना यह लोग मुझे और मेरी दूकान को ख़तम कर देंगे।  थोड़ी ही देर बाद ऐसा कुछ हुआ की कोई सोच भी न सके।  उनमे से एक आतंकी के सीने में इतना तेज दर्द हुआ की वह दर्द के कारण ज़मीन पर गिर पड़ा उसे साथियों ने पुछा क्या हुआ तब वह बोलै की किसी ने मुझ पर हमला किआ कुछ बहुत बड़ी सी चीज़ आकर मेरे सीने पर लगी इतना सुनकर सभी आस पास देखने लगे तब वहां न तो कोई व्यक्ति था न ही कोई बड़ी सी चीज़।  तभी वह एक वानर आया और उसने एक एक कर सभी आतंकियों पर हमला बोल दिया किसी को अपने दांतों से तो किसी को अपने नाखूनों से घायल कर  दिआ , किसी आतंकी को उस वानर को रोने का एक मौका भी न मिला।  तभी वह सभी वहां से डर कर भाग गए।  वहां के सभी निवासी एक एक कर बहार आये किसी को समज नहीं आया की वह वानर आया तो आया कहाँ से सभी ने समीर से सवाल पूछना शुरू किआ जिस पर समीर ने उत्तर दिआ की जब मैंने आप सब से मदद मांगी तो कोई नहीं आया परन्तु जब मैंने बजरंग बलि से मदद की गुहार लगाई तो उन्होंने स्वयं वानर रूप में आकर मेरी रक्षा की।  सभी ने समीर की भक्ति व बजरंग बलि को नमन किया।

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