Uttarkashi tunnel | उत्तरकाशी सुरंग
उत्तराखंड के उत्तरकाशी सुरंग/Uttarkashi tunnel में पिछले 17 दिन से 41 मजदूर निर्माणाधीन टनल के भीतर फसे हुए थे। प्रशासन लगातार इनके बचाओ कार्य में लगा हुआ था, और लगातार सारे बचाओ अभियान फैल होते जा रहे थे । स्थानीय लोगों का कहना है की इस टनल का निर्माण बिना यहाँ के इष्ट देव, ‘बाबा बौख नाग’ की इजाजत के किया जा रहा था, इसलिए 5 दिन पहले इस टनल के बाहर बाबा बौख नाग की प्रतिमा को स्थापित किया गया, पूजा की गई और 2 दिन पहले ही बाबा के मंदिर के पीछे महादेव की छवि प्रकट हुई , जिसके बाद ये रेस्क्यू ऑपरेशन सफल हो गया।
लोगों का कहना है साक्षात महादेव वहाँ पधारे है तब जा के ये रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हुआ है । 41 मजदूरों के बाहर निकलने पर सी.एम पुष्कर सिंह धामी ने खुद मजदूरों का स्वागत किया और उन्होंने मौके पर ये घोषणा की है , कि बचाए गए सभी 41 मजदूरों को एक-एक लाख रुपये की (सहायता राशि) दी जाएगी।
Mahadev Silver Pendants पर स्पेशल ऑफर
पुष्कर सिंह धामी का कहना है, कि बाबा बौखनाग और देवभूमि उत्तराखंड के सभी देवी-देवताओं की कृपा से यह बचाओ अभियान सफल हुआ है। उन्होंने घोषणा भी की, कि बौखनाग देवता का सिलक्यारा में इस टनल के पास एक भव्य मंदिर भी बनाया जाएगा। जिसके लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिए गए है ।

मुख्यमंत्री का कहना है कि बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर आ चुके है । यहाँ के ग्रामीणों ने बाबा बौखनाग के भव्य मंदिर बनाने की मांग भी की है । उनकी इस मांग को सरकार जल्दी ही पूरा करेगी। अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए है की मंदिर निर्माण का कार्य जल्द ही शुरू किया जाए ।
Also read : Uttarkashi Tunnel Accident: टनल के बाहर प्रकट हुए शिव ! बड़ा चमत्कार
सभी श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और अस्पताल में इलाज पर होने वाला सर खर्चा सरकार उठाएगी। इनके अलावा श्रमिकों के परिजनों और श्रमिकों के खाने, रहने की भी व्यवस्था सरकार द्वार की जाएगी । वही इन्हें एक लाख के सहायता राशि भी दी जाएगी और इनके घर जाने तक का सारा खर्चा सरकार उठाएगी ।
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह का कहना है की इस बचाव अभियान के लिए सभी जरूरी संसाधन पीएम नरेंद्र मोदी की मदद से हमें समय पर उपलब्ध कराए गए थे । और पीएम मोदी इस बचाओं अभियान के पल पल की खबर ले रहे थे । चुनाव अभियान के दौरान भी उन्होंने लगातार इस पर नजर बनाकर रखी।
वही इस बचाओ अभियान में रैट माइनर्स की भी अहम भूमिका रही है । जल बोर्ड और यूपी के गोरखपुर की टीम भी बचाओं अभियान में शामिल थी ।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि सभी मजदूरों को उत्तराखंड राज्य की तरफ से एक-एक लाख रुपये का चेक कल सौंपा जाएगा। साथ ही एनएचएआई से भी अनुरोध किया जाएगा कि मजदूरों को कुछ दिन की छुट्टी वेतन के साथ जाए। ताकि सभी मजदूर आराम से घर जा सकें। टनल से निकालने पर मजदूरों को अस्पताल भी ले जाया गया, डॉक्टर का कहना है की सब मजदूर बिल्कुल स्वस्थ है ।
वहाँ के स्थानीय लोग इस बचाओ अभियान के कामयाब होने को महादेव का चमत्कार मान रहे है । क्यूँ की बड़ी से बड़ी मशीन एयर लिफ्ट करवा कर यहाँ लाई गई थी । लेकिन जितनी भी मशीने मंगाई जा रही थी वो लगातार खराब होती जा रही थी ।
इस हादसे पर स्थानीय निवाससियों का ये कहना है, की इस टनल का जहां निर्माण किया जा रहा है, पहाड़ का वो हिस्सा बाबा बौख नाग का मुकुट है, और बिना बाबा की इजाजत के ये निर्माण कार्य शुरू हो गया था । इस पहाड़ की खुदाई कर दी गई थी ।

बाहर देश से भी कई टनल एक्स्पर्ट्स यहाँ बुलाए गए थे, जिनके सलाह और मदद से बचाओं अभियान को अंजाम देना था । क्यूँ की लगतार सभी ऑपरेशन फैल होते जा रहे थे, और जो भी मशीन इस्तेमाल कर रहे थे, उस से टनल में मलबा और भी ज्यादा गिर रहा था । इसलिए कई बार इस रेस्क्यू ऑपरेशन को रोक दिया गया था ।

बाहर से आए हुए एक्स्पर्ट्स ने भी रेस्क्यू का काम शुरू करने से पहले बाब के मंदिर में पूजा की थी । तब जा के काम शुरू किया था और नतीजा हम सबके सामने है ।
ये टनल हादसा एक उदाहरण है, कि जब भगवान पर अश्रद्धा और साइंस साथ में काम करे , तो चमत्कार होना निश्चित है ।