राम मंदिर में 22 जनवरी को होने जा रहा हैं प्रण प्रतिष्ठा महोत्सव
प्रस्तावना
राम मंदिर के प्रण प्रतिष्ठा | Pran Pratishtha महोत्सव का आयोजन 22 जनवरी को हो रहा है, जिसमें 6000 किलोग्राम राम हलवा तैयार किया जा रहा है और हनुमान कढ़ाही की पूजा होगी. इस विशेष घटना को लेकर हम इस लेख में विवेचना करेंगे ताकि आप इस महोत्सव की सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकें.
प्रण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन
22 जनवरी को राम मंदिर में प्रण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन हो रहा है. इस महोत्सव में मुख्य रूप से भगवान राम की मूर्ति के प्रण प्रतिष्ठा का कार्य होगा. इस अद्वितीय घटना में समूचे भारतवर्ष से श्रद्धालु भक्त शामिल होंगे.
हनुमान कढ़ाही और राम हलवा
महोत्सव के अगले हिस्से में, 6000 किलोग्राम राम हलवा की तैयारी की जा रही है. इस स्वीट्स के बड़े बर्तनों में बनाए जाएंगे और फिर इसे श्रद्धालु भक्तों को वितरित किया जाएगा. साथ ही, हनुमान कढ़ाही का आयोजन भी होगा, जिसमें हनुमान जी को विशेष रूप से पूजा जाएगा.
प्रण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन बड़ी धूमधाम से होगा. राम मंदिर के प्रांगण में भगवान राम की मूर्ति को विशेष पूजा अर्चना के साथ प्रण प्रतिष्ठा किया जाएगा. इस महोत्सव के दौरान भगवान के भक्तों को विशेष प्रवचन और कीर्तन का आनंद लेने का अवसर मिलेगा.
यात्रा का आयोजन
महोत्सव के दौरान राम मंदिर में विशेष यात्राएँ भी आयोजित की जाएंगी. यात्राओं में श्रद्धालु भक्तगण भाग लेंगे और राम मंदिर के चारों ओर विशेष प्रदक्षिणा किया जाएगा.
भक्तों का संगठन
महोत्सव के दौरान भगवान के भक्तों को समूचे भारतवर्ष से आकर राम मंदिर के प्रांगण में एकजुट होने का सुनहरा अवसर मिलेगा. इस अद्भुत और धार्मिक घटना में भाग लेने से भक्तगण को अद्भुत आनंद और शांति का अहसास होगा.
आत्मनिर्भरता के संकल्प
महोत्सव के अवसर पर भारतीय समाज को आत्मनिर्भरता के संकल्प का साक्षात्कार करने का अवसर मिलेगा. राम मंदिर के निर्माण में जुटे लाखों लोगों के साथ ही, विभिन्न क्षेत्रों से आए गए कलाकारों और उद्यमियों का समूह एक साथ काम करने का मौका पाएगा.
इस महोत्सव के दौरान आप स्वयं को अत्यंत धार्मिक और आत्मनिर्भरता के संकल्प में सामिल करके समृद्धि और शांति का आनंद लें. यह एक ऐतिहासिक क्षण है जो हमें हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा.
समापन
22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के प्रण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होकर आप इस अद्भुत अनुभव का आनंद लें. भगवान राम की कृपा से हम सभी को धरती पर शांति, समृद्धि, और समृद्धि की प्राप्ति हो. जय श्री राम!
प्राण प्रतिष्ठा का अर्थ क्या है? | Pran Pratishtha ka arth kya hain
प्राण प्रतिष्ठा ( Pran pratishtha ) का शाब्दिक अर्थ है ‘ जीवन शक्ति की स्थापना ‘ या मूल रूप से किसी चीज़ में ‘जीवन डालना’। हिंदू धर्म में, प्राण प्रतिष्ठा एक पवित्र समारोह है जहां दिव्य सार, जिसे प्राण कहा जाता है, का आह्वान किया जाता है और मंदिर या घर में किसी देवता की मूर्ति या छवि में स्थानांतरित किया जाता है।
प्राण प्रतिष्ठा क्यों करते हैं? | Pran Pratishtha kyu karte hain
हिंदू धर्म परंपरा में प्राण प्रतिष्ठा एक पवित्र अनुष्ठान है, जो किसी मूर्ति या प्रतिमा में उस देवता या देवी का आह्वान कर उसे पवित्र या दिव्य बनाने के लिए किया जाता है।
मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कैसे करें? | Mandir mein Pran Pratishtha kaise kare
प्राण प्रतिष्ठा ( Pran pratishtha ) अनुष्ठान में आम तौर पर एक पूजा, संस्कृत मंत्रों का जाप, स्नान और देवता की मूर्ति की मंदिर में प्रतिष्ठा करना शामिल होता है। प्राण प्रतिष्ठा के समय जो पुजारी मूर्ति लेकर मंदिर में प्रवेश करता है उसके सबसे पहले पैर धोए जाते हैं और फिर मूर्ति को स्नान कराने के बाद साफ़ वस्त्र पहनाए जाते हैं।
प्राण प्रतिष्ठा करने से क्या होता है? | Pran Pratishtha karne se kya hota hain
शास्त्रों और धर्माचार्यों के अनुसार, जब किसी प्रतिमा में एक बार प्राण प्रतिष्ठा हो जाती है, तो वह प्रतिमा एक देवता में बदल जाती है। वह देवता हमारी या किसी भी उपासक की प्रार्थना स्वीकार कर सकते है और अपना वरदान दे सकते हैं।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा डेट | Ram Mandir Pran Pratishtha Date
प्राण प्रतिष्ठा ( Pran pratishtha ) 22 जनवरी 2024 को आयोजित है।]
ayodhya mandir
प्राण प्रतिष्ठा मंत्र क्या है? | Pran Pratishtha mantra kya hain
प्राण प्रतिष्ठा कैसे की जाती है? | Pran Pratishtha kaise ki jaate hain
प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में विद्वान, पंडित और कर्मकांडी पूजा, मंत्रों का जाप, स्नान के जरिए भगवान की मूर्ति को स्थापित करते हैं. प्राण प्रतिष्ठा के समय जो पुजारी भगवान की प्रतिमा लेकर मंदिर में प्रवेश करता है तो सबसे पहले उस पुजारे के पैर धोए जाते हैं. इसके बाद मूर्ति को स्नान कराने के बाद वस्त्र पहनाए जाते हैं.
प्राण प्रतिष्ठा के बाद क्या होता है? | Pran Pratishtha ke baad kya hota hain
8. दर्शन एवं उत्सव : गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा ( Pran pratishtha ) कार्यक्रम संपन्न होने के बाद सभी साक्षियों को क्रमश: दर्शन होंगे । श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह हर तरफ देखा जा रहा है।
पूजा कक्ष में नई मूर्तियां कैसे लगाएं? | Puja- Pooja kaksh mein naee moortiyaan kaise lagaen?
मूर्तियों की स्थिति ऐसी होनी चाहिए कि प्रार्थना करते समय व्यक्ति का मुख पूर्व या उत्तर की ओर हो। मूर्तियां एक-दूसरे के सामने या पूजा कक्ष के दरवाजे के सामने नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा यदि वे एक से अधिक मूर्तियाँ हैं तो सुनिश्चित करें कि एक और दूसरी के बीच कुछ जगह हो, साथ ही किसी भी दीवार से कम से कम एक इंच की दूरी रखें।
Ram Mandir temple
प्राण प्रतिष्ठा कब करना चाहिए? | Pran Pratishtha kab karna chaiye
राममंदिर और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा ( Pran pratishtha ) के लिए 22 जनवरी का मुहूर्त सर्वोत्तम है। जब भी पहले आनन-फानन मुहूर्त दिया गया, उसमें कुछ कमी थी, इसी कारण मंदिर तोड़े गए। इसलिए सभी बातों को ध्यान में रखकर 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त दिया गया है।
प्राण प्रतिष्ठा के दौरान दर्पण क्यों टूटता है? | Pran Pratishtha ke dauraan darpan kyon tootata hai?
हिंदू धार्मिक प्रथाओं के संदर्भ में, मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के दौरान मूर्ति के सामने रखे गए कांच या किसी अन्य वस्तु को तोड़ना एक शुभ घटना मानी जाती है और जरूरी नहीं कि वैज्ञानिक कारणों से इसकी व्याख्या की जाए। इसे दैवीय अभिव्यक्ति या आध्यात्मिक संकेत माना जाता है ।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा टाइम | Ram Mandir Pran Pratishtha time
प्राण प्रतिष्ठा ( Pran pratishtha ) 22 जनवरी 2024 को है। मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए हो सकता है। हालाँकि, मंदिर में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा (प्रतिष्ठा) दोपहर 12:15 बजे से 12:45 बजे के बीच निर्धारित है।
Jai Shree Ram
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए किसे आमंत्रित किया गया है?
मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और रतन टाटा जैसे उद्योगपतियों को क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली और अमिताभ बच्चन जैसे बॉलीवुड आइकन के साथ आमंत्रित किया गया है । भव्य समारोह में सांस्कृतिक आयाम जोड़ने के लिए, पूरे भारत से शास्त्रीय संगीतकारों को प्रदर्शन के लिए चुना गया है।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तारीख | Ram Mandir Pran Pratishtha Date
Pran pratishtha के लिए 22 जनवरी 2024 की तारीख तय है और इस तय तारीख से पहले 16 जनवरी से इसके निमित्त अनुष्ठान शुरू होने जा रहे हैं.
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तिथि | Ram Mandir Pran Pratishtha tithi
भगवान श्रीराम लला के विग्रह की शुभ प्राण प्रतिष्ठा , पौष मास के शुक्ल पक्ष की कूर्म द्वादशी की तिथि के दिन, 22 जनवरी 2024 की होगी. प्राण प्रतिष्ठा अभिजीत मुहूर्त में की जाएगी.
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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Ram Mandir Pran Pratishtha muhoort
ऐसे में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा ( Pran pratishtha ) के लिए 22 जनवरी 2024 पौष माह के द्वादशी तिथि को चुना गया है. इस विशेष तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, रवि योग जैसे कई शुभ योग बन रहे हैं. इस दौरान प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहने वाला है.
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान | Ram Mandir Pran Pratishtha ke mukhy yajamaan
अभिषेक कुमार झा, वाराणसी: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मुख्य यजमान की भूमिका में पीएम मोदी ही होंगे। मीडिया में ऐसी चर्चा शुरू हो गई थी कि प्राण प्रतिष्ठा में पीएम मोदी नहीं बल्कि अनिल मिश्र सपत्नीक मुख्य यजमान की भूमिका में रहेंगे।
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प्राण प्रतिष्ठा हिंदी में | Pran Pratishtha in hindi
ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा का अर्थ है ‘प्राण शक्ति की स्थापना‘ या ‘देवता को जीवंत स्थापित करना।
प्राण प्रतिष्ठा दर्पण तोड़ | Pran Pratishtha darpan tod
हिंदू धार्मिक प्रथाओं के संदर्भ में, मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा ( Pran pratishtha ) के दौरान मूर्ति के सामने रखे गए कांच या किसी अन्य वस्तु को तोड़ना एक शुभ घटना मानी जाती है और जरूरी नहीं कि वैज्ञानिक कारणों से इसकी व्याख्या की जाए। इसे दैवीय अभिव्यक्ति या आध्यात्मिक संकेत माना जाता है।