जल्दी ही बंद होंगे चार धाम (Char dham) के कपाट
इस साल की चार धाम यात्रा अब अपने अंतिम चरण पर है , चार धाम मंदिरों के कपाट जल्द ही बंद कर दिए जाएंगे । इस साल दर्शन करने के लिए चार धाम पहुचे श्रद्धालुओं की संख्या आज तक के सारे रिकार्ड ब्रेक करने वाली है । Char dham
जहा पिछले साल कुल मिला के करीबन 46 लाख श्रद्धालु चार धाम की यात्रा कर चुके थे वही इस साल जबसे मंदिरों के कपाट खुले है , तब से अब तक लगभग 55 लाख श्रद्धालु चार धाम की यात्रा कर चुके है ।
जहां अब मंदिर के कपाट बंद होने में केवल 10 दिन बचे है, और अभी भी रोजाना करीबन 20 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुच रहे है । इस हिसाब से श्रद्धालुओ की संख्या इस साल करीबन 60 लाख तक पहुच सकती है ।
4 धाम यात्रा के कपाट बंद होने का काउन्ट्डाउन अब हुरू हो चुका है ।
14 नवंबर को गंगोत्री के कपाट बंद होने के साथ ही यात्रा बंद होने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी और 18 नवंबर को बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही सम्पन्न हो जाएगी।
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गौरतलब है कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट साल में सिर्फ छह महीने के लिए ही खोले जाते हैं। सर्दियों में यहां पर काफी बर्फ पड़ने लगती है, भारी बर्फ बारी की वजह से यहा रहना मुश्किल हो जाता है । दर्शन करने के लिए भी यहा आना मुश्किल होता है । अब चार धाम में सर्दियों कि शुरुआत हो गई है, केदारनाथ में साल की पहली बर्फ भी गिर चुकी है ।
वही अब शितलकाल के लिए चारों धाम के कपाट बंद होने में लगभग एक हफ्ता ही बाकी है । और दीपावली के बाद कपाट 6 महीने के लिए बंद हो जाएंगे ।
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केदारनाथ धाम के कपाट 15 नवंबर को, भैयादूज के दिन बंद कर दिए जाएंगे । जो की इस साल 25 अप्रैल को खोले गए थे। इस साल अभी तक केदारनाथ और बदरीनाथ में दर्शन करने के लिए 36 लाख 40 हजार 675 श्रद्धालु पहुंच चुके हैं ।
बदरी विशाल धाम के कपाट 18 नवंबर को बंद किए जाएंगे, जो की इस साल 27 अप्रैल को दर्शन के लिए खोला गया था।
यमुनोत्री धाम भी केदारनाथ के साथ साथ भैयादूज के अवसर पर 15 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे । जिनके कपाट 22 अप्रैल को खोल गए थे ।
नवंबर तक गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम में 16 लाख 20 हजार 991 श्रद्धालु दर्शन करने आ चुके हैं।
गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट के अवसर पर 14 नवंबर को बंद होंगे। इस साल 22 अप्रैल को कपाट विधिवत तरीके से खोले गए थे।
जहा तक बात करे श्री हेमकुंट साहिब की, तो उनके कपाट 11 अक्टूबर को बंद किए जा चुके हैं, हेमकुंट साहिब के कपात 20 मई को खोले गए थे ।
उत्तराखंड पुलिस के आंकड़ों के अनुसार इस साल 17 लाख 7 हजार 463 से अधिक श्रद्धालु श्री हेमकुंट लोकपाल तीर्थ दर्शनों के लिए पहुंचे।
जबकि हेमकुंट ट्रस्ट द्वारा इस साल दर्शन करने पहुचे यात्रियों की संख्या 26 लाख 2 हजार 526 बताई गई है।
chaar dhaam kee yaatra kaise karen | चार धाम की यात्रा कैसे करें
चार धाम की यात्रा हिंदू धर्म में बेहद पवित्र मानी जाती है। यही वजह है कि श्रद्धालु इस यात्रा का इंतजार बड़ी ही बेसब्री से किया करते हैं। इस साल 2023 में उत्तराखंड की चार धाम यात्रा मई महीने में शुरू हो गई है। इसी के साथ इस यात्रा में श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में भक्त इन पवित्र धामों के दर्शन के लिए जा पहुंच रहे हैं। बता दें कि उत्तराखंड की इस चार धाम यात्रा में कुल 4 भव्य तीर्थ स्थान शामिल हैं, जिनमें गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए जाते हैं। ये चारों पवित्र धाम उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में स्थित हैं। यह यात्रा परंपरागत रूप से पश्चिम से पूर्व की और की जाती है। ऐसे में हमारी यात्रा यमुनोत्री से शुरू होते हुए बद्रीनाथ पर जाकर खत्म होती है।
Char dham ki yatra kitne kilometre hai | चार धाम की यात्रा कितने किलोमीटर है
चार धाम की यात्रा भारत में हिन्दू धर्म के पवित्र स्थलों की यात्रा होती है, और इसमें चार मुख्य स्थल शामिल होते हैं: यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, और बद्रीनाथ।
ये चार स्थल उत्तराखंड राज्य में स्थित हैं, और उनके बीच की दूरी भिन्न-भिन्न हो सकती है, लेकिन सामान्य रूप से चार धाम की पूरी यात्रा के लिए लगभग 2,000 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है, जो कई हफ्तों या महीनों में पूरी की जा सकती है.
चार धाम की जानकारी
हिंदू धर्म में दो प्रकार की चार धाम यात्रा की जाती है। एक बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा और दूसरा बद्रीनाथ, जगन्नाथ, रामेश्वरम और द्वारका धाम की यात्रा। यह सभी पवित्र धाम देश के विभिन हिस्सों में मौजूद हैं, जिसके कारण इसे बड़ा चार धाम यात्रा भी कहा जाता है।
Char dham yatra mein kya kya aata hai | चार धाम यात्रा में क्या-क्या आता है
एक बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा और दूसरा बद्रीनाथ, जगन्नाथ, रामेश्वरम और द्वारका धाम की यात्रा।
चार धाम यात्रा कब से शुरू होती है
उत्तराखंड की चार धाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो रही है. 22 अप्रैल को यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खुलेंगे वहीं केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे.