पंचमुखी हनुमान कवच लॉकेट आपको असाध्य बीमारियों और आलस्य से छुटकारा दिला सकता है और आपको दीर्घायु, साहस, उत्पादकता और प्रभावी संचार कौशल प्रदान करता है।
हमारे धर्म शास्त्रों के अनुसार Hanumantha चारो युगों में माता सीता के वरदान के कारण चिरंजीवी है, यही वजह है कि कलयुग में भी हनुमान जी जीवंत हैं और अपने होने के प्रमाण किसी न किसी तरह से देते ही रहते हैं। ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी को जो भी सच्चे मन से याद करता है और उनकी आराधना विधिपूर्वक पूजा करता है उसे बहुत ही शीघ्र फल प्राप्त होता है।
वैसे तो आप हनुमान जी की पूजा किसी भी दिन कर सकते है परन्तु धार्मिक मान्यताओं के अनुसार lord hanuman की पूजा मंगलवार और शनिवार को करना शुभ और अतिफलदायी माना जाता है, शास्त्रों में hanumanta जी की पूजा और आराधना के लिए बहुत से विधि-विधान बताये गए हैं पर यदि किसी के लिए हर रोज पूजा कर पाना संभव नहीं है और वे हनुमान जी की कृपा पाने चाहते हैं तो आपके लिए इसका सबसे सरल उपाय है पंचमुखी हनुमान कवच, Panchmukhi Hanuman Locket में शामिल हनुमान जी की चमत्कारी शक्तियां व्यक्ति को हर प्रकार के संकट से बचाती हैं।
Panchmukhi Hanuman [1] kavach क्यों इतना शक्तिशाली कवच है इसका जवाब हमें रामायण के एक प्रसंग में मिलता है जब हनुमान जी के पंचमुखी रूप ने पाताल लोक से अपने प्रभु श्री राम और लक्ष्मण को बचाया था। हमारी लोक मान्यताएं तो यहाँ तक कहती हैं कि पंचमुखी हनुमान कवच का पाठ स्वयं भगवान राम ने भी रावण से युद्ध के समय किया था, जिसके चलते रावण भगवान राम का बाल भी बांका नहीं कर सका।
ये कवच ऐसी परिस्थितियों में बहुत उपयोगी है जब कहीं अकेले जाते समय व्यक्ति को डर लगे, रात में सोते समय डर सताए, बुरे सपने आए, हर समय कोई न कोई परेशानी सामने खड़ी हो जाए, यहाँ तक की छोटे से लेकर कोई गंभीर रोग तक से यह पंचमुखी हनुमान कवच सुरक्षा दिलाता है। Hanuman God को हमेशा अपने पास महसूस करने के लिए पंचमुखी हनुमान कवच अवश्य धारण करें।
Panchmukhi Hanuman benefits :
1. सभी प्रकार के दुःखो के नाश।
2. सभी रोगो का अंत।
3. घर में शांति रहती है और घर से कलह, शोक समाप्त हो जाते है।
4. नकारात्मक शक्तियां दूर रहती है।
5. किसी भी प्रकार के टोने-टोटके का कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
6. काले जादू से बचाता है।
7. आपके पास आने वाली बुरी आत्माओं को समाप्त कर देता है।
8. कवच में शूकर मुख धन, वैभव और ऐश्वर्य का प्रतीक माना जाता है।
9. वानर मुख में सूर्य की भांति तेज है जो उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक है।
10. पंचमुखी हनुमान का गरुड़ मुख संकट मोचक है जो संकटों से बचाता है।
11. नृसिंह मुख समस्त प्रकार के भय और चिताओं को दूर करता है। ( Panchmukhi hanuman kavach benefits in hindi )
1. Panchmukhi Bajrangbali कवच को धारण करना बहुत ही सरल है।
2. मंगलवार या शनिवार के दिन सुबह स्नान आदि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
3. उसके बाद हनुमान जी को चोला और जनेऊ चढ़ाएं और चमेली के तेल में लाल सिंदूर मिलाकर तिलक लगाए।
4. उसके बाद हनुमान जी को सच्चे मन से ध्यान करें।
5. उसके बाद हनुमान कवच मंत्र “ॐ हं हनुमंते नम:” का जाप 108 बार करें।
6. जाप के बाद Panchmukhi Hanuman ji से अपने सभी कष्टों को दूर करने का आग्रह करें और फिर हनुमान कवच धारण करें।
हनुमान जी को पंचमुखी उनके पांच मुख के कारण कहा जाता है। पंचमुखी हनुमान ने प्रभु श्री और लक्ष्मण को पाताल लोक में रावण के चंगुल से बचाया था जिस कारण उनका नाम पंचमुखी पड़ा।
Panchamukha Hanuman से जुड़ा जो प्रसंग रामायण में वर्णित है उसके अनुसार रावण के मायावी भाई कहे जाने वाले अहिरावण ने रावण की मदद उस समय की थी जब रावण अपनी हार के करीब था। अपनी हार को देखते हुए रावण को एक उपाय सूझा और उसने मां भवानी के परमभक्त अहिरावण का सहारा लेकर प्रभु श्री राम की पूरी वानर सेना को नींद में सुला दिया। इसके बाद अहिरावण ने प्रभु श्री राम और लक्ष्मण का अपहरण कर लिया और उन्हें पाताल लोक ले गया।
हनुमान जी अपने प्रभु को आखिर कैसे संकट में देख सकते थे, वे पहुँच गए पाताल लोक जहां पर उनका सामना द्वारपाल मकरध्वज से हुआ। मकरध्वज से युद्ध कर जीत के बाद उन्हें वहां पर माँ भवानी के पांच दीपक प्रज्वलित मिले। इन्हीं पांच दीपक में अहिरावण के प्राण थे। उन पांच दीपकों को बुझाने के लिए हनुमान जी ने Panchmukhi Hanuman ji का रूप धारण किया था। इसके बाद जाकर ही वे प्रभु श्री राम और लक्ष्मण से मिल पाए थे। बताते चलें कि Hanuman ji Panchmukhi ने जैसे ही उन पांच दीपों को बुझाया अहिरावण का वध हो गया।
हनुमान जी का मुख हमेशा दक्षिण दिशा में ही रखा जाना चाहिए क्योंकि हनुमान जी ने अपना सबसे अधिक प्रभाव इसी दिशा में दिखाया है। कहते हैं कि दक्षिण दिशा में यमराज और नकारात्मक शक्तियों का वास होता है। जब भी पंचमुखी Panchmukhi hanuman murti को दक्षिण दिशा की ओर मुख करके रखा जाता है तो सभी बुरी ताकतें, आने वाले संकट उनका मुख देखकर ही दूर भाग जाते हैं।
पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर को घर में दक्षिण दिशा की ओर मुख करके लगाना चाहिए।
Panchmukhi Hanuman Kavach in hindi
1. उत्तर दिशा में वराह मुख,
2. दक्षिण दिशा में नरसिंह,
3. पश्चिम दिशा में गरुड़,
4. पूर्व दिशा में स्वयं हनुमान,
5. आकाश की दिशा में हयग्रीव।
Panchmukhi Hanuman Kavach in hindi :
1. मंगलवार या शनिवार के दिन प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
2. एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर Panchmukhi Hanuman Photo और Panchmukhi Hanuman Kavach को रखें।
3. हनुमान जी को लाल पुष्प, सिन्दूर और नैवैद्य अर्पित करें।
4. इसके बाद Panchmukhi Hanuman kawach स्तोत्र का पाठ करें।
5. यदि आप संकटो से बचाव करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए इस मंत्र का जाप करें।
”ऊं नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा”।
6. अब कवच सिद्धि के लिए हनुमान जी के मूल मंत्र “श्री हनुमंते नम:” का 108 बार जाप करें।
7. हनुमान कवच सिद्धि के बाद Hanuman Panchmukhi की पूजा नियमित रूप से किया जाना बहुत जरूरी है।
Panchmukhi Hanuman ji ka mantra : “श्री हनुमंते नम:”
पुराणों से मिली जानकारी के अनुसार Hanuman ji के चार भाई थे जिनके नाम कुछ इस प्रकार हैं : मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान, धृतिमान।