हिन्दू धर्म में लक्ष्मी के सदैव घर में वास करने के लिए कई तरह के नियमों का उल्लेख किया गया है। जिनका यदि सख्ती से पालन किया जाए तो वह लक्ष्मी माता को प्रसन्न रख सकता है। जब माता लक्ष्मी प्रसन्न रहेंगी तो घर में सुख-शान्ति और धन-वैभव तो अवश्य ही आएगा।
आज हम आपको उन्हीं नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही जातकों द्वारा की जा रही उन गलतियों के बारे में भी बताएंगे जिससे वे जाने-अनजाने में ही सही लक्ष्मी को नाखुश कर दिया करते हैं। माता लक्ष्मी बहुत ही चंचल स्वभाव की होती हैं यदि वे खुश हो जाएँ तो दरिद्र व्यक्ति भी राजा बन जाता है और किसी व्यक्ति से रूठ जाएँ तो उसे राजा से रंक बनने में देर नहीं लगती।
1. रसोई गैस पर जूठे बर्तन न रखें : पुराणों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि रसोई गैस के ऊपर और उसके आस-पास जूठे बर्तन नहीं रखने चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति दरिद्रता को अपनी ओर आकर्षित करता है व सुख-समृद्धि को दूर भगाता है।
2. एक हाथ से चन्दन न घिसे : चंदन जिसे भगवान् विष्णु की पूजा में प्रयोग में लाया जाता है उसे कभी एक हाथ से नहीं घिसना चाहिए। साथ ही घिसने के तुरंत बाद सीधे भगवान् को न लगाएं। उसे सबसे पहले घिसे और एक पात्र में रखने के बाद ही भगवान् को लगाएं।
3. रात्रि के जूठे बर्तन सुबह न धोएं : शास्त्रों में इस बात का वर्णन हमें मिलता है कि यदि रात्रि के जूठे बर्तन सुबह तक ऐसे ही रखे रहें तो इससे लक्ष्मी माता रूठ जाती हैं। यही वजह है कि रात के समय में सभी जूठे बर्तनों को घर में धोकर ही सोएं। साथ ही घर में साफ़ सफाई का अत्यधिक ध्यान रखें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी कभी रुष्ट नहीं होंगी।
4. सूर्यास्त के बाद सफाई न करें : झाड़ू में भी लक्ष्मी माता वास करती हैं और सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू-पोंछा लगाना अशुभ माना जाता है। इससे देवी लक्ष्मी नाराज़ होती है। कई बार सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाना बहुत जरूरी हो जाता है इस स्थिति में कूड़े को घर के बाहर न निकाले।
5. उत्तर दिशा में न रखें गंदगी का सामान : हिन्दू धर्म में उत्तर दिशा के अधिष्ठित देवता कुबेर और देवी लक्ष्मी को माना गया है। जिस कारण घर की उत्तर दिशा में गंदगी का सामान, कूड़ा आदि नहीं रखना चाहिए। इस दिशा में हमेशा अधिक सफाई रखी जानी चाहिए।
6. घर में महिलाओं का सम्मान करें : जिस भी घर में गृह लक्ष्मी का अपमान होता है उस घर में देवी लक्ष्मी कभी वास नहीं करती है इसलिए घर की महिलाओं का सम्मान करें। उन्हें किसी भी प्रकार से दुःख न पहुंचाएं।
7. सोने के समय हो निश्चित : सोने का सही समय निर्धारित न होना शास्त्रों में गलत बताया गया है। व्यक्ति को सूर्योदय से पहले जागना चाहिए और रात्रि को एक निश्चित समय पर सोना चाहिए।
8. देवी लक्ष्मी की पूजा अकेले न करें : जब भी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है तो उनकी पूजा को कभी अकेले न करें। साथ में नारायण की भी पूजा किया जाना बहुत जरूरी है। ऐसा न करने पर लक्ष्मी माँ रुष्ट हो जाती हैं।
जो भी जातक देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग प्रकार के टोटके अपनाते हैं उन्हें सबसे पहले इन आठ गलतियों पर अपना ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है क्योंकि ये छोटी-छोटी गलतियां घर की सुख-शांति को भंग कर देती हैं और दरिद्रता को बुलावा भेजती है।
(यदि आप देवी लक्ष्मी का अतिशीघ्र का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो आप Dhan Laxmi Kuber Yantra का प्रयोग कर सकते हैं। इस यन्त्र को विधिपूर्वक घर में स्थापित करने से और नियमों का पालन करने से जातक रुष्ट लक्ष्मी माँ को शीघ्र मना सकते हैं।)