Author: Dhruv Sahani

अक्षय तृतीया | Akshaya Tritiya  अक्षय तृतीया 2024 ( Akshaya Tritiya 2024 ) में 24 अप्रैल को है। यह हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन को ‘अक्षय तृतीया’ या आखा तीज ( Akha Teej ) भी कहते हैं। इस दिन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। लोग इस दिन पूजा और दान-धर्म करते हैं। विशेष रूप से सोने, चांदी, या अन्य धन की खरीदारी की जाती है। यह माना जाता है कि इस दिन की कोई मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त की जरूरत नहीं पड़ती। अक्षय…

Read More

हनुमान जयंती | Hanuman Jayanti हनुमान जयंती सनातन धर्म का प्रमुख उत्सव है जिसे हनुमान जी के जन्मदिवस ( hanuman janmotsav ) के रूप में मनाया जाता है।  Hanuman Jayanti 2024  में  23 अप्रैल, मंगलवार को होगी। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में, इस उत्सव को पूरे 41 दिनों तक मनाया जाता है, जो चैत्र पूर्णिमा से लेकर वैशाख मास के कृष्ण पक्ष के दसवें दिन तक चलता है। तमिलनाडु में, इसे हनुमथ जयंती कहा जाता है, जो मार्गशीर्ष अमावस्या के दौरान मनाई जाती है। इस उत्सव की तिथि, मुहूर्त और महत्व को समझने के लिए पढ़ें। हनुमान जयंती तिथि व…

Read More

Murudeshwar Temple Karnataka भारत में बहुत सारे प्राचीन मंदिर हैं। इन मंदिरों का इतिहास बहुत पुराना है, जो  किसी पुराने युग से संबंधित है या फिर हजारों साल पुराना है। आज हम एक ऐसे मंदिर के बारे में बात करेंगे जो रामायण काल से जुड़ा हुआ है, खासकर रावण के साथ। यह मंदिर कर्नाटक के कन्नड़ जिले की भटकल तहसील में है, जो कि अरब सागर से घिरा हुआ है। समुद्र के किनारे पर स्थित होने के कारण, मुरुदेश्वर मंदिर ( Murudeshwar Temple Karnataka ) के आसपास का दृश्य बहुत ही खूबसूरत है। मुरुदेश्वर की कहानी ( Murudeshwar Story )…

Read More

रामनवमी | Ram Navami Ram Navami 2024 – राम नवमी भारतीय समाज में एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व हिंदू धर्म में भगवान राम के जन्मदिन की खुशी में मनाया जाता है। यह पर्व हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। राम नवमी के दिन लोग मंदिर जाकर पूजा करते हैं, विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं और भजन-कीर्तन का आनंद लेते हैं। इस दिन भगवान राम के जीवन की कथाएं सुनाई जाती हैं और उनके गुण और महत्व का मान बताया जाता है। यह पर्व धार्मिक और सामाजिक एकता को बढ़ाने का एक अच्छा…

Read More

कार्तिक अमावस्या क्या है? ( Kartik Amavasya Kya Hain ) कार्तिक महीने की अमावस्या को कार्तिक अमावस्या ( Kartik Amavasya 2024 ) कहा जाता है जब चंद्रमा नहीं होता है। इसका अनुसरण करते हुए, जो कार्तिक महीना होता है, वह अक्टूबर/नवंबर महीने में आता है। कार्तिक अमावस्या को पूरी दुनिया में दिवाली के रूप में भी मनाया जाता है। कार्तिक अमावस्या कब है 2024 ( Kartik Amavasya 2024 mein kab hain ) कार्तिक अमावस्या 2024 ( Kartik Amavasya 2024 ) में कब हैं ? 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को दो दिन कार्तिक अमावस्या रहेगी। 31 अक्टूबर की रात कार्तिक…

Read More

होलिका दहन | Holika Dahan हर साल, फाल्गुन मास की पूर्णिमा की रात को होलिका दहन ( Holika Dahan 2024 ) किया जाता है, जो होली से एक दिन पहले होता है। होली हिंदुओं का प्रसिद्ध त्योहार है जिसमें लोग एक-दूसरे पर रंग लगाते हैं। होलिका दहन का महत्व ( Holika Dahan Significance )  धार्मिक परिपाटी में भी बहुत अधिक होता है, क्योंकि इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। कहानी के अनुसार, एक समय की बात है जब हिरण्यकश्यप नामक राजा था जिसका एक पुत्र था प्रह्लाद। हिरण्यकश्यप भगवान विष्णु को नापसंद करता था जबकि…

Read More

माघ पूर्णिमा | Magh Purnima  Magh Purnima 2024 में 24 फरवरी 2024 को मनाया जाएगा, धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान का विशेष महत्व है। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के लिए भी यह दिन विशेष माना जाता है। इस मौके पर गंगा स्नान और दान करने से देवतागण प्रसन्न होते हैं, जो आकर्षक धार्मिक आधार प्रदान करता है। माघ पूर्णिमा का महत्व ( Magh Purnima Ka Mahatv ) माघ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा और व्रत करने का विधान है। इसके अलावा इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान…

Read More

वैशाख अमावस्या  | Vaishakh Amavasya Vaishakh Amavasya 2024 – वैशाख अमावस्या एक महत्वपूर्ण दिन है, जो वैशाख महीने में आता है। इसे अप्रैल या मई के महीने में मनाया जाता है। कुछ राज्यों में इसे शनि जयंती भी कहा जाता है। इस दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना और दीपक जलाने का भी महत्व है। इसके अलावा, दान का भी प्रावधान है। वैशाख अमावस्या व्रत ( Vaishakh Amavasya Vrat ) वैशाख अमावस्या पर पवित्र नदियां, जलाशय, कुंड आदि पवित्र स्थलों पर स्नान करना चाहिए और सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद बहते जल में तिल प्रवाहित करें। वैशाख अमावस्या…

Read More

नंदा देवी मंदिर | Nanda Devi Temple नंदा देवी मंदिर ( Nanda Devi Temple ) , जो अल्मोड़ा में स्थित है, यह एक प्राचीन तीर्थ स्थल है जिसमें देवी नंदा की पूजा की जाती है। यहां के चंद राजवंश की रक्षिका मानी जाती है और यहां हर 12 वर्षों में एक बड़ी यात्रा आयोजित होती है, जिसमें भेड़ की दिव्यता को विभिन्न आभूषणों से सजाया जाता है। मंदिर के प्रांगण में स्थित शानदार स्मारक और चित्रशाला मंदिर को आकर्षक बनाते हैं। नंदा देवी की कहानी क्या है? ( Nanda Devi ki kahani kya hain ) श्री नंदा देवी राज (…

Read More

पापमोचनी एकादशी व्रत कथा ( Papmochani Ekadashi Vrat Katha ) Papmochani Ekadashi Vrat Katha – पापमोचनी एकादशी व्रत ( Papmochani Ekadashi Vrat ) की कथा में, एक प्राचीन काल की बात है जब चैत्ररथ नामक वन में ऋषि मेधावी तपस्या कर रहे थे। उनके तप को देखकर इंद्र देव को भय होने लगा कि कहीं ऋषि उनसे अपना राज्य न मांग लें। इसलिए, इंद्र देव ने अप्सरा मंजूघोषा को भेजकर ऋषि का तप भंग करवाया। मंजूघोषा के नृत्य से ऋषि मेधावी प्रभावित हो गए और उनके साथ भोग-विलास में रहने लगे। इस प्रकार, वे अपने तप का ध्यान भूल गए।…

Read More