युगों से युगों महादेव की पूजा तीनों लोकों में की जा रही है। महादेव की महिमा अपरमपार है। जब ही तो धरती लोक पर महादेव का वास है। महादेव अपने कई रूपों में धरती पर विराजमान है। जी हां, महादेव की महिमा जानने के लिए आपको आज हम लेकर चलते हैं अमरनाथ मंदिर की एक गुफा में जहां का रहस्य आजतक किसी ने भी आपको नहीं बताया होगा। यह गुफा इतनी अद्भभूत और चमत्कारी है जिसको देखते ही आपके मन में भगवान के प्रति भावना जागृत होगी। ऐसा क्यों है आखिर इसके पीछे क्या रहस्य है इसकी पूरी जानकारी आपको हमारे इस वीडियो में मिलेगी। आपमें से कई भक्त ऐसे होंगे जो महादेव के दर्शन करने के लिए अमरनाथ यात्रा पर हर साल जाते है, लेकिन आपमें से किसी को इस गुफा का रहस्य नहीं पता होगा कि, यहां पर कौन रहता है। जी हां, अमरनाथ बाबा की पूजा अर्चना करने के बाद आगे चलकर एक बड़ी सी गुफा है जहां पर आज भी महादेव स्वयं रूप में विराजमान है। बताते हैं कि, उस गुफा की रखवाली करने वाला एक कबूतर है जोकि बाबा अमरनाथ की तरह सफेद रंग का है। वह वहां पर महादेव की रक्षा करता है। बताया जाता है कि, उस गुफा में सिर्फ पवित्र आत्मा ही जा सकता है। अमरनाथ बाबा की पूजा अर्चना हर कोई कर सकता है, लेकिन उस गुफा तक हर कोई नहीं जा सकता। वहां के कई पुजारियों को इस गुफा और उस कबूतर के रहस्य के बारे में पता है। उनके पूर्वज उनको इस बारे में बताकर गये हैं। दरअसल, वह कबूतर पवित्र भगवान की आत्मा है जोकि, रात के समय ही अमरनाथ मंदिर में कैद होता है व सुबह के समय उड़कर गुफा की रक्षा करता है। पुजारियों के मुताबिक, अमरनाथ बाबा की पहली बार बर्फ पिघलने पर यह कबूतर पैदा हुआ था। यह भी एक दम चटकीला सफेद है। यह कबूतर और कबूतरों से बेहद अलग है। आजतक किसी ने भी नहीं देखा कि, यह कबूतर क्या खाता है और कैसे कब मंदिर के अंदर आता है और सुबह चला जाता है। यहां तक की सीसीटीवी में भी इसकी कोई वीडियो कैद नहीं हुई है।जिससे पता लगाया जाए कि, यह कैसे शिवलिंग के पास बैठ जाता है। इसको एक बार किसी महा संत ने अमरनाथ जी के शिवलिंग के पीछे देखा। उसको देखकर ऐसा लग रहा था कि, वह सभी से छिपने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद उस संत ने उसको पकड़ने की कोशिश की तो वह गायब हो गया। इसके बाद संत को लगा शायद यह अमरनाथ जी की कृपा है और उसने मंदिर के एक पुजारी को सारी सच्चाई बताई। इसके बाद पुजारी जैसे ही मंदिर में यह देखने गया तो वह कबूतर उस नज़र नहीं आ रहा था जबकि उस संत को वह कबूतर स्पष्ट दिख रहा था। काफी समय तक जब पुजारी को कुछ नज़र नहीं आया तो वह मंदिर से बाहर निकलने लगा। पीछे-पीछे वह महा संत आ रहा था। जैसे ही पुजारी अपनी मंदिर के मेन गेट को बंद करने गया तो उसने देखा कि, महा संत उसके पीछे नहीं है। उस दिन के बाद से ही वह महासंत वहां से गायब हो गया और कभी भी किसी को नहीं दिखा। डर की वजह से यह बात पुजारी ने किसी को नहीं बताई, लेकिन मृत्यु समीप आने से पहले यह बात उसने किसी दूसरे पुजारी को बताई। बताने के चंद समय में ही वह पुजारी मर गया। ऐसा पीढ़ी दर पीढ़ी चलती आ रही है। जिसको बताने के बाद लोग ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रहते। इसके पीछे क्या रहस्य है यह तो कोई नहीं जानता, लेकिन वह कबूतर आज भी अमरनाथ बाबा की मूर्ति के पीछे जाकर बैठता है। बताया जाता है कि, उस गुफा में महादेव स्वयं रूप में बैठकर तपस्या में लीन रहते हैं। जिसका दीदार कोई भी नहीं कर सकता। बस वह कबूतर ही मंदिर और गुफा में आ जा सकता है, इसलिए इस बारे में कोई किसी को नहीं बताता, लेकिन महादेव की कृपा अपने भक्तों के साथ सदैव रहती हैं।
अमरनाथ बाबा ने पैदा किया ये चमत्कारी कबूतर, इस रहस्य जानने के बाद हो जाती है मृत्यु
By Prabhu BhaktiUpdated:
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