Mahashakti indra kavach एक बहुत ही शक्तिशाली कवच होता है। इसे रिग वेद के प्राचीन मंत्रो से सिद्ध करके प्रयोग में लाया जाता है। इस प्रभावशाली कवच को धारण करने से कोई भी रुका हुआ कार्य पूर्ण होता है और जीवन में तरक्की के सारे द्वार खुल जाते है।
Mahashakti Indra Kavach क्यों धारण करना चाहिए ?
प्राचीन वैदिक काल में लोग इंद्र को अपना इष्ट मानते थे। उनके अनुसार इस संसार की सारी समृद्धि भगवान इन्द्र के द्वारा ही प्रदान की जाती है इसीलिए पुराणों में mahashakti indra kavach का वर्णन पाया जाता है। महर्षियों और विद्वानों के अनुसार महाशक्ति इंद्रा कवच के अंदर जीवन की उन्नति के मार्ग समाहित है। Mahashakti kavach को धारण करते ही आपके अंदर की सारी नकारात्मक ऊर्जा बाहर आ जाती है और आपका मन-मस्तिष्क सकारात्मकता से भर उठता है। Indra kavach को किसी भी उम्र का व्यक्ति धारण कर सकता है चाहे वो स्त्री हो या पुरुष, इसकी महिमा से सभी वर्ग के लोगो का उद्धार निश्चित होता है। यदि पति- पत्नी के बीच आये दिन अनबन होती है, और आपसी प्रेम की कमी है तो इस kavach को धारण करना बहुत लाभदायक होता है।
इतना ही नहीं, इंद्रा कवच को पहनने से आपके व्यापार में तरक्की होती है और धन अर्जित करने के नये रास्ते पनपते है। इन्ही चमत्कारी खूबियों के कारण बड़े-बड़े उद्योगपति इसे धारण करते है। यह सिर्फ भारत ही नहीं परन्तु विदेशों में भी बहुत लोकप्रिय है। इंद्रा कवच के गुणों का लाभ उठाने के लिए इसे जरूर धारण करें।
महाशक्ति इंद्रा कवच के लाभ
- यह कवच जीवन में आयी सभी बधाओं को दूर कर के प्रगति के नये मार्ग उत्पन्न करता है।
- इस कवच के माध्यम से आप अपने जीवन की परेशानियों और कष्टों को दूर कर सकते है।
- लोगो की ईर्ष्या और बुरी नजर से यह कवच आपकी और आपके परिवार की रक्षा करता है।
- कुंडली के दोषों को समाप्त करने के लिए यह कवच बहुत ही प्रभावी अस्त्र है।
- यह आपको आपके करियर में बहुत आगे लेकर जाता है।
- यदि आपके बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता हो तो उसे यह कवच अवश्य पहनाये।
- इस कवच की सहायता से आप किसी भी प्रकार की वित्तीय परेशानी से छुटकारा प्राप्त कर सकते है।
महाशक्ति इंद्रा कवच पूजा विधि
- Indra kavach को धारण करते ही यह आपके आस पास के वातावरण की ऊर्जा को शुद्ध कर सकारात्मकता का प्रवाह करता है। इसीलिए इसका पूजा-पाठ के साथ पूजन होना आवश्यक है।
- Indra kavach की पूजा के लिए आप किसी भी बृहस्पतिवार का चयन कर सकते है। इस दिन आप सूर्योदय के समय स्नान कर के शुद्ध हो जाये और सूर्य को जल चढ़ाएं।
- इसको एक लकड़ी के पट्टे पर पीला कपड़ा बिछाए और उस पर यें kavach रख दें। इस के बाद इस कवच के ऊपर गंगाजल छिड़के और रोरी, चावल, पुष्प आदि से इसकी पूजा करे।
- अब हाथ जोड़कर indra kavach mantra का पाठ करें और इसे धारण कर ले। इस प्रकार आपकी सारी मनोकामनायें पूर्ण होंगी।