हेलो दोस्तों हमारे यूट्यूब चैनल में आपका स्वागत है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे देशभक्त की सच्ची कहानी जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगें, जी हां, इस देशभक्त की मदद किस करने के लिए हनुमान जी ने किस तरह की साजिश रची उसके बारे में हम आपको इस वीडियो में बताएंगें।
दरअसल, ये कहानी कर्मवीर प्रताप की है जोकि, फौज में देशरक्षक बनकर देश की भक्ति कर रहे हैं। कर्मवीर ने खुद यह कहानी हमारे साथ साझा कि, उन्होंने बताया कि, किस तरह हनुमान जी ने उनकी सहायता की और उनकी वजह से एक अनजान व्यक्ति की जिंदगी बदल दी। कर्मवीर ने बताया कि, एक बार वह दिपावली की छुट्टियां मनाने के लिए अपने घर लेह से उत्तर प्रदेश जा रहा थे। कर्मवीर गाजियाबाद के रेलवे स्टेशन पर उतरे और स्टेशन के बाहर निकल रहे था, इतने में ही वहां पर सफाई करने वाले एक लड़के ने कर्मवीर का पर्स चोरी कर लिया।
जिसके बाद वह चुपके से वहां से निकलकर अपनी बाईक लेकर भाग गया। यह बात कर्मवीर को पता नहीं थी कि, उनका पर्स चोरी हो गया। उसमें कुछ पैसे और आर्मी का आईडी कार्ड था। जोकि कर्मवीर के लिए बेहद जरूरी था। जैसे ही स्टेशन से बाहर निकले तो कर्मवीर का बेटा उसे लेने आ गया। कर्मवीर बाईक से अपने बेटे के साथ घर की तरफ जा रहा था इतने में ही उसने देखा कि, सड़क के बीचों-बीच दो लोगों में काफी बुरी तरह से हाथापाई हो रही है और लोग वहां पर तमाशा देख रहे हैं ये देखकर कर्मवीर ने बेटे से बाईक रुकवाई और वहां जाकर देखा कि मामला क्या है। कर्मवीर ने देखा कि, एक बाईक सवार लड़के को तीन लड़कों ने मिलकर नीचे ज़मीन पर गिरा रखा है और वह उसको पीट रहे हैं।
फिर कर्मवीर ने सोचा कि, यदि में अपना आईडी कार्ड दिखाऊंगा तो शायद यह मामला ठंडा हो जाए। जैसे ही कर्मवीर ने अपनी जेब में हाथ मारा तो उसकी जेब में पर्स नहीं था। यह देखकर वह काफी परेशान हुआ, लेकिन फिर भी उस बाईक वाले की मदद करने लगा और उन लोगों को मारने से रोकने लगा, लेकिन कर्मवीर यह नहीं जानता था कि, यह वहीं चोर है जिसने उसका पर्स चुराया है। इस चोर की मदद कर्मवीर ने अनजाने में की। वह स्टेशन से भागकर बाईक से अपने घर जा रहा था। जल्दबाजी में रेड लाइट क्रॉस करने लगा जिस दौरान उसकी बाईक कार के नीचे आ गई और कार वालों ने उस बाईक वाले की पिटाना शुरु कर दिया। रेड लाईट होने पर भी वह चोर तेज़ी में सड़क को क्रॉस कर रहा था। जिसकी वजह से बहुत बड़ा हादसा होते-होते टल गया। ऐसे में फौजी कर्मवीर ने बीच में आकर उस अनजान चोर की मदद की और कार वालों को वहां से जाने को कह दिया।
जब सभी लोग वहां से चले गये तो फौजी को उस चोर ने कहा, साहब मैं आपका पर्स लेकर भागा था। मैं वहां पर काम करने के साथ-साथ चोरी भी करता हूं। आज आपका पर्स चुराकर मैं भागने की फिराक में था। थोड़ी सी दूर आने पर मेरी बाईक भारी होने लगी जैसे ही मैंने पीछे मुड़कर देखा तो हनुमान जी का छलावा दिखा फिर दोबारा शीशे में देखा तो वहां कोई नहीं था, लेकिन बाईक पूरे समय भारी रही जैसे की कोई भारी-भरकम चीज़ मेरी बाईक पर बैठी हो। इसी कारण बाईक अनियंत्रित हो गई और ये एक्सीडेंट हो गया। तब फौजी ने बताया कि, इस पर्स में हनुमान जी तस्वीर है मैं उनका बहुत बड़ा भक्त हूं। शायद इसलिए मेरी मदद करने के लिए उन्होंने तुम्हें चुना और तुम्हें सबक सिखाने के लिए मुझे चुना। सच में राम भक्त हनुमान की लीला अपरम पार है। फिर उस चोर ने फौजी की बात को समझा और बोला साहब आज के बाद में ईमानदारी से नौकरी करूंगा और अपना जीवन अच्छे से व्यतीत करूंगा। यह सुनकर फौजी काफी खुश हुआ और हनुमान जी का धन्यवाद करने लगा। यदि आपको ऐसी सच्ची चमत्कारी घटनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करनी हो तो आप हमारे कमेंट बॉक्स में जय हनुमान जी जरूर लिखें।