देश में मानसून आ चुका है और देश के कई हिस्सों में जमकर बारिश हो रही है। इसी वजह से बिजली गुरने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। पिछले कुछ दिनों में बिजली गिरने से देश में 40 लोगों की मौत हो चुकी है परन्तु :
जाको राखे साईयाँ ,मार सके न कोई। अर्थात जिसके साथ स्वयं भगवान् है उसे किसी प्रकार की कोई शक्ति तनिक भी हानि नहीं पंहुचा सकती।
यह कहावत तो हम सबने महाभारत मैं सुनी है , इसी कहावत का जीवित उदाहरण हमें देखने को हाल ही में मिला द्वारिका मे जहाँ द्वारिकाधीश ही अपने भक्तो के रक्षक बने। बीते सप्ताह के १४ जुलाई को चार धामों में से एक द्वारिकापुरी में कुदरत का कहर देखने को मिला, जहाँ १४ जुलाई को दोपहर के समय द्वारिकाधीश के मंदिर का प्रांगण भक्तो से भरा हुआ था , भक्त श्रद्धा भाव से झूम रहे थे , तभी चारो ओर तेज हवाएं चलने लगी आकाश में बादल छाने लगे बिजली की गर्जना गूँज रही थी ओर फिर बारिश होने लगी। इसी बीच आकाश से एक बिजली गिरी। जिसने भी यह दृश्य देखा सबने बताया की अगर वह बिजली कही भी या किसी पर भी गिरती तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था परन्तु फिर वो हुआ जिसे देख सभी के होश उड़ गए। आकाश से बिजली गिरी द्वारिकाधीश के मंदिर पर वहाँ मौजूद सभी लोग बेहद ही डर गए और द्वारिकाधीश के के मंदिर के ऊपर लगी ध्वजा ने आसमान से गिरी बिजली को अपने भीतर ही समां लिया। जिसके बाद भी ना मंदिर को कोई हानि हुई न किसी भक्त को। जिसे देख सभी के सभी हैरान रह गए। द्वारिका मंदिर पर बिजली गिरी, लेकिन किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह द्वारिकाधीश की कृपा है।