बिहार के एक मनोज यादव नाम का व्यक्ति था, जो प्रतिदिन सुबह उठकर हनुमानजी की उपासना करता था और अपने दिन की शुरुआत करता था। वह ऐसा छोटी से उम्र से नियमित रूप से करता आ रहा था। हनुमान जी उसकी हर मनोकामना को पूर्ण भी करते थे। शादी के बाद मनोज ने दूसरे गांव में ज़मीन लेने की सोची। ताकि, उसके पास वह प्रॉपटी भविष्य में काम आएगी। एक ज़मीन मनोज को पसंद आई तो उसने वह ज़मीन खरीद ली। एक बार वह उस ज़मीन को अपने परिवार वालों को दिखाने के लिए गांव ले गया। जब वह उस ज़मीन को देख रहे तो एक स्थानीय निवासी वहां आकर पूछता है कि, क्या यह ज़मीन आप लोगों ने खरीदी है। तो मनोज ने कहा हां मैं यहां पर घर बनाने की सोच रहा हूं। यह सुनकर वह स्थानीय हैरान रह गया और बोला आपने यह ज़मीन लेकर गलती कर दी है, क्योंकि इस ज़मीन पर कोई कुछ नहीं बना पाता। इस ज़मीन के नीचे भगवान का वास है। यह सुनकर मनोज और उसका परिवार हैरान रह गया कि अब हम लोग इस ज़मीन पर अपना घर कैसे बनाएंगें। यह बात सुनकर मनोज काफी परेशान रहने लगा, लेकिन उसकी मां ने मनोज को समझाया एक बार काम शुरु तो करवाओ देखते है कि, क्या होता। मनोज ने मां की बातों को गहराई से सोचा और उस ज़मीन को बनाने की ठान ली। अब मनोज ने हनुमानजी का नाम लेकर वहां पर खुदाई करवानी शुरु कर दी। नींव खोदते समय काफी गहराई पर वहां से एक हनुमानजी की मूर्ति निकली। यह देखकर वह मजदूर हैरान हो गये और इसकी जानकारी उन्होंने मनोज को दी। जब मनोज वहां पहुंचा तब तक स्थानीय निवासी वहां पर झुंड में घेरा लगाकर इस बारे में बातें कर रहे थे। मनोज ने वह मूर्ति अपने हाथों में ली। इतने में पास के पुजारी जी वहां से गुजर रहे थे उन्होंने कहा बेटा इतनी भीड़ यहां क्यों हो रही है तो मनोज ने कहा कि, यह मूर्ति इस ज़मीन से निकली है और काफी साल पुरानी लग रही है। तब पुजारी ने ज़मीन की एक सच्चाई बताई उन्होंने कहा कि, यह ज़मीन मेरे पूर्वजों के समय की है यहां पर एक बाबा बैठते थे जो सबकी मन्नत पूरी करते थे वह हनुमानजी के भक्त थे। उनके पास दूर-दूर से लोग आते थे। एक बार एक व्यक्ति अपने घरेलू समस्याओं को लेकर आया था। बाबा ने उसका निवारण कर दिया था, लेकिन उन्होंने उससे कहा था कि, तेरे सारे काम बनेंगें तू यहां पर हनुमानजी का मंदिर कभी भी बनवा दियो। यह ज़मीन लोगों की जिंदगी का उदार करने के लिए है। यह भगवान का स्थान है इस पर तू ही मंदिर बनवाएगा। पहले तो उस व्यक्ति ने सारी बातें बाबा कि मान ली, लेकिन उसके बाद उसने ज़मीन तो खरीदी, लेकिन कभी भी इस पर मंदिर बनाने की नहीं सोची और वह बाबा कहां है कब गया यह भी किसी को नहीं पता। अब तक यह ज़मीन विरान पड़ी है, इसलिए तुमने खुदाई तो करवा ली, लेकिन इस पर कभी रह नहीं पाओगे। यह ज़मीन तुम्हें कभी नहीं फलेगी। यह सुनकर मनोज डर गया और बोला बाबा आप ही मुझे इसका निवारण बताएं तब बाबा ने कहा कि, ऐसा कर यदि तू चाहता है इस ज़मीन पर मकान या दुकान या कुछ भी बनाना चाहते हो तो इसको साथ आप हनुमान जी का मंदिर बनाओ और यह मूर्ति स्थापित करो। इस मंदिर में आप हनुमान जी के मंत्रों का भी जप करवाना। ताकि हनुमान जी की असीम कृपा आप पर बनी रहे। जैसा-जैसा उस पुजारी ने बताया वैसा-वैसा मनोज ने किया। मनोज ने घर के साथ-साथ मंदिर बना रखा है और उस पर कृपा इस तरह बरस रही है कि उसको हर क्षेत्र कामयाबी हासिल हो रही है। मनोज और उसके परिवार के लिए यह एक बहुत बड़ा चमत्कार है और हनुमान जी ने उस ज़मीन के लिए भी मनोज की मदद की और आज उसे सुखमय जीवन दिया। यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। इससे यह पता चलता है कि, हनुमान जी उसके साथ हमेश रहते है व उसका हर काम संपन्न कराते हैं।
खुदाई के दौरान प्रकट हुए हनुमान जी, काफी सालों पुरानी मूर्ति ने खोले राज़
By Prabhu BhaktiUpdated: