हनुमान चालीसा पाठ में एक पंक्ति है ‘जो सत बार पाठ कर कोई, छूटहि बंदि महासुख होई’

आप इसका पाठ 7, 11, 100 और 108 बार कर सकते हैं|

शास्त्रों में यह भी विधान है कि प्रतिदिन सौ बार पाठ करने से कई प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं|

अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो कम से कम 7 बार पाठ जरूर करें|

इससे आपमें आध्यात्मिक बल, आत्मिक बल व मनोबल की बढ़ोतरी होगी. जीवन और शरीर के कष्ट दूर हो जाएंगे|

साथ ही आप भय, तनाव और असुरक्षा से भी खुदको मुक्त पाएंगे.

वह बंधन भले ही किसी रोग का हो या किसी शोक का हो।

हनुमान चालीसा का पाठ सुबह या शाम के वक्त किया जा सकता है।

जिस स्थान पर हनुमान चालीसा का पाठ करें, वो जगह ही साफ-स्वच्छ होनी चाहिए। नहीं तो पूजा का पूरा फल नही मिल पाता।