Original Tulsi mala की शास्त्रों मे एक अलग ही पहचान है। यह पौधा सकारात्मक ऊर्जा का बहुत बड़ा स्त्रोत है। इसका सीधा सम्बन्ध भगवान विष्णु से है। आप Tulsi mala online हमारे website से खरीद सकते है, माना जाता है कि जो व्यक्ति इस तुलसी की माला को धारण करता है उसके जीवन में भगवान विष्णु का आशीर्वाद सदैव बना रहता है और शरीर दीर्घायु हो जाता है।
Tulsi mala अपने आप मे एक चमत्कार है। यह एक ऐसा उपाए है जिसको गले मे धारण करने मात्र से आपके जीवन में प्रगति के सारे मार्ग खुल जाते है। Tulsi के अंदर विद्युत शक्ति होती है जिसकी वजह से शरीर मे एक नयी ऊर्जा का संचार होता है,जीवन शक्ति में वृद्धि होती है और सभी गंभीर बीमारियों में लाभ मिलता है।
Tulasi mala केवल स्वास्थ्य में ही नहीं बल्कि ज्योतिष विज्ञान में भी बहुत लाभकारी मानी गयी है। कहते है की जो भी भक्त इस माला को अपने गले मे डालता है उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ती है। आध्यात्मिक शांति आती है एवं ईश्वर के प्रति श्रद्धा और भक्ति का सरोकार होता है। इसके उपयोग मात्र से व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है और घर में समृद्धि का आगमन होता है।
1. Tulasi mala को धारण करने से व्यक्ति के मन और अंतरात्मा में शुद्धता आती हैै।
2. इसके प्रभाव में आने से मनुष्य आध्यात्म की तरफ चला जाता है और मन में शांति की अनुभूति होती है।
3. धन-धान्य, मान-प्रतिष्ठा और सौभाग्य की प्राप्ति जीवन भर बनी रहती हैै।
4. सकारात्मकता और मानसिक शांति का विकास होता हैै।
5. इसके मोतियों के द्वारा शरीर के कुछ महत्वपूर्ण एक्यूप्रेशर पॉइंट्स पर जोर पड़ता है, जिससे हमारे शरीर का रक्त संचार दुरुस्त होता है, और हमारे मानसिक तनाव को दूर रखने मे सहायता करता है।
6. Tulasi mala एक जड़ी-बूटी का काम भी करती है जिसके द्वारा शरीर तमाम बीमारियों से दूर रहता है।
Tulasi mala को धारण करने की एक अलग विधि है जिसको अपनाना बहुत ही सरल और साधारण है। Tulsi ki mala को गले मे डालने से पहले उसे दूध और गंगाजल के मिश्रण से पवित्र कर ले और किसी भी पास के भगवान कृष्ण के मंदिर मे जाके मन ही मन श्री कृष्ण की आराधना करें और माला को गले में डाल ले। इस प्रकार पूरी तरह से विधि विधान से इस माला को धारण करने से उसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है।
1. Tulasi mala को धारण करने के उपरांत प्याज और लहसुन का उपयोग बिलकुल भी नहीं करना चाहिए।
2. किसी भी रूप में मांसाहार को उपयोग न करें।
3. इस माला के साथ कभी भी Rudraksha ki mala ना पहने।
4. जातक की मृत्यु के बाद माला को देह से दूर नहीं करे।
तुलसी की माला बच्चे, महिला-पुरुष और वृद्ध सभी जान धारण कर सकते हैं इसे धारण करने के लिए बस कुछ नियमों का पालन किये जाने की आवश्यकता है।
तुलसी की माला को धारण करने से व्यक्ति का तन और मन दोनों का शुद्धिकरण हो जाता है और आस-पास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ने लगता है। तुलसी अपने संग औषधीय गुण लिए हुए हैं यह रोगों से भी हमारा सरंक्षण करती है।
1. तुलसी की माला धारण करने के लिए सबसे जरूरी नियम तन और मन से सात्विक होना है।
2. तामसिक भोजन बिल्कुल भी ग्रहण न करें।
3. तुलसी माला धारण करने के बाद इसे शरीर से अलग न करें।
4. हर रोज़ भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जानी चाहिए।