Importance of Panchmukhi Rudraksha :
पंचमुखी रुद्राक्ष ( Panch mukhi Rudraksha ) का प्रतिनिधित्व भगवान शिव के रूद्र कालाग्नि रूप करते हैं। इस रुद्राक्ष का अधिपति ग्रह बृहस्पति है। ऐसा माना जाता है कि पंचमुखी रुद्राक्ष में पंचतत्वों अग्नि, जल, वायु, आकाश और पृथ्वी का वास होता है जिस कारण इस रुद्राक्ष को भगवान शिव के आत्म स्वरुप की संज्ञा भी दी जाती है। Panchmukhi Rudraksha ka mahatva हिन्दू धर्म में बहुत अधिक है।
पंचमुखी रुद्राक्ष सभी रुद्राक्षों में सबसे लोकप्रिय है इसके पीछे का कारण है इसका सरलता से पाया जाना। पंचमुखी रुद्राक्ष के बारे में यह बात बड़ी ही प्रचलित है कि इसे धारण करने के लिए कोई नियम नहीं है यानी इसे कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है फिर चाहे वे बच्चे, पुरुष-महिलाएं या वृद्ध हों।
यह देखने और सुनने को बहुत बार मिलता है कि रुद्राक्ष आपके जीवन की हर पीड़ा को हरण करने की शक्ति रखता है। प्राचीन काल से ही हम प्रसिद्ध विद्वानों और ज्योतिषों को पंचमुखी rudraksh mala with silver cap पहने हुए देखते आये हैं।
पंचमुखी rudraksha mala को वेदों और पुराणों में अत्यंत ही पवित्र माना गया है। इस माला से जाप करने से इसमें समाहित भगवान शिव के आँसुओ की तीव्र शक्तियां आपके मंत्रो में जान भर देती है, इस से उन्हें सिद्ध करने और उनका लाभ प्राप्त करने में आसानी होती है।
यह तो सभी को मालूम है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आँसुओ से हुई है। हमारे हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का एक बहुत ही उच्च स्थान है। ऐसा माना गया है कि Rudraksh Mala में किसी भी मंत्र को सिद्ध करने की अद्भुत शक्ति के साथ ही कुंडली के दोषों को भी कम करने की अलौकिक क्षमता है। रुद्राक्ष के कई आकार हैं यानि इनके कई तरह के मुख हैं जो अपनी विशेष खूबियों के लिए जाने जाते हैं। बता दें कि रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर 27 मुखी तक में मिलते है इनमें से 5 Mukhi Rudraksha आसानी से मिलने वाला रुद्राक्ष है क्योंकि यह वृक्ष पर अत्यधिक पाए जाते हैं।
क्या आप इस बात को जानते हैं कि अगर कोई व्यक्ति किसी भी रुद्राक्ष को चांदी के साथ धारण करता है तो उसके अंदर की शक्तियां में सौ गुना तक वृद्धि हो जाती है। चांदी एक बहुत ही पूजनीय और शांत धातु मानी जाती है। यदि इसे रुद्राक्ष के साथ पहना जाये तो जीवन में अद्भुत चमत्कार देखने को मिलते है।
Silver Cap Panchmukhi Rudraksha धारण करने से कुंवारी लड़की को अच्छा परिवार मिलता है, जरुरतमंदो को नौकरी मिलती है, घर- परिवार में सुख का आगमन होता है, और व्यापार में काफ़ी मुनाफा होता है। सबसे अच्छी बात तो यह कि रुद्राक्ष की सिल्वर माला को हर वर्ग एवं हर उम्र के जातक धारण कर सकते है। Pure Silver Rudraksha Mala Price कम होता है और इसे हर कोई खरीद सकता है। Silver Cap Rudraksha Mala 5 mukhi की महिमा को महसूस करने के लिए इसे जरूर मंगवाए।
Silver Capping Panchmukhi Rudraksha benefits in hindi :
1. पंचमुखी रुद्राक्ष जीवन में आने वाले सभी तरह के संकटों और रोगों से व्यक्ति की रक्षा करता है।
2. इसका सबसे बड़ा फायदा है कि यह व्यक्ति के सभी चिंताओं को कम कर मानसिक स्थिरता प्रदान करता है।
3. यह रुद्राक्ष खासकर मधुमेह, स्तनशिथिलता, हृदय रोग, कुष्ठ, पथरी, उच्च रक्तचाप, एसिडिटी जैसे रोगों से बचाव करता है।
4. Panchmukhi rudraksha ke fayde में एक फायदा यह है कि इसे धारण करने वाला व्यक्ति अपने तन-मन को शुद्ध कर खुद-ब-खुद अध्यात्म के मार्ग पर चलने लगता है।
5. पंचमुखी रुद्राक्ष के अधिपति ग्रह बृहस्पति हैं और यदि जातक की कुंडली में बृहस्पति अशुभ स्थिति में है तो उसे यह रुद्राक्ष अवश्य ही धारण करना चाहिए।
6. आधुनिक युग की सबसे बड़ी समस्या अनिद्रा से निजात दिलाने में पंचमुखी रुद्राक्ष बहुत उपयोगी है।
7. हिन्दू धार्मिक शास्त्रों में इस बात का वर्णन हमें मिलता है कि पांच मुखों वाला रुद्राक्ष नरहत्या के दोषों को दूर करने की अद्भुत क्षमता रखता है।
8. जब जातक अपने गले में रुद्राक्ष की इस चांदी की माला को पहनता है, तो यह माला उसके परिवेश में एक ढाल के रूप में कार्य करती है और चारो दिशाओ में सुरक्षा का एक घेरा बना लेती है जिससे अनदेखी समस्याएँ बाल भी बांका नहीं कर पाती है।
आइये जानते हैं Panchmukhi Rudraksha dharan karne ki vidhi :
1. Panchmukhi Rudraksha mala पहनने का सबसे शुभ दिन सोमवार और बृहस्पतिवार माना गया है, जिसे भोलेनाथ दिवस भी कहा जाता है।
2. इस दिन प्रातः स्नान करके पीले वस्त्र धारण करें।
3. फिर पास के शिव मंदिर में जाये और शिवलिंग के सामने से चांदी की पंचमुखी रुद्राक्ष माला को पीतल के फूलदान में रख दें।
4. अब शिवलिंग के सामने बैठ जाएं और 108 बार पंचमुखी रुद्राक्ष धारण मंत्र ( Panchmukhi Rudraksha Mantra ) : ”ॐ ह्रीं क्लीं नम:” का जाप करें। फिर उनके ऊपर बेलपत्र, फूल और प्रसाद आदि चढ़ाएं।
5. पूजा समाप्त करने के बाद मंदिर के ब्राह्मण को माला दें और उनके द्वारा गले में पंचमुखी रुद्राक्ष चांदी की माला को पहन लें।
पंचमुखी रुद्राक्ष की सबसे बड़ी विशेषता ही यही है कि इसे बच्चे, महिला-पुरुष, वृद्ध सभी धारण कर सकते हैं क्योंकि यह वर्गों के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
1. पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने वालों के लिए सबसे पहला Panchmukhi Rudraksha wearing rules तो यह है कि वे इसे धारण करने से पहले अपनी दिनचर्या में परिवर्तन करें और उसे नियमित बनायें। हालांकि यह नियम बच्चे के लिए नहीं है।
2. इसे धारण करने के लिए व्यक्ति का तन और मन से सात्विक रहना बहुत जरूरी है।
3. कहते हैं कि रुद्राक्ष को शौचालयों, शमशान, शवयात्रा, बच्चे के जन्म के दौरान, नवजात शिशु के आस-पास, स्त्रियों को पीरियड्स के दौरान नहीं धारण करना चाहिए। इसके अत्यंत घातक दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
बाजारों में पंचमुखी रुद्राक्ष की कीमत उसके आकार पर निर्भर करती है हमारे पास जो Original Panchmukhi Rudraksha Mala उपलब्ध है उसकी कीमत मात्र ₹449 ( Price of Panchmukhi Rudraksha ) है। आज ही इसे घर बैठे Online आर्डर कीजिये और पाइये अपनी बहुत सारी समस्याओं से निजात।
आइये जानें how to identify Panchmukhi Rudraksha :
पंचमुखी रुद्राक्ष को ध्यान से देखें तो हम पाएंगे कि इसके पांच मुख हैं जिस कारण ही इसे पांच मुखों वाला रुद्राक्ष कहा जाता है। इस रुद्राक्ष की पहचान के लिए रुद्राक्ष को पानी में उबाले यदि वह अपना रंग न छोड़े तो वह Original Panchmukhi Rudraksha है। इसे पहचानने का दूसरा तरीका है रुद्राक्ष को सरसों के तेल में डुबो कर रखना और डुबोने के बाद यदि रुद्राक्ष का रंग उसके असल रंग से गहरा दिखाई देने लगे तो यह उसके असली होने की पहचान है।
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