Ayodhya Ram Lalla Murti Photos | Ayodhya Ram Mandir Murti kaisi dikhti hai?
Ram Lalla Murti Photos: प्राण प्रतिष्ठा से पहले रामलला की मूर्ति की पहली तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर को देख राम भक्त मंत्रमुग्ध हैं। भगवान राम की ये मूर्ति इतनी खूबसूरत बनाई गई है कि इसमें भगवान के चेहरे पर गजब का तेज नजर आ रहा है साथ ही बच्चे जैसी मासूमियत भी। इस मूर्ति की ऊंचाई करीब 51 इंच और वजन 150 किलोग्राम है। राम लल्ला मूर्ति, भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का एक अद्वितीय अंश है जिसे जानकर आपको भारतीय सांस्कृतिक के विशेष रूप में समझाया जा सकता है। राम लल्ला मूर्ति भगवान श्रीराम के प्रति भक्ति और आस्था का प्रतीक है। यह अयोध्या के श्रीराम मंदिर में स्थित है और हिन्दू धर्म में एक पवित्र स्थान के रूप में माना जाता है।
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रामलला के बाल रूप वाली मोहक मूर्ति की फोटो वायरल है। इसमें रामलला की पूरी छवि स्पष्ट नजर आ रही है। यह तस्वीर मूर्ति के निर्माण के दौरान की है। जानकारी के अनुसार, वर्कशॉप में मूर्ति की फोटो खींची गई थी, जो अब वायरल हो चुकी है।हालांकि गुरुवार को जब रामलला को गर्भगृह में स्थापित किया गया उस वक्त उनकी प्रतिमा पर कपड़े की पट्टी लिपटी हुई थी और उनका चेहरा ढका हुआ था। 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान उनके चेहरे की पट्टी हटाई जाएगी। 51 इंच की रामलला की मूर्ति को बुधवार की रात मंदिर में लाया गया था। भगवान राम की मूर्ति को पूरे वैदिक मंत्रोचार के बीच गर्भ गृह में रखा गया।
अयोध्या राम मंदिर की मूर्ति किसने बनाई है | Who Made Ram Madir Ram Murti | Ayodhya Ram Lalla ki Murti kisne banai hai?
Ram Mandir Pran Prathishtha की तारीख नजदीक है, ऐसे में रामलला की मूर्ति का चयन भी हो गया है। मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई गई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसकी जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी। इसी मुहूर्त में विग्रह को स्थापित किया जाएगा और 24 अलग अलग पद्धतियां से पूजन प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं, रामलला की मूर्ति राम मंदिर परिसर में पहुंची। एक क्रेन की मदद से मूर्ति को परिसर में लाया गया। इस मूर्ति को ही आज गर्भगृह में स्थापित किया जाना है। राम लल्ला मूर्ति का ऐतिहासिक महत्व भारतीय समाज में गहरे प्रभाव को दर्शाता है। इसे भगवान राम के अवतार के रूप में पूजा जाता है और यह भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक स्थान के रूप में महत्वपूर्ण है।
अयोध्या राम मंदिर मूर्ति काले रंग की क्यों है | Why Ram Murti Is Black In Ayodhya | Ayodhya Ram Mandir Murti Kale Rang ki kyu hai?
अयोध्या राम मंदिर की मूर्ति श्याम रंग की है। इसे लेकर कई लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर क्यों राम मंदिर में श्याम वर्ण की मूर्ति लगाई जा रही है। बता दें रामायण में भी कहा गया है कि प्रभु श्रीराम श्याम वर्ण के थे और इसलिए इस रंग की मूर्ति को ज्यादा महत्व दिया गया है। यह मूर्ति श्याम रंग की है, जिसको लेकर लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्यों राम मंदिर में श्याम वर्ण की मूर्ति का चयन किया गया।
रामायण में भी कहा गया है कि प्रभु श्रीराम श्याम वर्ण के थे और इसलिए इसको ज्यादा महत्व दिया गया।भगवान राम श्याम और शिव गौर वर्ण के हैं। अयोध्या राम मंदिर की मूर्ति काले रंग की है। रामायण में कहा गया है कि प्रभु श्रीराम श्याम वर्ण के थे। इसलिए, इस मूर्ति का चयन किया गया। रामचरितमानस और वाल्मीकि रामायण में भी प्रभु श्रीराम के जिस रूप का वर्णन किया गया है, वो श्यामल रंग के हैं। रामलला की मूर्ति शालिग्राम पत्थर से बनी है।
राम लल्ला मूर्ति की पूजा का महत्व भक्तों के लिए अत्यंत आदर्श है। इसके माध्यम से, वे अपने जीवन को धार्मिक तत्वों से संबोधित करते हैं और सामाजिक सजीवन में सकारात्मक परिवर्तन का सामना करते हैं। राम लल्ला मूर्ति, भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का हिस्सा, एक विशेष धार्मिक अनुभव को प्रतिष्ठित करता है। राम लल्ला मूर्ति, जो अयोध्या के श्रीराम मंदिर का हिस्सा है, एक प्रमुख हिन्दू देवता है। यह मूर्ति भगवान श्रीराम को प्रतिष्ठित करती है और उनके भक्तों के लिए एक पवित्र स्थान का दर्शन कराती है।
शालिग्राम पत्थर से हिंदू धर्म के देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाई जाती हैं। इसे पवित्र पत्थर माना जाता है। शालिग्राम काले रंग के चिकने, अंडाकार पत्थर होते हैं। रामलला की मूर्ति को इस तरह से बनाया गया है कि इसमें कई और मूर्तियां भी दिखाई दे रही हैं। भगवान विष्णु के सभी दशावतारों की मूर्तियां उकेरी गई हैं। रामलला की मूर्ति पर सफ़ेद रंग के वस्त्र लपेटे गए हैं। अयोध्या में भगवान राम की 251 फ़ीट ऊंची मूर्ति भी स्थापित की जाएगी।