हिन्दू धर्म में भगवान शिव और उनके द्वारपाल नंदी का एक अनोखा रिश्ता है जो शायद ही कहीं देखने को मिले। माना जाता है की यदि कोई भगवान शिव की शरण में जाना चाहता है तो उसे सबसे पहले नंदी जी की परीक्षा से गुजरना पड़ता है। उसी रिवाज को आगे बढ़ाने के लिए विद्वान Narmadeshwar Shivling with Crystal Nandi की साथ में पूजा-अर्चना करने की सलाह देते है, जिससे जातक भगवान शिव और नंदी को प्रसन्न कर अपने मन की पीड़ाओ और जीवन की कठिनाइयों से मुक्ति पा सके।
Product Description:
- In the Box : 1 Narmadeshwar Shivling
1 Crystal Nandi
1 Base
1 Vasuki Naag
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Narmadeshwar Shivling with Crystal nandi की क्यों साथ में पूजा की जाती है?
नर्मदा नदी का अस्तित्व माँ गंगा से भी पुराना है, यह पवित्र नदी अपने चमत्कारों से भरी हुयी है तभी सृष्टि में सिर्फ एक जगह पाए जाने वाले अपनेआप में अनोखे नर्मदा के चमकीले चिकने पत्थर जो हूबहू नर्मदा के करवल में शिवलिंग की आकृति को प्राप्त कर लेते है। इन्ही narmadeshwar shivling को crystal nandi के साथ पूजना बेहद पुण्याकारी कार्य है जिसके पुण्य का बल गोदान के सामान माना जाता है। कहते है की भगवान भोलेनाथ को अपने नंदी इतने प्रिय है की जहाँ भी nandi वास करते है वही भगवान शिव अपनेआप अपनी रोशकी के उजाले को बिखेर देते है। शास्त्रों में बताया गया है की समुद्र मंथन के वक़्त जब भगवान शिव विष को ग्रहण कर रहे थे तो उसकी कुछ बुँदे ज़मीन पर गिर गयी थी। उन बूंदो को नंदी महाराज ने अपनी जीभ से साफ किया था। इस भक्तिभाव से प्रसन्न होके भगवान शिव ने उन्हें अपने सबसे बड़े भक्त की उपाधि दी थी। तभी से भगवान शिव के साथ नंदी की पूजा करना बहुत ज्यादा पवित्र माना जाता है।
original Narmadeshwar Shivling with Crystal Nandi की पूजा करने से या उसे अपने आस-पास रखने से दूषित और नकारात्मक ऊर्जा का खात्मा होता है और शुद्ध ऊर्जा चारो तरफ छा जाती है, जिससे मन और मस्तिक्ष मे शांति आती है, आपका मन आपके कार्य में लगता है, और इन्ही की वजह से आपके कर्म आपको सराहनीय फल प्रदान करते है।
आखिर Narmadeshwar Shivling with Crystal nandi को साथ पूजना इतना लाभकारी क्यों होता है।
नर्मदा नदी के तट पर पाए जाने वाले यें narmadeshwar shivling की चट्टानों में बहुत उपयोगी खानीज तत्व पाए जाते है जो हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते है, वही क्रिस्टल प्रकाश ऊर्जा को सभी दिशाओ में प्रसारित करता है। Narmadeshwar Shivling with Crystal nandi को साथ पूजने से नर्मदेश्वर शिवलिंग से निकलने वाली अद्भुत और चमत्कारी किरणे crystal nandi से टकराती है और सारी दिशाओ में फैल जाती है जिससे वातावरण में एक सौभग्यशाली शक्ति का जन्म होता है जो जातक के घर के जीवन को सुख और समृद्धि से भर देती है। इनकी पूजा करने से आपके घर में धन की वर्षा होती है और ड्रारिदराता का नाश होता है, जिनके पास संतान नहीं है उन्हें संतान प्राप्ति होती है, घर में सुख और शांति वास करने लगती है, बच्चो का पढ़ाई में मन लगता है, जवान बेटा या बेटी की जल्द ही शादी पक्की होती है और जातक को उसकी मेहनत का फल अवश्य प्राप्त होता है।
नर्मदेश्वर शिवलिंग क्रिस्टल नंदी पूजा विधि
- आप Online Narmadeshwar Shivling with Crystal Nandi को घर पर मंगवा ले और किसी स्वच्छ जगह स्थापित कर दें, आप चाहे तो इसे अपने मन्दिर में भी रख सकते है।
- अब स्नान आदि कर के स्वच्छ हो जाएँ और आसन लगा के शिवलिंग के सामने बैठ जाये।
- मन ही मन भगवान शिव के साथ उनके भक्त भगवान नंदी का धयान करें और 108 बार ॐ नमः शिवायः का rudraksha ki mala से जाप करें।
- इसके बाद भगवान को गंगाजल व दूध के मिश्रण से पवित्र कर फूल और बेलपत्र चढ़ाएं और बाद में किसी सफ़ेद मिठाई से भोग लगाएं।
- आप हाथ जोड़ कर भगवान के सामने खड़े हो जाएँ और अपनी मनोकामना को crystal nandi के कानो के पास जाकर कह दे। आपकी सारी मनोकामनायें जल्द पूरी होंगी।