।। भाई दूज की हार्दिक शुभकामनाए ।।
दिवाली के 2 दिन बाद भाई बहन के प्रेम के प्रतीक का त्योहार। यह खसस पर्व बहनों और भाइयों के बीच अनोखा बंधन को साझा करने का मौका प्रदान करता है, जिसमें बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और खुशियाँ की कामना करती हैं और भाइयों ने अपनी बहनों के प्रति प्रेम और समर्थन का इज़हार करते हैं। Bhai dooj shubh muhoort
आईए जानते हैं भाई दूज (Bhai duj) के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी,
पहले हम जानते हैं, इस साल Bhai Dooj कब हैं?
Bhai Dooj 2023; इस साल भाई दूज 2 दिन मनाई जाएगी, दिवाली के 2 दिन बाद 14 नवंबर को भाई दूज हैं जो इस साल 14 नवंबर कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भाई दूज मनाई जाती है और यह 15 नवंबर तक होगी।
भाई दूज मुहूर्त | Bhai Dooj Muhurat
2 दिन मनाई जाने वाली भाई दूज इस साल 14 नवंबर 2023 को दोपहर 01.10 मिनट पर शुरू होगी और ठीक 03.09 मिनट पर शुभ मुहर्त की समाप्ति होगी;
और 15 नवंबर 2023 को सुबह 10:45 पर मुहर्त शुरू होगा और दोपहर 12:05 मिनट पर शुभ मुहूर्त की समाप्ति होगी।
क्यू मनाई जाती हैं Bhaiya Duj
पौराणिक कथा के अनुसार, यमुना जी ने अपने भाई यम देवता को अपने घर पर भोजन के लिए आमंत्रित किया था। जब यम देवता यमुना के घर पहुँचे, तो उनका स्वागत बहन ने तिलक लगाकर किया और उन्हें भोजन कराया। साथ ही, यम देवता ने अपनी बहन से वरदान मांगने को कहा, तब उनकी बहन ने कहा, जो बहन अपने भाई को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर घर में बुलाकर टीका करें और उसे भोजन कराएं, उसके भाई को यम का कोई भय न रहे। उस समय, यमराज ने उन्हें तथास्तु कहकर यमुना को उपहार देकर यमलोक वापस चले गए। मान्यता है कि इस दिन बहनें अपने भाईयों को शुभ मुहूर्त में टीका करेंगी, जिससे उन्हें पूरे साल यम देवता के भय से मुक्त रखकर सुख-सौभाग्य प्राप्त होगा। इस पवित्र दिन को यम द्वितीया भी कहा जाता है। Bhai dooj shubh muhoort
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भाई दूज का महत्व | Bhai dooj ka mahatv
भाई दूज, हिन्दू समाज में एक महत्वपूर्ण पर्व है जो भाई-बहन के पवित्र और खास रिश्ते को मनाने का अवसर प्रदान करता है। यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों के प्रति अपना प्रेम और आदर व्यक्त करती हैं और उन्हें तिलक लगाती हैं।
भाई दूज का महत्व इसमें है कि यह भाई-बहन के बीच प्यार और समर्थन को बढ़ावा देता है और इस पवित्र रिश्ते को मजबूती से जोड़ता है। बहनें अपने भाईयों के लिए खास तौर से बनाए गए मिठाई और विशेष भोजन से उनका स्वागत करती हैं और उन्हें आशीर्वाद देती हैं। इसके रूप में, भाई दूज समृद्धि, सुख, और परिवार के बीच मजबूत बंधन को बनाए रखता है।
इस दिन भाई-बहन का मिलन, आपसी समर्थन, और एक दूसरे के साथ विशेष समय बिताना, इस पर्व को और भी अनोखा बनाता है। भाई दूज का महत्व सामाजिक सांस्कृतिक मूल्यों को बनाए रखने में है और इसे परिवार के सदस्यों के बीच आत्मविश्वास, और समर्पण का प्रतीक बनाए रखता है।
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यह थी भाई दूज की सम्पूर्ण जानकारी आशा करते हैं आप सभी को यह जानकारी पसंद आई होगी, मिलते हैं आपसे जल्द ही नई जानकारियों के साथ एक नए लेखन मे। धन्यवाद!