गुप्त नवरात्रि कब प्रारंभ होगी? | Gupt Navratri 2024 mein kab hai –
गुप्त नवरात्रि ( Gupt Navratri 2024 ) प्रतिपदा तिथि : इस साल 10 फरवरी 2024 को सुबह 8 बजकर 45 मिनट से माघ गुप्त नवरात्रि माघ की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत होगी और 11 फरवरी 2024 को रात 12 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी।
गुप्त नवरात्रि का रहस्य क्या है? | Gupt Navratri ka Rahasaya kya hain
गुप्त नवरात्रि को लेकर ऐसी मान्यता है कि, इस दौरान भगवान विष्णु शयनकाल की अवधि में होते हैं और ऐसे में देव शक्तियां कमजोर होने लगती है. इस समय पृथ्वी पर रुद्र, यम, वरुण आदि का प्रभाव बढ़ने लगता है. इन्हीं विपत्तियों के बचाव के लिए गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की उपासना की जाती है.
गुप्त नवरात्रि का क्या महत्व है? | Gupt Navratri ka kya mahatv hain
गुप्त नवरात्रि ( Gupt Navratri 2024 ) में तंत्र साधनाओं का महत्व होता है और तंत्र साधना को गुप्त रूप से ही किया जाता है। इसीलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं। इसमें विशेष कामनाओं की सिद्धि की जाती है। साधकों को इसका ज्ञान होने के कारण या इसके छिपे हुए होने के कारण इसको गुप्त नवरात्रि कहते हैं।
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गुप्त नवरात्रि में क्या करना चाहिए? | Gupt Navratri mein kya karna chahiye
इस तरह करें गुप्त नवरात्रि ( Gupt Navratri ) की पूजा
कलश स्थापना के साथ सुबह और संध्या पूजा के समय दुर्गा चालीसा अथवा दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करें। पूजा के दौरान माता को लोंग व बताशे का भोग चढाना चाहिए। इसके साथ कलश स्थापना करते समय मां को लाल पुष्प और चुनरी भी अर्पित करें। इससे माता जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।
गुप्त नवरात्रि कौन कौन से महीने में आते हैं? | Gupt Navratri kaun kaun se maheene main aate hain
साल में चार बार नवरात्रि आते हैं। माघ, चैत्र, आषाढ़ और अश्विन। इनमें से माघ और आषाढ़ में आने वाले नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि ( Gupt Navratri ) कहा जाता है। इस बार 19 जून, सोमवार से गुप्त नवरात्रि प्रारंभ हो रहे हैं जो 28 जून तक चलेंगे।
गुप्त नवरात्रि में कौन सी देवी की पूजा की जाती है? | Gupt Navratri mein kaunse Devi ki Pooja ki jaate hain
इन नौ दिनों में मां की महाविद्याओं की उपासना की जाती है.
- आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि ( Gupt Navratri ) 19 जून से शुरू हो चुकी है जो 28 जून को खत्म होगी. …
- पहली महाविद्या- गुप्त नवरात्रि के पहले दिन मां काली की साधना होती है. …
- दूसरी महाविद्या- नवरात्रि के दूसरे दिन माता तारा की साधना की जाती है.
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2 गुप्त नवरात्रि कब आते हैं? | Gupt Navratri 2024 mein kab se hai
इस साल 10 फरवरी, शनिवार से गुप्त नवरात्रि शुरू होने वाली है. गुप्त नवरात्रि 10 फरवरी से शुरू होकर 18 फरवरी तक मनाई जाएगी. माघ प्रतिपदा तिथि की शुरूआत 10 फरवरी सुबह 8 बजकर 45 मिनट से होगी अगले दिन 11 फरवरी, रात 12 बजकर 47 मिनट तक समाप्त हो जाएगी.
गुप्त नवरात्रि में कलश स्थापना कैसे करते हैं? | Gupt Navratri mein kalash Sthaapaana kaise karate hain
सबसे पहले पूजा स्थल के पास चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर माता रानी की प्रतिमा स्थापित करें. फिर इसके बाद मां की प्रतिमा पर फूल, गंगाजल और अक्षत डालें. इसके बाद जल से भरा कलश स्थापित करें उसमें स्वास्तिक का निशान बनाएं और कलावा बांधे. कलश में साबुत सुपारी, सिक्का और अक्षत डालकर अशोक और आम के पत्ते रखें.
गुप्त नवरात्रि का शुभ मुहूर्त क्या है? | Gupt Navratri 2024 date and time – Gupt Navratri ka shubh muhurat kab kya hain
गुप्त नवरात्रि ( Gupt Navratri 2024 ) की घटस्थापना मुहूर्त सुबह 05 बजकर 23 मिनट से सुबह 07 बजकर 27 मिनट तक रहेगी। घटस्थापना अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगी। मिथुन लग्न प्रारम्भ सोमवार को 05:23 से 07:27 तक गुप्त सिद्धियों को पाने के लिए इस नवरात्रि को सबसे ज्यादा शुभ माना गया है।
गुप्त नवरात्रि के टोटके | Gupt Navratri ke Totke
गुप्त नवरात्रि ( Gupt Navratri ) – Gupt navratri puja vidhi में करें ये खास उपाय
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा को पूजा में लाल पुष्प चढ़ाने से मां प्रसन्न होती है। …
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवरात्रि में मां दुर्गा को लाल पुष्प के साथ श्रृंगार का सामान अर्पित करने से मां से सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
गुप्त नवरात्रि में विवाह के उपाय | Gupt Navratri mein Vivah Ke Upaay
मनचाहा जीवनसाथी – मनपसंद जीवनसाथी के साथ शादी में परेशानियां आ रही हैं तो गुप्त नवरात्रि की अष्टमी पर मां दुर्गा को नौ लाल रंग के फूल, एक सिक्का, नारियल लाल कपड़े में बांधकर “ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नमः” मंत्र का जप करें, फिर देवी को ये अर्पित करें. इससे शीघ्र ही विवाह के योग बनेंगे.
गुप्त नवरात्रि में साधना सिद्ध कुंजिका मंत्र | Gupt Navratri mein Mantra
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देविशां शीं शूं मे शुभं कुरु।। 6।। हुं हु हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी। भ्रां भ्रीं भ्रूं भैरवी भद्रे भवान्यै ते नमो नमः।।
गुप्त नवरात्रि मंत्र | Gupt Navratri Mantra – Gupt Navratri Mantr
या देवी सर्वभूतेषु माँ चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
गुप्त नवरात्रि में सिद्धि कैसे प्राप्त करें? | Gupt Navratri mein siddhi kaise praapt karen
“ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।”गुप्त नवरात्रि ( Gupt Navratri ) के किसी भी दिन सुबह स्नान करके 31 बार इस मंत्र का जाप करने से आपको इंटरव्यू में सफलता की संभावना बढ़ जाती है।
गुप्त नवरात्रि कितनी बार आती है? | Gupt Navratri kitane baar aate hain
साल में दो बार Gupt Navratri आती है। पहली माघ मास के शुक्ल पक्ष में और दूसरी आषाढ़ शुक्ल पक्ष में। कम ही लोगों को इसका ज्ञान होने के कारण या इसके छिपे हुए होने के कारण इन्हें गुप्त नवरात्र कहते हैं। इनमें विशेष कामनाओं की सिद्धि की जाती हैं।
गुप्त नवरात्रि की अष्टमी कब की है? | Gupt Navratri ki Ashtami kab ki hain
इसका समापन 18 फरवरी 2024 को होगा. इस नवरात्रि माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. तंत्र साधना के लिए गुप्त नवरात्रि एक स्वर्णिम अवसर माना जाता है. माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 10 फरवरी 2024 को सुबह 04 बजकर 28 मिनट पर शुरू होगी और 11 फरवरी 2024 को प्रात: 12 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी.
गुप्त नवरात्रि कौन सी होती है? | Gupt Navratri kaunse hote hain
Gupt Navratri 2024 : आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्रि प्रारंभ हो चुके हैं। साल भर में चार नवरात्रि आते हैं, जिनमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि की पूजा सभी करते हैं, इनको प्रकट नवरात्रि कहा जाता है। इसके अलावा माघ और आषाढ़ मास की नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहते हैं।
आखिरी गुप्त नवरात्रि कब है? | Aakhiree Gupt Navratri kab hain
माघ गुप्त नवरात्रि 10 फरवरी 2024 से शुरू हो रही है. इसका समापन 18 फरवरी 2024 को होगा. इस नवरात्रि माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है |
गुप्त नवरात्रि साल में कितनी बार आते हैं? | Gupt Navratri saal mein kitne baar aate hain
साल में दो बार Gupta Navratri आती है। पहली माघ मास के शुक्ल पक्ष में और दूसरी आषाढ़ शुक्ल पक्ष में।
कौन सा नवरात्रि ज्यादा महत्वपूर्ण है? | Kaunse Navratri Jyada Mahatvapoorn hain
सिद्धि और साधना के नजरिये से शारदीय नवरात्रों को ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है. शारदीय नवरात्रों में लोग आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति इकट्ठी करने के लिए कई प्रकार के व्रत, संयम, नियम, यज्ञ, भजन, पूजन, योग-साधना करते हैं.
गुप्त नवरात्रि में क्या खाना चाहिए | Gupt Navratri mein kya khana chahiye
कन्या के पैर धो कर उन्हें आसन पर बैठाएं। हाथों में मौली बांधें, माथे पर रोली से तिलक लगाएं। भगवती दुर्गा को उबले हुए चने, हलवा, पूरी, खीर, पूआ व फल आदि का भोग लगाया जाता है। यही प्रसाद कन्या को भी दिया जाता है।