Ram Mantra – श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्। नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।।
राम मंत्र कैसे जपे? | Ram Mantra kaise jape
इस राम मंत्र के जाप के लाभ (Benefits of chanting this Ram Mantra in Hindi)
इस राम मंत्र का जाप करने का सर्वोत्तम समय | कभी भी, सुबह-सुबह, सोमवार |
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इस मंत्र का जाप करने की संख्या | 9, 27, 54, 108, 1,008 बार |
इस राम मंत्र का जाप कौन कर सकता है? | कोई भी |
किस ओर मुख करके इस मंत्र का जाप करें | उत्तर या पूर्व की ओर |
राम जी का बीज मंत्र क्या है? | Ram Ji ka beej Mantra kya hain
‘जय राम’- यह उनकी स्तुति है जय जय राम’-यह उनके प्रति पूर्ण समर्पण है। प्रतिदिन भगवान श्रीराम के मंत्रों का जाप करने से मनचाही कामना पूरी होती है। अतः आइये जानते हैं इन चमत्कारी ‘राम मंत्रों’ के बारे में। ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम, लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम !
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राम का शक्तिशाली मंत्र क्या है? | Ram ka shaktishaali mantra kya hain
राम गायत्री मंत्र – ॐ दशरथये विद्महे, सीतावल्लभय धीमहि, तन्नो राम प्रचोदयात्॥ राम गायत्री मंत्र एक और शक्तिशाली मंत्र है जहां उन्हें एक पुत्र और एक पति के रूप में संबोधित किया जाता है।
भगवान राम को प्रसन्न कैसे करें? | Bhagwan Ram ko prasann kaise kare
भगवान श्री राम की कृपा प्राप्त करने के लिए इस दिन श्री राम रक्षा स्तोत्रम का पाठ करना चाहिए। श्री राम रक्षा स्तोत्रम का पाठ करने से भय से मुक्ति मिलती है और दुख- दर्द दूर होते हैं।
राम का प्रसिद्ध श्लोक क्या है? | Ram ka prasid shlok konsa hain
ॐ श्री रामाय नमः॥ श्री राम जय राम जय जय राम॥ श्री राम जय राम जय जय राम॥ ॐ दशरथये विद्महे सीतावल्लभय धीमहि, तन्नो राम प्रचोदयात्॥
16 राम नाम जपने से क्या लाभ है? | 16 Baar Ram Ram japne se kya laabh hain
16 राम नाम जपने से क्या लाभ है? आत्मा के शांति – राम नाम का जप करने से आत्मा को शांति और सुकून मिलता है। यह ध्यान और मेधा को बढ़ाता है और आत्मा को परमात्मा के साथ जोड़ने में मदद करता है। पापों का नाश – राम नाम जप से पापों का नाश होता है और व्यक्ति धार्मिक गुणों में वृद्धि करता है।
रामायण का मूल मंत्र क्या है? | Ramayana ka mool mantra kya hain
Ram Mantra – राम मंत्र (रामायण, बालकाण्ड) – ॐ श्री रामाय नमः (Om Shri Ramaya Namah) इस मंत्र का जाप राम भगवान की आराधना और उनकी कृपा को प्राप्त करने में सहायक है।
राम जप कैसे करें? | Ram Jap kaise kare
राम नाम मंत्र का जप अनुष्ठान किसी शुभ मुहूर्त में आरंभ करना चाहिए। इसके बाद अपना मंत्र जाप शुरु करें, नाम जप आप जितना अधिकाधिक कर सकते हैं, उतना करें। फिर भी आपको नियम ले लेना चाहिए कि प्रतिदिन कम से कम इतने हजार नाम जप तो करना ही है। मंत्र का कम से कम सवा लाख जप अवश्य ही करना चाहिए।
राम के नाम में कितनी शक्ति है? | Ram ke naam mein kitne shakti hain
राम नाम में आपार शक्ति है। इसमें तीन अक्षर है- र,आ तथा म। ‘र’ अग्नि का बीज है, ‘आ’ सूर्य का बीज है तथा ‘म’ चन्द्रमा का बीज है।
राम को क्या पसंद है? | Ram Ji ko kya pasand hain
भगवान राम जी को खीर बेहद पसंद है. मान्यताओं के अनुसार राजा दशरथ के घर में भगवान राम, लक्ष्मण समेत चारों भाईयों का जन्म हुआ था तो उस समय खीर बनाई गई थी. ऐसे में भगवान राम को खीर का भोग लगाना चाहिए. गाय के ताजा दूध से बना खीर आप केले के पत्ते पर रखकर भगवान राम को अर्पित करें.
श्रीराम का कौन प्यारा है? | Shree Ram ko kaun pyara hain
माता सीता भगवान श्री राम को सबसे प्रिय थी।
राम कितने वर्ष जीवित रहे? | Ram kitne varsh jeevit rahe
राम कितने समय तक जीवित रहे? हमारी हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार माना जाता है कि भगवान राम 11,000 वर्षों तक जीवित रहे थे। हालाँकि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हमारी हिंदू पौराणिक कथाएँ अक्सर समय की विशाल मात्रा को दर्शाने के लिए प्रतीकात्मक संख्याओं का उपयोग करती हैं, इसलिए भगवान राम के जीवन की वास्तविक अवधि अनिश्चित है।
राम के प्रिय भक्त कौन थे? | Ram ke priye bhakt kaun hain
कहा जाता है कि भगवान राम की रक्षा के लिए ही हनुमान का जन्म हुआ और हनुमान भगवान राम के प्रिय और परम भक्त हैं.
108 बार राम राम जपने से क्या होता है? | 108 Baar Ram Ram japne se kya hota hain
अगर आप मांगलिक हैं और आपके बनते-बनते काम बिगड़ जाते हैं तो आप मंगलवार की सुबह या शाम में राम नाम के 108 बार जाप करें, इससे आपको मांगलिक दोषों के प्रभाव से राहत मिलेगी. राम नाम का जाप करना किसी यज्ञ से कम नहीं है. मान्यता है कि राम नाम का जप करने से मन को स्थिरता मिलती है. साथ ही शंति, संयम और सुख का अनुभव होता है.
राम नाम का फल क्या है? | Ram Naam ka phal kya hain
Ram Mantra – सतयुग में तप से, त्रेता में यज्ञ से, द्वापर में दान से जो फल मिलता है, कलियुग में केवल ‘राम’ नाम स्मरण से ही उस फल की सहज प्राप्ति हो जाती है। ‘राम’ नाम के जप से ही जीव की जन्म जन्मांतर की समस्त आधि-व्याधि दूर हो जाती है और प्रभु शरण गति की प्राप्ति हो जाती है।
क्या राम ही ईश्वर है? | Kya Ram hee eeshvar hain
जी हाँ, भगवान श्री राम ईश्वर हैं जिन्होंने मनुष्य रूप में लीला रचाई।
भगवान राम को पालनकर्ता श्रीहरि विष्णु का सातवां अवतार माना गया है और उनका ये जन्म अधर्म का नाश करके धर्म की स्थापना करना था. श्रीराम को भगवान के रूप में पूजा जाता है, लेकिन अगर उनके आदर्शों को जीवन में उतार लिया जाए तो सही मायने जीवन जीने का तरीका सीखा जा सकता है.
राम में कितने गुण हैं? | Ram mein kitne gun hain
प्रभु श्रीराम को पुरुषों में सबसे उत्तम मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है।
राम भगवान ने क्या खाया? | Ram Bhagwan ne kya khaya
राम कंदमूल एक जंगली फल है, जिसे भगवान श्री राम ने 14 साल तक वनवास के दौरान खाया था।
राम की प्रेमिका कौन थी? | Ram Ji ki premika kaun the
श्रीराम ने सीताजी से प्रेम किया उन्हीं से विवाह भी, परन्तु श्री कृष्ण ने प्रेम तो राधा से किया लेकिन विवाह रुकमणी, सत्यभामा, जामवंती, कालिंदी, इत्यादि से किया।
श्री राम की कृपा कैसे प्राप्त करें? | Shree Ram ki kripa kaise prapt kare
भगवान श्री राम की कृपा प्राप्त करने के लिए इस दिन श्री राम रक्षा स्तोत्रम का पाठ करना चाहिए। श्री राम रक्षा स्तोत्रम का पाठ करने से भय से मुक्ति मिलती है और दुख- दर्द दूर होते हैं। आगे पढ़ें श्री राम रक्षा स्तोत्रम… अस्य श्रीरामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषिः।
राम जी का असली नाम क्या है? | Ram Ji ka Asle naam kya hain
शास्त्रों के अनुसार, भगवान राम का असली नाम “दशरथ राघव” था. जन्म के समय यहीं नाम रखा गया था.