राम मंदिर प्रस्तावना
Ram Mandir Inauguration – राम मंदिर, भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें गर्भगृह और स्वर्ण द्वार विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। इस लेख में, हम इन दोनों प्रमुख स्थलों की आलोचनात्मक जानकारी प्रदान करेंगे जो राम मंदिर को अनूठा और प्रतिष्ठानपूर्ण बनाते हैं।
राम मंदिर गर्भगृह : भगवान के साकार रूप की पूजा का स्थान
राम मंदिर ( Ram Mandir ) का गर्भगृह एक अद्वितीय स्थान है जहां भगवान राम के प्रति भक्तों की श्रद्धा और आस्था समर्पित है। इस स्थान का महत्वपूर्ण कारण है कि यहां राम भगवान की मूर्ति स्थापित है, और यहां उनकी पूजा का मौन साकार होता है। भक्तों के लिए गर्भगृह एक पवित्र स्थान है जहां वे अपनी भक्ति को व्यक्त करते हैं और भगवान के सानिध्य का आनंद लेते हैं।
राम मंदिर गर्भगृह की स्वानुभूति
गर्भगृह का माहौल अद्वितीय है, जिसमें शान्ति, भक्ति, और आत्मा के साथ संवाद का अवसर होता है। यहां भक्त अपने मन को शुद्ध करके भगवान के सामीप्य का आनंद लेते हैं। गर्भगृह में भगवान की मूर्ति के सामने भक्त अपनी श्रद्धा को व्यक्त करते हैं और उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन की कामना करते हैं।
Shri Ram Silver Pendants पर स्पेशल ऑफर
राम मंदिर स्वर्ण द्वार: समृद्धि और समृद्धि का प्रतीक
राम मंदिर का स्वर्ण द्वार एक अनूठा और भव्य स्थल है, जो समृद्धि और समृद्धि का प्रतीक है। इस द्वार की भव्यता और उसकी शैली इसे एक सांस्कृतिक धरोहर बनाती हैं, जो भक्तों को आकर्षित करती है।
राम मंदिर स्वर्ण द्वार की विशेषताएं
1. भव्य शैली : स्वर्ण द्वार की शैली अद्वितीयता और भव्यता की भावना को दर्शाती है, जो इसे विश्वभर में एक प्रमुख स्थान बनाती है।
2. सौंदर्य और कला : स्वर्ण द्वार की कला और सौंदर्य से युक्त है, जो इसे एक आदर्श और चिरप्रतिष्ठान बनाता है।
राम मंदिर गर्भगृह और स्वर्ण द्वार का महत्व
गर्भगृह और स्वर्ण द्वार न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इनके पीछे छिपे अर्थ और विचार इन्हें आदर्श बनाते हैं। गर्भगृह में भक्ति और समर्पण की भावना होती है, जबकि स्वर्ण द्वार समृद्धि और समृद्धि की कामना को प्रेरित करता है।
Also read : Ram Mandir Pran Prathishta: कैसे होगी प्राण प्रतिष्ठा?, क्या होगी पूजा विधि?
राम मंदिर धार्मिक पर्याय
गर्भगृह और स्वर्ण द्वार, ये दोनों ही स्थल हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यहां भक्तों को आत्मा के साथ एकाधिकारी बनाने और शांति की प्राप्ति के लिए आदर्श समर्पण की भावना होती है।
राम मंदिर सांस्कृतिक धरोहर
गर्भगृह और स्वर्ण द्वार का मौजूद होना राम मंदिर को भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बनाता है। इनकी भव्यता और आर्थिक महत्व ने इसे एक बड़े समर्थन केंद्र बना दिया है, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्राप्त कर रहा है।
गर्भगृह और स्वर्ण द्वार का आध्यात्मिक महत्व
गर्भगृह और स्वर्ण द्वार का आध्यात्मिक महत्व अत्यंत उच्च है, जो भक्तों को आत्मा के साथ एकाधिकारी बनाता है और उन्हें धार्मिक मार्गदर्शन करता है।
राम मंदिर सत्यता का अनुसरण
गर्भगृह और स्वर्ण द्वार में समर्पण और आत्म-अध्ययन के माध्यम से, भक्त अपने जीवन में सत्यता का अनुसरण करते हैं। यह उन्हें आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन करता है और उन्हें शांति और संतुलन का अहसास कराता है।
राम मंदिर गर्भगृह और स्वर्ण द्वार का राष्ट्रीय महत्व
Ram Mandir Inauguration – गर्भगृह और स्वर्ण द्वार न केवल धार्मिक, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण हैं। इनके मौजूद होने से राम मंदिर ने एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक स्मारक बनाया है, जो देश के एक कोने से दूसरे को जोड़ता है।
राम मंदिर राष्ट्रीय समर्थन
गर्भगृह और स्वर्ण द्वार की भव्यता और आध्यात्मिक महत्व ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर समर्थन प्राप्त करने में सहारा दिया है।
फ्लोटिंग स्क्रीन से भी कर सकेंगे भक्त राम मंदिर के दर्शन
Ram Temple Ayodhya – राम मंदिर से संबंधित आए दिन नई नई जानकारियाँ देखने को मिलती हैं, जिससे मन और मंत्रमुग्ध हो जाता हैं। इसी बीच एक न्यूज चर्चा मे आ रही हैं, जिसमे बताया जा रहा हैं; अयोध्या मे 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का प्रसारण यानि ब्रोडकास्ट देश की सबसे बड़ी फलोटिग स्क्रीन पर पर भी नजर आएगा। हमारे नए, दिव्य और भव्य आकर्षण अयोध्या के साथ साथ श्री राम जन्मभूमि पर बने दिव्य और भव्य राम मंदिर का नजारा भी देखा जा सकेगा। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद इस फ्लोटिंग स्क्रीन पर श्रद्धालुओ, आयोध्यावासियों और अयोध्या के सनसकृतिक विरासत के दर्शन भी इस स्क्रीन पर देखने को मिलेंगे। 1100 वर्ग मे फैली इस फ्लोटिंग स्क्रीन का निर्माण चौधरी चरण सिंह घाट पर किया जा रहा हैं। फ्लोटिंग स्क्रीन के निर्माण मे लग-भग 70 कारीगर अपनी दिन रात एक करके इस काम मे जुटे हुए हैं। मिली गई जानकारी के मुताबिक इस फलोटिंग स्क्रीन को 19 जनवरी तक तैयार करके आरती घाट पर लगाया जाएगा। आप ये देखने के लिए कितने उत्सुक हैं हमे कमेन्ट मे जरूर बताए।
राम मंदिर में लगने वाली अनोखी चीजें । Ram Mandir me lagne valee anokhee cheejen
Ram Mandir Ayodhya – अयोध्या में प्रभु श्री राम के आगगमन की बेहद ही भव्य तैयारियां हो रही है । आज हम आपको बताएंगे की इन भव्य तैयारियों में क्या क्या शामिल है । भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 25000 हजार हवन कुंड तैयार किये है जिनमें 22 जनवरी को हवन होगा । 613 किलो का घंटा राम मंदिर में लगाया जाएगा और इसकी द्वाणी की आवाज करीबन 10 किलोमिटर तक जाएगी । तीसरे नो पर एक किलो सोना और 7 किलो चांदी से बनी है भगवान राम की चरण पादुकाए जो राम लल्ला को पहनाई जाएंगी । वही राम लल्ला (Ram lalla) की पूजा के दौरान १०८ फ़ीट अगरबत्ती राम मंदिर (Ram mandir) में जलाई जाएगी जिसकी महक 10 किलोमीटर तक जाएगी और यह अगरबत्ती करीबन १ महीने से भी ज़्यादा समय तक जलेगी।
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने शुरू किया महान कार्य। Ram Mandir ki Pran Pratishtha ke liye pradhan mantri modi ji ne shuru kiya mahaan kaarya
राम मंदिर (Ram mandir ) प्राण प्रतिष्ठा मे अब ज्यादा दिन बाकी नहीं हैं, आए दिन हम सभी को Ram mandir से संबंधित नई-नई खबरे देखने को मिलती हैं। आज ही 12 जनवरी सुबह 9 बजे नरेंद्र मोदी जी अपना एक औडियो संदेश सभी भारतवासीओ के लिए जारी किया। जिसमे उन्होंने अपने भाव को प्रस्तुत करते हुए कहा की “अयोध्या में राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं। मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा। प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है। इसे ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं। मैं आप सभी जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं। इस समय, अपनी भावनाओं को शब्दों में कह पाना बहुत मुश्किल है, लेकिन मैंने अपनी तरफ से एक प्रयास किया है…” आप सभी को बता दे की, हमारे शास्त्रों मे देवी देवताओ की प्रतिमा प्राण प्रतिष्टा की एक विशेष प्रक्रिया हैं। जिसे करने के लिए कठोर नियम होते हैं। और प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) से कुछ दिन पहले से ही पालन करना होता हैं। जिन नियमों का पालन हमारे प्रधानमंत्री अपने अनुष्ठान मे करेंगे।