Marriage Temple – Jhankar Saim Temple
भारत मे शादियों का सीजन चल रहा हैं और भारत मे तो शादियाँ बड़ी धूम धाम से होती हैं। एक सुर्वेक्षण के मुताबिक भारत मे पिछले 2017 से 2021 तक भारत देश मे साढ़े छ: करोड़ शादियाँ होने का अनुमान किया था। आम-तौर पर भारत मे शादियाँ ऑक्टोबर और दिसम्बर के बीच और जनवरी और मार्च के बीच मे कई शादियाँ होती हैं। क्यूंकी इन महीनों मे शुभ मुहूर्त के साथ साथ शुभ तरीके शामिल होते है। झांकर सैम मंदिर। Jhankar Saim Temple को Marriage Temple भी कहाँ जाता है
लेकिन भारतीय हिन्दू सांस्कृतिक मे एक रिश्ता बनने से पहले कई चीज़े शामिल होती हैं। उन्मे से लड़के लड़की के कितने गुण मिलते हैं, उन दोनों के गोत्र अलग अलग है की नहीं, सब से महत्वपूर्ण है की उनकी कुंडली मे कोई दोष हैं या गृह मे कोई दोष तो नहीं। इन सभी से होकर गुजरने के बाद एक पवित्र रिश्ता बनता है। Jhankar Saim Temple मे लोग दूर दूर से आकर शादियाँ करते हैं। इस मंदिर मे प्रेमी जोड़ों के दोषों से भी छूटकर पाया जाता हैं।
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आईए शादी से भरे इस खास सीजन मे, आप सभी के लिए इस खास लेखन को शुरू करते हैं;
जिस उत्तराखंड को देव भूमि कहा जाता हैं, उसी देव भूमि मे स्थापित हैं झांकर सैम मंदिर। Jhankar Saim Temple jageshwar अल्मोड़ा से तकरीबन 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित हैं इस मंदिर मे झांकर सैम देव की पूजा होती हैं, जिन्हे हमारे सभी देवी देवताओ के मामू कहा जाता हैं। मामू इस लिए कहा जाता हैं जिस प्रकार हमारे मामू या मामा हमारी सभी इच्छाए पूरी करते हैं, वैसे ही मंदिर के मुख्य देवता भी हम सभी व देवी देवताओ के मामू कहलाते हैं।
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मंदिर के पुजारी सुरेश चंद्र भट्ट यह बताते हैं की, झांकर सैम देवता यहाँ स्वयंभू शिवलिंग के रूप मे विराजमान हैं। लेकिन कुछ भक्त इन्हे झांकर देव के बजाए स्वयंभू शिव के नाम से पुकारते हैं। इस मंदिर में भगवान शिव के प्रिय महीने सावन के महीने में भगवान की धुनी भी लगती है और साथ ही यहाँ भगवान अवतरित भी होते हैं। यहां जो भी भक्त जागेश्वर धाम आता है, उस भक्त को झांकर सैम मंदिर में दर्शन करने जरूर आना चाहिए।
मंदिर का इतिहास खंगालने पर मालूम पड़ता हैं, कि यहां देवदार के पेड़ों से कुछ सालों पहले तक दूध निकला करता था। बीते समय के साथ साथ अब पेड़ों से दूध आना बंद हो गया है। हैरान कर देने वाला सच ये है कि पेड़ के पीछे भगवान गणेश की प्रकार्तिक रूप से बनी एक आकृति आज भी बनी हुई दिखाई देती हैं। जिसे सैंकड़ो वर्ष पुराना बताया गया हैं।
इस मंदिर मे लोग शादी करने क्यूँ आते हैं?
जिन लोगों की कुंडली मे दोष हो या आपस मे कुंडली न मिल रही हो। वह जोड़े यहा आकर शादी करते हैं। ऐसा करने से उनके जीवन के सारे गृह दोष दूर हो जाते हैं। वैसे इस मंदिर मे आए दिन कई शादियाँ होती हैं। जिससे मंदिर मे शादी करवाने के लिए लोगों को पहले से मंदिर के पंडित से बुकिंग करवानी होती हैं। वैसे तो इस मंदिर मे शादी जैसे समारोह दिन मे ही सम्पन्न होते हैं, लेकिन कुछ खास अवसरों पर रात मे भी विवाह सम्पन्न किया जाता हैं।
इस मंदिर मे कोनसी परेशानिओ से जूझ रहे लोग जाते हैं।
हम सभी यह अच्छे से जानते हैं, की मंदिर मे सच्चे दिल से मांगने से मनोकामनाए जरूर पूरी होती हैं। लेकीन इस मंदिर मे आने भर से ही सभी श्रद्धालुओ की मनोकामनाए पूरी होती हैं। इस मदिर मे ऐसी मान्यता है कि जिन लोगों को जीवन मे आर्थिक तंगी की परेशानी होती है या संतान का सुख की प्राप्ति नहीं होती हैं, तो वह भगवान के पास सच्चे मन से आने पर भक्तों की मनोकामना जरूर पूरी हो जाती हैं। जिन लोगों की मनोकामना पूरी हो जाती है, वे लोग मंदिर में आकर दोबारा पूजा-अर्चना करते हैं, प्रसाद चढ़ाते हैं। और इस तरह से लोग भगवान को धन्यवाद देते हैं।
साथ ही मंदिर के पंडित ने बताया कि मंदिर में सुबह और शाम दोनों समय भगवान की आरती होती है, जो बहुत सुंदर होती हैं। और दोपहर में करीब 12 बजे भगवान को दाल और चावल का भोग लगाया जाता है।
फिलहाल तो अभी शादी का सीजन चल रहा हैं, अगर आपके परिवार मे जिनको शादी मे समस्या आ रही हैं वह लोग इस मंदिर मे जा सकते हैं। साथ ही आप अपने सभी सगे संबंधियों के साथ यह जानकारी को साझा जरूर करे।
विवाह के लिए कौन सा मंदिर प्रसिद्ध है? | Which temple is famous for marriage?
झांकर सैम मंदिर। Jhankar Saim Temple jageshwar अल्मोड़ा से तकरीबन 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित हैं जिन लोगों की कुंडली मे दोष हो या आपस मे कुंडली न मिल रही हो। वह जोड़े यहा आकर शादी करते हैं। ऐसा करने से उनके जीवन के सारे गृह दोष दूर हो जाते हैं। वैसे इस मंदिर मे आए दिन कई शादियाँ होती हैं। जिससे मंदिर मे शादी करवाने के लिए लोगों को पहले से मंदिर के पंडित से बुकिंग करवानी होती हैं।
विवाह संबंधी समस्याओं के लिए कौन सा मंदिर अच्छा है? | Which temple is good for marriage problems?
झांकर सैम मंदिर। Jhankar Saim Temple jageshwar जिन लोगों की कुंडली मे दोष हो या आपस मे कुंडली न मिल रही हो। वह जोड़े यहा आकर शादी करते हैं। ऐसा करने से उनके जीवन के सारे गृह दोष दूर हो जाते हैं। वैसे इस मंदिर मे आए दिन कई शादियाँ होती हैं।
प्रेम विवाह के लिए कौन सा मंदिर शुभ है? | Which temple is good for love marriage?
जब प्रेम विवाह स्थापित करने और आशीर्वाद देने की बात आती है तो झांकर सैम मंदिर। Jhankar Saim Temple jageshwar इस सूची में सबसे ऊपर है।
झांकर सैम मंदिर में क्या है खास? | What is special about Jhankar Saim Temple?
जिन लोगों की कुंडली मे दोष हो या आपस मे कुंडली न मिल रही हो। वह जोड़े यहा आकर शादी करते हैं। ऐसा करने से उनके जीवन के सारे गृह दोष दूर हो जाते हैं। वैसे इस मंदिर मे आए दिन कई शादियाँ होती हैं। जिससे मंदिर मे शादी करवाने के लिए लोगों को पहले से मंदिर के पंडित से बुकिंग करवानी होती हैं। वैसे तो इस मंदिर मे शादी जैसे समारोह दिन मे ही सम्पन्न होते हैं, लेकिन कुछ खास अवसरों पर रात मे भी विवाह सम्पन्न किया जाता हैं।
झांकर सैम मंदिर की कहानी क्या है? | What is the story of Jhankar Saim Temple?HISTORY :
जिस उत्तराखंड को देव भूमि कहा जाता हैं, उसी देव भूमि मे स्थापित हैं झांकर सैम मंदिर। Jhankar Saim Temple jageshwar अल्मोड़ा से तकरीबन 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित हैं इस मंदिर मे झांकर सैम देव की पूजा होती हैं, जिन्हे हमारे सभी देवी देवताओ के मामू कहा जाता हैं। मामू इस लिए कहा जाता हैं जिस प्रकार हमारे मामू या मामा हमारी सभी इच्छाए पूरी करते हैं, वैसे ही मंदिर के मुख्य देवता भी हम सभी व देवी देवताओ के मामू कहलाते हैं।
झांकर सैम मंदिर कौन से भगवान का मन्दिर है | Jhankar Saim Temple Which God Temple
मंदिर के पुजारी सुरेश चंद्र भट्ट यह बताते हैं की, झांकर सैम देवता यहाँ स्वयंभू शिवलिंग के रूप मे विराजमान हैं। लेकिन कुछ भक्त इन्हे झांकर देव के बजाए स्वयंभू शिव के नाम से पुकारते हैं। इस मंदिर में भगवान शिव के प्रिय महीने सावन के महीने में भगवान की धुनी भी लगती है और साथ ही यहाँ भगवान अवतरित भी होते हैं। यहां जो भी भक्त जागेश्वर धाम आता है, उस भक्त को झांकर सैम मंदिर में दर्शन करने जरूर आना चाहिए।