महाभारत काल में कई विचित्र घटनाएं हुईं। महाभारत की कहानियों को हम बरसों से सुनते आ रहे हैं।
ऐसे ही एक महाभारत की कथा जो पांडव के पिता पाण्डु से जुड़ा है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार पांडु अपनी पत्नी माद्री को देखकर कामुक हो गए।
जैसे उन्होंने अपनी पत्नी को गले लगाया, मौत उनके सामने आकर खड़ी हो गई।
दरअसल पांडु को एक ऋषि ने श्राप दिया था कि वे किसी भी स्त्री के साथ संबंध नहीं बना सकेंगे।
इसलिए कुंती और माद्री ने देवताओं का आह्वान किया और पांडवों को जन्म दिया।
यही श्राप एक दिन पांडवों के आध्यात्मिक पिता पांडु की मृत्यु का कारण बन गया।
लेकिन मृत्यु से पहले पांडु ने पांडवों को बुलाकर उनका मस्तिष्क खाने के लिए कहा। ताकि उनका ज्ञान पांडवों को मिल सके।
पिता के मस्तिष्क खाने की बात से सभी पांडव अचरज में पड़ गए। पहले तो कोई भी पांडव मस्तिष्क खाने को तैयार नहीं हुआ।
बाद में सहदेव ने अपने पिता की आज्ञा का पालन करते हुए उनका मस्तिष्क खा लिया।