कृष्ण के शंख का नाम -
भगवान श्री कृष्ण के शंख का नाम पांचजन्य
(Panchajanya Shankh)
था।
अर्जुन का तप -
कुरुक्षेत्र युद्ध से पहले, अर्जुन ने देवताओं से दिव्य हथियार प्राप्त करने के लिए इंद्रकिला पर्वत क्षेत्र में गहन तपस्या की।
द्रौपदी का पिछला जन्म-
कुरुक्षेत्र युद्ध से पहले, अर्जुन ने देवताओं से दिव्य हथियार प्राप्त करने के लिए इंद्रकिला पर्वत क्षेत्र में गहन तपस्या की।
सहदेव का ज्योतिषीय कौशल-
सहदेव न केवल एक योद्धा थे, बल्कि एक कुशल ज्योतिषी भी थे और उन्होंने युद्ध और उसके परिणामों का पूर्वाभास कर लिया था।
युधिष्ठिर का पीछा कर रहा कुत्ता
युधिष्ठिर का एक कुत्ता था, जो सब जगह युधिष्ठिर के साथ जाया करता था। अत: स्वर्ग के रास्ते पर भी वह युधिष्ठिर के पीछे-पीछे चल पड़ा।
कर्ण का पिछला जन्म-
दरअसल कर्ण ही पूर्वजन्म में
दंभोद्भवा नामक असुर था
। कर्ण का वध करने के लिए ही कृष्ण और अर्जुन को वापस पुनर्जन्म लेना पड़ा था।
बर्बरीक के तीन तीर-
दरअसल कर्ण ही पूर्वजन्म में
दंभोद्भवा नामक असुर था
। कर्ण का वध करने के लिए ही कृष्ण और अर्जुन को वापस पुनर्जन्म लेना पड़ा था।
भीम की हनुमान से मुठभेड़-
दरअसल कर्ण ही पूर्वजन्म में
दंभोद्भवा नामक असुर था
। कर्ण का वध करने के लिए ही कृष्ण और अर्जुन को वापस पुनर्जन्म लेना पड़ा था।
शिखंडी की कहानी-
शिखंडी, जो मूल रूप से अंबा नाम की महिला थी, ने भीष्म से अपने पिछले अपमान का बदला लेने के लिए एक पुरुष के रूप में पुनर्जन्म लिया था।
युधिष्ठिर की अंतिम परीक्षा -
शिखंडी, जो मूल रूप से अंबा नाम की महिला थी, ने भीष्म से अपने पिछले अपमान का बदला लेने के लिए एक पुरुष के रूप में पुनर्जन्म लिया था।