शुद्ध रुद्राक्ष (Rudraksha mala) की माला कहाँ से खरीदें? और जाने क्या है इसको धारण करने के नियम
रुद्राक्ष की माला ( Rudraksha mala )
अक्सर हम बड़े-बड़े महान साधु-संतो को rudraksha mala पहने हुए देखते है। आखिर ऐसा क्या खास होता है रुद्राक्ष की माला में जो इसे इतना महत्वपूर्ण बनाती है? माना जाता है की रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव यानि के रूद्र के अश्रु से हुई थी। इसी वजह से यह रुद्राक्ष कहलाया जाता है। हिन्दू धर्म में इसे अत्यंत पूजनीय मानते है। रुद्राक्ष को माला के रूप में धारण करना पवित्र होता है इसलिए मंत्र जाप करते समय इसका उपयोग किया जाता है।
मूल रुद्राक्ष की माला कहाँ से खरीदें (where to buy original rudraksha mala)
Rudraksha mala पंचमुखी से लेकर एकमुखी तक मे मौजूद है। यह ऑफलाइन मार्केट के साथ साथ आजकल ऑनलाइन भक्ति वेबसाइट पर खूब उपलब्ध है परन्तु असली रुद्राक्ष की माला मिलना मुश्किल होता है। यदि आप एकदम शुद्ध असली रुद्राक्ष की माला एकदम सही मूल्य में प्राप्त करना चाहते है तो आप हमारी वेबसाइट से Rudraksha ki Mala खरीद सकते है। यहाँ पे रुद्राक्ष की माला से सम्बंधित हर तरह की जानकारी दी गयी है।
Rudraksha mala benefits in hindi
हिन्दू धर्म में रुद्राक्ष की एक अलग पहचान है। मान्यता है की इसमे ग्रहों को नियंत्रित करने की एक उत्तम शक्ति समाहित होती है। रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर 27 मुखी तक में प्राप्त किये जाते है जिनका प्रयोग rudraksh ki mala बनाने में प्रयोग किया होता है। शास्त्रों में रुद्राक्ष की महिमा का बखान जोर-शोर से किया गया है। आईये जानते है की ऐसा क्या होता है rudraksha mala को पहनने से की उसे हमारे ज्योतिष में इतना चमत्कारी माना गया है।
रुद्राक्ष की माला पहनने के फायदे (rudraksh ki mala pahnane ke fayde)
1. इस माला को गले मे धारण करने से गंभीर से गंभीर बीमारी में लाभ मिलता है और शरीर चुस्त-दुरुस्त हो जाता है।
2. Rudraksh mala को धारण करने से आप अध्यात्म की तरफ आकर्षित होते है और सकारात्मक ऊर्जा सदैव आपके जीवन मे बनी रहती है।
3. भगवान शिव की दृष्टि को आकर्षित करने के लिए इस माला को प्रभावशाली उपाय माना गया है।
4. गले मे पहनने से यह माला एक कवच का कार्य करती है और आपके चारो तरफ एक रक्षा चक्र बना देती है जिसके कारणवश आप हमेशा हर तरह की अनदेखी मुसीबतों से बचे रहते है।
5. यदि इस रुद्राक्ष की माला को कोढ़, पथरी, स्त्री रोग, पीलिया, मूत्र रोग कफ, बेचैनी, फेफड़े, हृदय रोग नपुंसकता, निराशा, आदि रोगी पहने तो उन्हें जल्दी ही इन रोगों से मुक्ति मिलती है।
2. Rudraksh mala को धारण करने से आप अध्यात्म की तरफ आकर्षित होते है और सकारात्मक ऊर्जा सदैव आपके जीवन मे बनी रहती है।
3. भगवान शिव की दृष्टि को आकर्षित करने के लिए इस माला को प्रभावशाली उपाय माना गया है।
4. गले मे पहनने से यह माला एक कवच का कार्य करती है और आपके चारो तरफ एक रक्षा चक्र बना देती है जिसके कारणवश आप हमेशा हर तरह की अनदेखी मुसीबतों से बचे रहते है।
5. यदि इस रुद्राक्ष की माला को कोढ़, पथरी, स्त्री रोग, पीलिया, मूत्र रोग कफ, बेचैनी, फेफड़े, हृदय रोग नपुंसकता, निराशा, आदि रोगी पहने तो उन्हें जल्दी ही इन रोगों से मुक्ति मिलती है।
Rudraksha mala rules in hindi
हमारे संसार मे कोई भी कार्य बिना नियमो के पालन के संभव नहीं हो सका है। नियम वह प्रक्रिया है जिसकी सहायता से जीवन को जीने की सीख प्राप्त होती है। उसी प्रकार से कुछ rudraksha mala rules है जिनका पालन किये बिना इस प्रभावशाली माला का फल हमें नहीं मिल पता है। जानिए वह कौन-कौन से नियम से जो हमें जानना बहुत जरूरी है।
1. सबसे पहले और ध्यान रखने वाली बात कि जिस रुद्राक्ष की माला से आप जाप कर रहे हैं उसे बिलकुल भी अपने गले धारण न करें।
2. ध्यान रखने योग्य बात है की आप जो भी रुद्राक्ष की माला को पहने उसमें एक बिन्दु ही होना चाहिए, एक से अधिक बिंदु का होना हानिकारक होता है। इसकी वजह से जो लोग संवेदनशील है उन्हें स्वास्थ्य में परेशानी आ सकती है।
3. व्यस्को को हमेशा 84 से अधिक के रुद्राक्ष की माला ही पहननी चाहिए।
4. एक बार अगर रुद्राक्ष की माला को धारण कर लेते है तो ध्यान रखिये की सुबह शाम भगवान शिव की उपासना करें और ॐ नमः शिवाय का जाप करें।
5. जो लोग rudraksh ki mala पहनते है उन्हें मांसाहारी, प्याज, लहसुन, मदिरा एवं अपशिष्ट पदार्थों के सेवन का त्याग करना चाहिए, वरना रुद्राक्ष का कोई भी चमत्कारी असर आपके जीवन में प्रवेश नहीं करेगा।
1. सबसे पहले और ध्यान रखने वाली बात कि जिस रुद्राक्ष की माला से आप जाप कर रहे हैं उसे बिलकुल भी अपने गले धारण न करें।
2. ध्यान रखने योग्य बात है की आप जो भी रुद्राक्ष की माला को पहने उसमें एक बिन्दु ही होना चाहिए, एक से अधिक बिंदु का होना हानिकारक होता है। इसकी वजह से जो लोग संवेदनशील है उन्हें स्वास्थ्य में परेशानी आ सकती है।
3. व्यस्को को हमेशा 84 से अधिक के रुद्राक्ष की माला ही पहननी चाहिए।
4. एक बार अगर रुद्राक्ष की माला को धारण कर लेते है तो ध्यान रखिये की सुबह शाम भगवान शिव की उपासना करें और ॐ नमः शिवाय का जाप करें।
5. जो लोग rudraksh ki mala पहनते है उन्हें मांसाहारी, प्याज, लहसुन, मदिरा एवं अपशिष्ट पदार्थों के सेवन का त्याग करना चाहिए, वरना रुद्राक्ष का कोई भी चमत्कारी असर आपके जीवन में प्रवेश नहीं करेगा।
रुद्राक्ष की माला कौन पहन सकता है (Who can wear rudraksha mala in hindi)
Rudraksha mala को सभी आयु के जातक धारण कर सकते है परन्तु जो लोग अपराध करते है, मदिरा का सेवन करते है वो लोग इस पवित्र माला को पहने के लिए वर्जित है। यदि व्यक्ति मसाहार भोजन करता है या मदिरा पान का सेवन करता है तो उसे यह सब छोड़ना होगा अथवा rudraksha ki mala को इस समय पहनना पाप के समान होता है। स्त्री-पुरुष के बीच सम्भोग के समय भी rudraksh को पहनने की मनाही की गई है।
रुद्राक्ष की माला कैसे धारण करें (How to wear rudraksha mala in Hindi)
Rudraksh mala को धारण करने के लिए सबसे शुभ दिन सोमवार माना गया है जिसे हम भोले नाथ का वार भी कहते है। इस दिन प्रातः काल में स्नान करके पीले वस्त्र धारण कर ले। फिर rudraksh ki mala को एक पीतल के बर्तन में रख ले और किसी पास में ही भगवान शिव के मंदिर चले जाए। फिर भोले नाथ के शिवलिंग के सामने बैठ जाए और 108 बार ॐ नमः शिवाय का जाप करें। इस कार्य को पूर्ण करने के बाद माला को मंदिर के ब्राह्मण को दे और उन्हीं के द्वारा इस माला को अपने गले में पहने। ऐसा करने से आपकी रुद्राक्ष की माला सिद्ध हो जाएगी और उसका असर आपको जल्द ही देखने को मिलेग
What is rudraksha scientific benefits
रुद्राक्ष के बीज मे केमो फार्माकोलॉजिकल नाम का एक तत्त्व पाया जाता है जिसकी सहायता से व्यक्ति का ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल मे रहता है।
कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रित होने की वजह से व्यक्ति को दिल से जुडी किसी भी बीमारी होने की गुंजाइश नहीं होती हैं।
रुद्राक्ष को आयरन, कैल्शियम, सोडियम जैसे कई अन्य तत्व का खजाना कहा जाता है , जिसकी वजह से शरीर नर्वस सिस्टम सही रहता है और तरह तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है
कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रित होने की वजह से व्यक्ति को दिल से जुडी किसी भी बीमारी होने की गुंजाइश नहीं होती हैं।
रुद्राक्ष को आयरन, कैल्शियम, सोडियम जैसे कई अन्य तत्व का खजाना कहा जाता है , जिसकी वजह से शरीर नर्वस सिस्टम सही रहता है और तरह तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है
What are the 54 beads rudraksha mala benefits
54 रुद्राक्ष वाली माला को मानसिक स्वास्थ्य के लिए सबसे प्रभावशाली माना गया है। इसको पहनने से मानसिक शांति मिलती है और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है।
108 rudraksha mala benefits
108 रुद्राक्षओं की माला को सभी तरह की मालाओं में सबसे पवित्र एवं श्रेष्ठ माना गया है। इस माला से जाप करने के साथ साथ ही यदि इसे गले मे धारण किया जाए और सारे नियमों का पालन किया जाये तो जीवन की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
Rudraksha wearing rules for females
हिन्दू धर्म में माना गया है कि मासिक धर्म के समय स्त्रियों का शरीर अशुद्ध होता है और इस समय महिलाओं को रुद्राक्ष धारण करना वर्जित है।